राजभाषा ‘हिंदी’ का प्रयोग राष्ट्र की सच्ची सेवा — शैलेश, हिंदी का प्रयोग और विकास’ विषय पर परिचर्चा आयोजित
कार्यालय, जेटी न्यूज
समस्तीपुर। हिंदी-दिवस’ के अवसर पर समस्तीपुर प्रधान डाकघर पर डाकपाल सुधीर कुमार प्रभाकर की अध्यक्षता में डाकर्मियों के बीच ‘राज-भाषा हिंदी का प्रयोग और विकास’ विषय पर एक परिचर्चा का आयोजन किया गया,जिसका संचालन डाक जनसम्पर्क निरीक्षक शैलेश कुमार सिंह ने किया।इस अवसर पर डाककर्मियों ने अपने-अपने विचार व्यक्त किये।कार्यक्रम को आगे बढ़ाते हुए जनसम्पर्क निरीक्षक शैलेश कुमार सिंह ने कहा कि राज-भाषा ‘हिंदी’ का अधिकाधिक प्रयोग सही मायने में राष्ट्र की सच्ची सेवा और सम्मान है। देश और विश्व के अधिसंख्य भू-भाग में बोली जाने वाली ‘हिंदी भाषा’ समृद्ध व सक्षम है और जिसका अधिकाधिक प्रयोग कर हम जहाँ एक ओर समरस समाज की स्थापना कर सम्पूर्ण राष्ट्र को एकता के सूत्र में पिरो सकते हैं तो दूसरी ओर आने वाली युवा पीढ़ियों में देश भक्ति और राष्ट्रवाद का अलख जगाने में एक महती भूमिका निभा सकते हैं।
श्री सिंह ने आगे कहा कि विश्व की विशालतम डाक व्यवस्था भारतीय डाक है और लगभग 1 लाख 55 हज़ार डाकघरों के विशाल नेटवर्क के माध्यम से भारतीय डाक द्वारा सम्पूर्ण देश में अपनी सेवाएँ प्रदान करता है, जिसके परिणाम स्वरूप हमारी पहुँच लगभग 100-125 करोड़ लोगों तक है। ऐसे में राज-भाषा ‘हिंदी’ का प्रचार -प्रसार हम सभी डाकर्मियों की नैतिक राष्ट्रीय जिम्मेदारी भी है। देश को एकता के सूत्र में पिरोने वाली, देश के अधिसंख्य भू-भाग में ही नहीं, बल्कि विश्व के ढेर सारे देशों में बोले जानेवाली सक्षम और समृद्ध भाषा ‘ हिंदी ‘ का अपने निजी और सरकारी काम-काज में प्रयोग कर हम अपने आनेवाली पीढ़ियों को अपनी उन्नत भाषा तथा इस भाषा के माध्यम से परिभाषित सभ्यता, संस्कृति व संस्कारों का बोध कराने में समर्थ होंगे। कार्यक्रम के अंत में डाकपाल सुधीर कुमार प्रभाकर ने कार्यक्रम में उपस्थित समस्त डाककर्मियों को ‘हिंदी-दिवस’ की शुभकामनाएं दी साथ ही उन्होंने उपस्थित सभी डाककर्मियों से अपने निजी व विभागीय कार्य में ‘हिंदी-भाषा’ का अधिकाधिक प्रयोग करने की अपील की।
मौके पर यसवंत सिंह, वैद्यनाथ पासवान, सुरेश कुमार सिंह, विलास मंडल, शिव शंकर पासवान, गौतम कुमार, फ़ैज़ आलम, निर्मल कुमार झा, दीप नारायण राय, अर्चना कुमारी, चंद्र प्रकाश सिंह, प्रणय पंकज, धर्मेंद्र कुमार ठाकुर आदि समेत दर्जनों डाककर्मी उपस्थित थें।