मानवता हुआ शर्मसार जाति -धर्म से उपर रंग भेद का
मानवता हुआ शर्मसार
जाति -धर्म से उपर
रंग भेद का

नाममात्र /लेश मात्र भी
ना हो सकता
छुअन ओर चुभन भी
वह रिश्ता है
मानवता का
आतंग का यह अति
घृणित कार्य
किया पूरे
मानवता का शर्मशार
हाँ

अपराध जिसने किया है
बंद कर दिए
सारे रास्ते
हाँ
मेमना (पाकिस्तान )
कोई माफ
नहीं करेगा।
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डॉ रणजीत कुमार दिनकर♦


