मुंगेर विश्वविद्यालय में विश्वविद्यालय स्तरीय एनएसएस एडवाइजरी कमेटी की बैठक
मुंगेर विश्वविद्यालय में विश्वविद्यालय स्तरीय एनएसएस एडवाइजरी कमेटी की बैठक

जे टी न्यूज़, मुंगेर : मुंगेर विश्वविद्यालय द्वारा एन एस एस एडवाइजरी कमेटी की बैठक बुधवार सिंडिकेट हाल में सुबह 11:00 बजे से आयोजित किया गया। एनएसएस मैन्युअल रिवाइज्ड 2006 के अनुसार विश्वविद्यालय स्तरीय एनएसएस सलाहकार समिति की बैठक वर्ष में कम से कम दो बार होती है । इस मीटिंग का उद्देश्य एनएसएस गतिविधियों की समीक्षा, योजना का क्रियान्वयन एवं एनएसएस गतिविधियों का मूल्यांकन है । एनएसएस एडवाइजरी कमिटी की अध्यक्षता कुलपति प्रोफेसर डॉ संजय कुमार ने की। विशिष्ट अतिथि के तौर पर क्षेत्रीय निदेशालय पटना से एनएसएस के निदेशक विनय कुमार और मुंगेर विश्वविद्यालय के कुलसचिव डॉ घनश्याम राय मौजूद रहे। एडवाइजरी कमेटी में इनके अलावा जेआरएस कॉलेज के प्राचार्य प्रो डॉ देवराज सुमन, आरडी एंड डीजे कॉलेज के प्राचार्य प्रो डॉ विजेंद्र कुमार, केकेएम कॉलेज की प्राचार्य डॉ कंचन गुप्ता, प्रॉक्टर डा संजय कुमार, डॉ अंशु कुमार राय, डा रामरेखा कुमार, डॉ ज्योति कुमारी, डॉ सुनील कुमार, रोनित राज और अनुष्का श्री, यूथ ऑफिसर श्री चितरंजन मंडल तिलकामांझी भागलपुर विश्वविद्यालय के कार्यक्रम समन्वयक डॉ राहुल कुमार, लेफ्टिनेंट कुमारी नेहा , लेफ्टिनेंट अरुण कुमार शर्मा, जमालपुर कॉलेज के पीओ, नव निर्वाचित सीनेट सदस्य और इन्फिनेट नर्चर एकेडमिक वेल्फेयर फाउंडेशन के डायरेक्ट डॉ चंदन कुमार, वित्त पदाधिकारी श्री राजेंद्र प्रसाद इस एडवाइजरी के आमंत्रित अतिथि रहे। इस मीटिंग के सचिव मुंगेर विश्वविद्यालय के एनएसएस कार्यक्रम समन्वयक मुनींद्र कुमार सिंह ने बैठक का संयोजन एवं संचालन किया।

