देव भूमि उत्तराखंड की पवित्र नगरी हरिद्वार में वैदिक प्रकाशन ने 60 साहित्यकारों को वैदिक रामानुज वार्षिकी सम्मान 2025 से किया सम्मानित

देव भूमि उत्तराखंड की पवित्र नगरी हरिद्वार में वैदिक प्रकाशन ने 60 साहित्यकारों को वैदिक रामानुज वार्षिकी सम्मान 2025 से किया सम्मानित

जे टी न्यूज, गोरखपुर: हरिद्वार उत्तराखंड में वैदिक प्रकाशन द्वारा भव्य साहित्यिक सम्मान समारोह एवं पुस्तक विमोचन का आयोजन किया गया जिसमें 16 साझा संकलन एवं एकल पुस्तिकाओं का विमोचन हुआ तथा 60 साहित्यकारों को “वैदिक रामानुज वार्षिकी सम्मान 2025” से सम्मानित किया गया। इस कार्यक्रम का कुशल संचालन आदरणीय अभिषेक मिश्रा,आदरणीय सुनील सैनी “सीना” और गोरखपुर की युवा कवयित्री एवं लेखिका आदरणीया हिना कौसर गोरखपुरी जी के द्वारा किया गया जिन्होंने शुरू से अंत तक सभी को एक सूत्र में पिरोये रखा और अपने शानदार संचालन से इस कार्यक्रम में चारचाँद लगा दिया। इस सम्मान समारोह में मुख्य रूप से उपस्थित गणमान्य अतिथि और इस कार्यक्रम की शोभा बढ़ाने वालों में वैदिक प्रशासन की वरिष्ठ सलाहकार आदरणीय अंजलि सारस्वत, समन्वयक आदरणीय नीतू कुमारी, प्रबंधक गौरव मिश्रा, प्रकाशक प्रशस्ति सचदेव एवं सह प्रकाशक राधा मिश्रा मुख्य रूप से उपस्थित थे। इन सभी लोगों के हाथों से सभी साहित्यकारों एवं रचनाकारों को साहित्य में उनके उल्लेखनीय योगदान के लिए सम्मानित किया गया। इस समारोह में पुस्तक विमोचन एवं सम्मान के साथ-साथ विभिन्न कलाकारों एवं वक्ताओं ने अपनी अपनी कला एवं विचारों से सभी को मन्त्रमुग्ध कर दिया।
कार्यक्रम का शुभारंभ आदरणीय अंजलि सारस्वत शर्मा जी के मधुर ईश वंदन के साथ हुआ जिससे पूरा सदन भक्तिमय हो गया। इसके बाद 16 पुस्तिकाओं का विमोचन किया गया। फिर बाल कलाकारों में वेदांत मिश्रा और वरेन्या ने अपनी कविताओं से अपने भाव सभी तक पहुंचाए। बाल कलाकारों में तन्वी, वृना और अनाया ने अद्भुत नृत्य प्रस्तुत किया जिसे सभी ने बहुत पसंद किया। कार्यक्रम के तीनों संचालक अभिषेक मिश्रा, सुनील सैनी एवं हिना कौसर गोरखपुरी ने अपने शानदार संचालन से सभी को अपनी ओर आकर्षित किया और कार्यक्रम को सफल बनाने में अपना पूरा योगदान दिया जिससे यह कार्यक्रम सफलतापूर्वक संपन्न हो पाया।


कार्यक्रम के अंत में वैदिक प्रकाशन की संस्थापक एवं प्रकाशक आदरणीया प्रशस्ति सचदेव एवं मीडिया प्रभारी अरुण राठौर ने कार्यक्रम में उपस्थित सभी साहित्यकारों,रचनाकारों अतिथियों एवं तीनों संचालकों का हृदय से आभार एवं धन्यवाद व्यक्त किया।

Related Articles

Back to top button