योग से तन और मन संतुलित रहता है

यह युवाओं में कर्तव्य तथा जिम्मेवारी का भाव जगाता है - रवीन्द्र- रतन

योग से तन और मन संतुलित रहता है /यह युवाओं में कर्तव्य तथा जिम्मेवारी का भाव जगाता है – रवीन्द्र- रतन जे टी न्यूज, वैशाली: जिले के सामाजिक, साहित्यिक और सांस्कृतिक गतिविधिओं का संगम इन्टलेक्चुअल फोरम बौद्धिक मंच के वैनर तले योग विषयक परिचर्चा का आयोजन किया गया । सभा की
अध्यक्षता हिन्दी-बज्जिका के वरिष्ठ साहित्यकार और बौद्धिक मंच के जिला अध्यक्ष रवीन्द्र कुमार रतन ने किया। जब कि संचालन पटेल सेवा सदन के अध्यक्ष श्री घुरन राय ने किया । मुख्य वक्ता के रुप में संस्था
के मुख्य संरक्षक श्री विपिन चन्द्र विपल्वी , विशेष अतिथि के रुप में प्रो0 जनार्दन प्रसाद सिंह जी उपस्थित रहे ।
सचिव ,प्रोफेसर चन्द्र भूषन सिह शशि ने विषय प्रवेश कराते हुए कहा कि योग से हमारा शरीर रिचार्ज हो जाता है ,अत: हम सबको अपने जीवन को स्वस्थ रखने के लिए योग करना जरुरी है।
विशिष्ट वक्ता के रुप मेंपधारे प्रोफेसर
जनार्दन प्रसाद सिंह ने कहा कि मन का संतुलन ही सच्चा सुख है।योग से जुड़े और जीवन को सुन्दर बनाएं ।आज के युवापीढी योग की तरफ अधिक मुखातिब हो रहे है यह सुखद संयोग है।
मुख्य संरक्षक सह मुख्य वक्ता श्री विपिन चन्द्र विपल्वी ने वोलने से पहले प्रमुख और आवश्यक योग को कर के बताया और कहा कि निरोग रहने के लिए योग जरुरी है । उन्होंने
आगे कहा कि प्रधान मंत्री जी ने योग को विश्व शान्ति के लिए अति आवश्यक बताया है ,इसपर अमल होना चाहिए।
अपने अध्यक्षीय भाषण में योग पर विस्तार से अपना विचार प्रकट करते
हुए श्री रवीन्द्र कुमार रतन ने कहा
कि ‘ योग से तन और मन संतुलित रहता है ,यह युवाओं में कर्तव्य तथा जिम्मेवारी का बोध (भाव) जगाता है।उन्होने बौद्धिक मंच के द्वारा किए गए कार्यो की सराहना करते हुए उसके उद्देश्यों पर प्रकाश डालते हुए
अपने सहयोगियों के सहयोग की सराहना की । श्री रतन ने कहा कि
भगवान ने सहयोग किया और हमारे
संरक्षक आदरणीय विपिन चंद्र विप्लवी जी ने शतक लगाया तो उनके जीबन का शताब्दी समारोह हम लोग बौद्धिक मंच पर मनाएगें।
आठ वर्ष का समय रह गया है वे स्वस्थ रहे,प्रसन्न रहे ,हम लोगों का
मार्गदर्शन करते रहे। आगे रतन जी ने कहा कि आज लगभग 200 देशों ने योग को अपनाया है। इसकी शुरुआत आदरणीय प्रधान मंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने कराई और यह हमारा गौरवशाली इतिहास है कि हमारे मोदी जी की पहल पर दुनिया योग कर रही है , उन्ही के नेतृत्व में योग को वैश्विक पहचान मिली है ।
सभा में मुख्य रुप से विपिन चन्द्र विपल्वी, रवीन्द्र कुमार रतन, घुरन राय,रघुवीर प्रसाद सिंह, प्रभात सिंह, अजय कुमार, रौशन कुमार, रविरंजन कुमार, हरेन्द्र कुमार सिंह, ओमप्रकाश साह, दिग्विजय कुमार दिवाकर, शम्भू प्रसाद सिंह, हर्षित सिंह, प्रोफेसर जनार्दन प्रसाद सिंह,
साहित्यकार प्रभाकर जी आदि ने भी योग पर अपने-अपने विचाररखे।
अंत में उपस्थित ओम प्रकाश साह जी के धन्यवाद ज्ञापन के साथ सभा की कार्रवाई समाप्त की गई।

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