“जीविका ने 50 से अधिक दुकानों की शुरुआत कर दी नई उम्मीद की किरण” अररिया में स्वरोजगार के अवसर का विस्तार
“जीविका ने 50 से अधिक दुकानों की शुरुआत कर दी नई उम्मीद की किरण”
अररिया में स्वरोजगार के अवसर का विस्तारl

जे टी न्यूज, अररिया :
धनतेरस के शुभ अवसर पर, जीविका ने अररिया जिले के सदर, फारबिसगंज, और जोकीहाट प्रखंडों में 50 से अधिक सतत् जीविकोपार्जन योजना (शहरी एवं ग्रामीण) के लाभार्थियों के लिए व्यवसायिक अवसरों का विस्तार किया। यह पहल जरूरतमंद व्यक्तियों को स्वरोजगार के माध्यम से आत्मनिर्भर बनाने का एक महत्वपूर्ण कदम है, जिससे वे अपने परिवारों का भरण-पोषण कर सकें और उनके जीवन में नई उम्मीदें जग सकें।
*व्यवसाय के विविध विकल्प*
इस कार्यक्रम के तहत लाभार्थियों को विभिन्न सूक्ष्म व्यवसाय विकल्प प्रदान किए गए, जिनमें शामिल हैं:
फेरी रिक्शा: परिवहन के क्षेत्र में स्वरोजगार का अवसर।
सौंदर्य प्रसाधन दुकान: महिलाओं के लिए रोजगार का सृजन।
किराना दुकान: दैनिक उपयोग की वस्तुओं की बिक्री।
फल और सब्जी की दुकान: ताजगी भरी कृषि उत्पादों की बिक्री।
लौह सामग्री की दुकान: निर्माण में आवश्यक सामग्री का विक्रय।
बांस से संबंधित सामग्री की दुकान: पारंपरिक और इको-फ्रेंडली उत्पादों का विपणन।
इन व्यवसायों का उद्देश्य समाज के कमजोर वर्गों को एक नई दिशा देना है, ताकि वे अपनी कठिनाइयों को पार करते हुए आर्थिक स्थिरता हासिल कर सकें।
*आर्थिक और सामाजिक सुधार की उम्मीद

कार्यक्रम के आयोजकों ने बताया कि यह पहल न केवल स्वरोजगार उपलब्ध कराती है, बल्कि लाभार्थियों के लिए एक सकारात्मक बदलाव की दिशा में एक कदम है। दीपावली के इस मौके पर, यह उम्मीद की किरण उनके जीवन में रोशनी लाने का कार्य करेगी, जिससे उनकी समस्याओं में कमी आएगी और वे खुशहाल जीवन जी सकेंगे।
*कार्यक्रम में मौजूद विशिष्ट जन*
इस महत्वपूर्ण अवसर पर जिला परियोजना समन्वयन इकाई अररिया के जिला परियोजना प्रबंधक नवीन कुमार, प्रबंधक राकेश नीरज, युवा पेशेवर सौरभ रंजन, जिला संसाधन सेवी शंकर विश्वास, और संबंधित प्रखंडों के प्रखंड परियोजना प्रबंधक एवं अन्य जीविकाकर्मी उपस्थित थे। इन सभी ने कार्यक्रम की सफलता के लिए अपने अनुभव साझा किए और लाभार्थियों को प्रेरित किया।
जीविका की यह पहल न केवल आर्थिक स्थिरता का एक माध्यम है, बल्कि यह समाज में सकारात्मक बदलाव लाने का भी प्रयास करती है। इस प्रकार के कार्यक्रमों से हमें आशा है कि आने वाले दिनों में अधिक से अधिक परिवार अपने मेहनत और लगन से बेहतर जीवन की ओर बढ़ेंगे।