इस मीटिंग का प्रमुख एजेंडा इस प्रकार है –
राष्ट्रीय सेवा योजना की वार्षिक रिपोर्ट की प्रस्तुति, पिछले वर्ष किए गए व्यय की संपुष्टि, मुंगेर विश्वविद्यालय के एनएसएस कैलेंडर पर चर्चा, एनएसएस द्वारा वार्षिक बजट की प्रस्तुति, सीएनए खाता और 7 वर्षीय विशेष शिविर पर चर्चा, समकालीन एनएसएस गतिविधियों जैसे मेरा युवा भारत पोर्टल और एक्सपीरियंशियल लर्निंग प्रोग्राम पर बृहद चर्चा हुई । इसके अलावा एनएसएस गतिविधियों को सक्रिय करने के लिए उपायों पर विचार किया गया। वार्षिक बजट में एनएसएस कन्वेंशन, 2 वर्षीय एनएसएस सर्टिफिकेट, पीजी विभाग में एनएसएस खोलने पर दिशा निर्देश प्राप्त हुआ । इस सात दिवसीय शिविर का आयोजन पर विशेष चर्चा हुई, सभी कार्यक्रम पदाधिकारी की ट्रेनिंग स्वयंसेवकों की ट्रेनिंग, एनएसएस मैगजीन के प्रकाशन, विश्वविद्यालय स्तरीय एनएसएस अवॉर्ड, महाविद्यालय से सुचारू रूप से विश्वविद्यालय के एनएसएस शेयर की प्राप्ति पर चर्चा आदि हुई।
इस अवसर पर पहले सत्र में कुलसचिव डॉ घनश्याम राय ने कहा कि मुंगेर विश्वविद्यालय के एनएसएस की एडवाइजरी कमेटी भविष्य में राष्ट्रीय सेवा योजना की दशा और दिशा तय करेगी। हमें आशा है कि इस एडवाइजरी कमेटी ने जो निर्देश दिया है, उसे हम विश्वविद्यालय के स्तर पर और महाविद्यालयों के स्तर पर काफी महत्वपूर्ण कार्य कर सकेंगे और क्रमशः छात्रों में सेवा भाव विकसित कर भारत को समवेत रूप से विकसित भारत की श्रेणी में ला सकेंगे। इस मौके पर मुंगेर विश्वविद्यालय के कुलपति ने कहा कि राष्ट्रीय सेवा योजना यूनिट के स्तर पर हमने पांच जिलों में फैले अपने क्षेत्र के सभी कॉलेज के स्वयंसेवक और स्वयंसेविकाओं को प्रतिनिधित्व देने की वकालत की है । आने वाले दिनों में सुदूर ग्रामीण क्षेत्र के कॉलेज के छात्र भी अपनी सेवा भावना का प्रदर्शन कर विश्वविद्यालय स्तर पर परचम लहरा सकते हैं । ऐसा हमने निर्णय लिया है कि अलग-अलग जिलों में जो कॉलेज हैं वहां के छात्रों की प्रतिभागिता दर्ज हो इसके लिए पुरस्कार योजना के पैटर्न में बदलाव किया है। हमने पुराने स्वयंसेवकों को भी प्रमाण पत्र उपलब्ध कराने का निर्णय लिया है और आशा करते हैं कि पुराने सभी वॉलिंटियर्स अगर प्रमाण पत्र प्राप्त कर लेंगे तो वह सरकारी सेवा में भी जाने का द्वार एन एस एस के प्रमाण पत्र से खोल सकते हैं।
दूसरे सत्र के कार्यक्रम के दौरान क्षेत्रीय निदेशक श्री विनय कुमार के साथ सभी कार्यक्रम पदाधिकारी की बैठक दोपहर 2:30 बजे आयोजित की गई। जिसमें मुंगेर विश्वविद्यालय के 30 इकाइयां के कार्यक्रम अधिकार पदाधिकारी ने सहभागिता दिखाई। क्षेत्रीय निदेशक महोदय का मार्गदर्शन प्राप्त हुआ एवं एनएसएस गतिविधियों को सुचारू रूप से चलाने के लिए कार्यक्रम पदाधिकारी से सुझाव मांगा गया।

इस कार्यक्रम को सफल बनाने में अमित, डा राजेश कुमार सिंह, डॉ नवलता , डॉ अरुण कुमार शर्मा , डॉ सुनील कुमार, डॉ तबारक अंसारी, डॉ राकेश कुमार पासवान, डॉ प्रमोद यादव, डॉ ब्रज विनोद गौतम, डॉ वंदना कुमारी, डॉ राजकिशोर कुमार , डॉ संजय मांझी, डॉ राजीव नयन, डॉ सुदीप्ता मंडल, हर्ष राज ,वंशिका कुमारी सुधांशु कुमार, आदर्श, कार्यालय कर्मी सौरभ शांडिल्य और सुमंत कुमार की अहम भूमिका रही।


