प्रसिद्ध साहित्यकार रामाज्ञा प्रसाद सिंह बिकल को श्रद्धांजलि दी गई

प्रसिद्ध साहित्यकार रामाज्ञा प्रसाद सिंह बिकल को श्रद्धांजलि दी गईजे टी न्यूज,
केसरिया/पू०च०: भोजपुरी विकास मंच के तत्वावधान में आर्यसमाज मंदिर परिसर में शनिवार को एक श्रध्दांजलि सभा आयोजित कर
प्रसिद्ध साहित्यकार रामाज्ञा प्रसाद सिंह विकल को श्रद्धांजलि अर्पित की गई। अध्यक्षता त्रिभुवन प्रसाद
व संचालन रामकुमार गिरि ने किया। सर्वप्रथम साहित्य सेवियों द्वारा दिवंगत विकल जी के तैल चित्र पर पुष्पांजलि अर्पित की गई। वहीं उन्हें याद करते हुए शोक व्यक्त की गई। उनके व्यक्तित्व एवं कृतित्व पर प्रकाश डाला गया। कवि कौशल मुहब्बत पुरी ने कहा कि कवि व साहित्यकार रामाज्ञा प्रसाद सिंह विकल के निधन से सारण,चम्पारण समेत पूरे बिहार से एक ऐसे काव्यकार को खोया है जिन्होंने दर्जनों साहित्य की पुस्तक की रचना कि है।वही मंच के अध्यक्ष रामकुमार गिरी ने कहा की भाषा, समाज, संस्कृति और साहित्य के लिए समर्पित व्याक्तित्व का निधन होना साहित्य जगत के लिए आपुर्णीय छति है।वही डाँ विक्रम सिंह ने कहा कि विकल की पहली पुस्तक ” कहिया ले बहुरी विहान ” सन् 1972 में प्रकाशित हुई थी। तब से अब तक इनकी दो दर्जन से ऊपर पुस्तक प्रकाशित की जा चुकी है।वही मंच के सचिव राकेश कुमार रत्न ने कहा की विकल जी साहित्य के एक धरोहर थे।उन्होने ने भोजपुरी साहित्य के क्षेत्र में कांति लाने का प्रयास किया है।
मौके पर विशुराज सिंह,अखिलेश गिरी, शौकत अली,रवि जायसवाल, अरूण यादव, रंजन कुमार साह,रौशन कुमार,रंजन कुमार, समेत कई लोग उपस्थित थे।

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