17 मार्च को अनेक ट्रेड यूनियन, ट्रांसपोर्ट यूनियन एवं अन्य जन अधिकार संगठनों के साथ एक कन्वेंशन आयोजित:संयुक्त किसान मोर्चा

 

जेटी न्यूज़
आर.के.राय
नई दिल्ली :. सयुंक्त किसान मोर्चा किसान आंदोलन को तेज करने के लिए 17 मार्च को अनेक ट्रेड यूनियन, ट्रांसपोर्ट यूनियन एवं अन्य जन अधिकार संगठनों के साथ एक कन्वेंशन आयोजित करेगा। सयुंक्त किसान मोर्चा ने अपने घटक संगठनों को भी निर्देश दिए है कि हर जिला मुख्यालय और उपखंड मुख्यालयों पर भी ऐसी मीटिंग आयोजित की जाए।सरकार द्वारा यह तर्क दिया गया कि सरकार द्वारा MSP की घोषणा करने पर उत्पादन की पूरी लागत कवर हो जाती है, इसमें सरकार के कई झूठ निहित हैं।

न तो पूरी लागत को कवर किया जाता है, न ही एमएसपी असल रूप में मिलती है। एसकेएम सरकार के रवैये की निंदा करता है और एक बार फिर मांग करता है कि डीजल / पेट्रोल / गैस की कीमतों में तुरंत कटौती की जाए, और एमएसपी की कानूनी अधिकार के रूप में गारंटी दी जाए।हजारों लोगों को तीन काले कानूनों के बारे में जागृत करते ,तथा एमएसपी की गारंटी के बारे में समझाते हुए मार्च आगे बढ़ा।

सयुंक्त किसान मोर्चा ने निजीकरण व कॉरपोरेट एजेंडे के खिलाफ प्रधानमंत्री को एक पत्र लिखा। इस पत्र में तीन कानूनो व MSP के साथ साथ बढ़ती पेट्रोल, डीजल व रसोई गैस की कीमतों का मुद्दा भी उठाया।
15 मार्च को, एसकेएम, व्यापार संगठनों के साथ मिलकर निजीकरण विरोधी और कॉरपोरेट विरोधी दिवस मनाएगा। रेलवे स्टेशनों पर व्यापार संगठनों के साथ विरोध प्रदर्शन के साथ साथ, एसडीएम और जिला स्तर पर धरने होंगे जहां प्रधानमंत्री के नाम ज्ञापन प्रस्तुत किया जाएगा।

गुजरात में, राज्य पुलिस ने कई संगठनों के कई कार्यकर्ताओं को अहमदाबाद से एक दांडी यात्रा करने से रोका, जो 12 मार्च को गांधी जी के प्रसिद्ध दांडी मार्च और सत्याग्रह की याद में शुरू करने के लिए निर्धारित किया गया था।

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