कोरोना काल में भी गर्भवती महिलाओं को मिल रही है बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएं

•सदर अस्पताल समेत सभी पीएचसी में मिल रही है संस्थागत प्रसव की सुविधा

•प्राइवेट एंबुलेंस से अस्पताल आने-जाने के लिए ₹500 की राशि का हो रहा है भुगतान

•केयर इंडिया को गर्भवती महिलाओं की लाइन लिस्टिंग तैयार करने की जिम्मेदारी

छपरा/30 अप्रैल। वैश्विक महामारी कोरोना वायरस के संक्रमण को प्रसार को रोकने के लिए पूरे देश में लॉक डाउन लागू किया गया है। ऐसी स्थिति में भी गर्भवती महिलाओं को बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएं उपलब्ध कराने में स्वास्थ्य विभाग तत्पर है।

जिले के सदर अस्पताल समेत सभी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों, अनुमंडलीय अस्पतालों में संस्थागत प्रसव की सुविधा बहाल करा दी गई है । सिविल सर्जन डॉ माधवेश्वर झा ने बताया कि अस्पताल में उपलब्ध संसाधनों के अनुरूप गर्भवती महिलाओं को सभी सुविधा मुहैया कराई जा रही है।सदर अस्पताल में सिजेरियन प्रसव की भी सुविधा उपलब्ध है।

उन्होंने बताया कि गर्भवती माताओं को दी जाने वाली स्वास्थ्य सेवाओं की नियमितता काफ़ी जरुरी है। ताकि जच्चा और बच्चा दोनों स्वस्थ रह सके। प्रसव पूर्व जाँच, उच्च जोखिम वाली गर्भवती महिलाएं, गर्भावस्था के दौरान दी जाने वाली जरुरी दवाएं एवं गर्भवती महिलाओं की लाइन लिस्टिंग जैसे अन्य जरुरी मातृव स्वास्थ्य सेवाओं को कोविड-19 के प्रोटोकॉल का पालन करते हुए पहले की तरह दी जा रही है।

मिल रही है ये सुविधाएँ:

सभी सरकारी अस्पतालों को ओपीडी में प्रसव पूर्व जांच की सुविधा उपलब्ध है। गर्भवती महिलाओं को दूसरे तिमाही से 180 आयरन की गोली, 360 कैल्शियम की गोली एवं कृमि से बचाव के लिए 1 एल्बेन्डाजोल की गोली भी दी जा रही है। अस्पताल में प्रसूति को सभी जरुरी स्वास्थ्य सेवाएं प्रदान की जा रही है।

प्रसव को दौरान निःशुल्क एम्बुलेंस की सुविधा:

गर्भवती महिलाओं को घर से अस्पताल लाने एवं उन्हें वापस घर पहुँचाने के लिए 102 नंबर की एम्बुलेंस उपलब्ध है। कोरोना संक्रमण के कारण अगर सरकारी एंबुलेंस की सुविधा नहीं मिलती है तो प्राइवेट एंबुलेंस से भी गर्भवती महिलाओं को अस्पताल लाया जा सकता है। उसके लिए स्वास्थ विभाग की ओर से 500 रुपये की राशि की भुगतान की जाएगी ।

जटिल प्रसव वाली गर्भवती महिलाओं की बेहतर देखभाल:

जटिल प्रसव वाली महिलाओं को (जैसे सीवियर एनीमिया, गर्भावस्था के दौरान मधुमेह) को एस्टीमेटेड डेलिवरी डेट के पूर्व से अस्पताल लाकर उनकी उचित देखभाल की जाती है। जबकि सामान्य गर्भवती महिलाओं को आशा की सहायता से एएनएम द्वाराफ़ोन पर संपर्क स्थापित कर उन्हें ससमय स्वास्थ्य संस्थान पर लाकर संस्थागत प्रसव कराए कराया जा रहा है।

गर्भवती महिलाओं की लाइन लिस्टिंग तैयार करने की जिम्मेदारी केयर इंडिया को:

केयर इंडिया के डीटीओ-ऑन प्रणव कुमार कमल ने बताया कि कोरोना संक्रमण के बीच गर्भवती महिलाओं को दी जाने वाली सुविधाओं को सुनिश्चित कराने के लिए केयर इंडिया को महत्वपूर्ण जिम्मेदारी दी गई है। केयर इंडिया के सभी प्रखंड प्रबंधकों को जिम्मेदारी दी गई है कि आशा व एएनएम के माध्यम से सभी गर्भवती महिलाओं की लाइन-लिस्टिंग तैयार की जाए और गर्भवती महिलाओं को मिलने वाली स्वास्थ सुविधाएं सुनिश्चित कराई जाए।

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