मिथिला विश्वविद्यालय आज भी छात्रों के आकर्षण का केंद्र – कुलपति

 

कार्यालय, जेटी न्यूज

दरभंगा। हालिया नामांकन हेतु आवेदन पत्रों के आधार पर यह स्पष्ट है कि मिथिला विश्वविद्यालय आज भी छात्रों के आकर्षण का केंद्र बना हुआ है। विगत वर्षों के अनुपात में इस वर्ष आवेदन के आंकड़े तो ऐसा ही बताते हैं। ललित नारायण मिथिला विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो सुरेंद्र प्रताप सिंह ने योगदान के साथ ही बन्द पड़ी नामांकन की प्रक्रिया को आरंभ कराने का आदेश दिया था। स्नातक प्रथम खंड 2020-23 में नामांकन की प्रक्रिया भले ही छ: महीने विलंब से आरंभ हुई हो परंतु छात्रों द्वारा नामांकन हेतु ऑनलाइन आवेदनों की संख्या पिछले वर्ष की तुलना से कम नहीं है। जबकि पिछले वर्ष आवेदन हेतु एक महीना समय दिया गया था और इस बार मात्र 15 दिनों का समय निर्धारित किया गया था। गत ‌वर्ष नामांकन ‌हेतु आवेदन का समय‌ विस्तार के बाद 200777 छात्रों ने आवेदन किया था। इस वर्ष सभी विषयों में नामांकन हेतु कुल 178513 छात्र छात्राओं द्वारा आनलाइन आवेदन प्राप्त हुए हैं जिसमें कला संकाय के विषयों के लिए 127097, विज्ञान संकाय के विषयों के लिए 37468 एवं वाणिज्य संकाय के विषयों के लिए 13947 आवेदन प्राप्त हुए हैं । जिलाबार यदि आवेदनों की संख्या पर गौर किया जाए तो दरभंगा जिला के लिए कुल 45703, समस्तीपुर के लिए 58757, बेगूसराय के लिए 37538 एवं मधुबनी जिला के महाविद्यालयों में नामांकन के लिए 36516 आनलाइन आवेदन किए गए हैं। ज्ञात हो कि छात्रों द्वारा आवेदन करते समय उनसे 5 महाविद्यालयों को विकल्प के रूप में चुनने हेतु छूट दी गई थी । सभी विकल्पों को मिलाकर यदि आवेदनों की संख्या पर विचार किया जाए, तो दरभंगा जिला में एम एल एस एम कॉलेज दरभंगा को सबसे अधिक छात्रों द्वारा चुना गया है, जहां विकल्पों की कुल संख्या 35304 है। दूसरे स्थान पर मारवाड़ी कॉलेज दरभंगा है जहां कुल 26758 विकल्प दिए गए हैं ।तीसरे स्थान पर सी एम कॉलेज दरभंगा है जहां 18033 विकल्प दिए गए हैं जबकि सी एम कॉलेज दरभंगा में सिर्फ कला एवं वाणिज्य संकाय की पढ़ाई होती है। समस्तीपुर जिला में बी आर बी महाविद्यालय समस्तीपुर को सबसे अधिक 40046 छात्रों द्वारा विकल्प दिए गए हैं हैं।दूसरे स्थान पर आर एन आर कॉलेज समस्तीपुर है जहां इसकी संख्या 27415 है और तीसरे स्थान पर समस्तीपुर कॉलेज समस्तीपुर है जहां विकल्प की संख्या 25488 है। वेगूसराय जिला में जी डी कॉलेज बेगूसराय को सबसे अधिक छात्रों द्वारा विकल्प के रूप चुना गया है जिसकी संख्या 40,046 है । वहीं 32316 छात्रों द्वारा एस बी एस एस कॉलेज बेगूसराय को विकल्प के रूप में चुना गया है जबकि 22044 छात्रों द्वारा चुनाव के आधार पर ए पी एस एम कॉलेज तीसरे स्थान पर है ।मधुबनी जिला की बात करें तो आर के कॉलेज मधुबनी को 24693 छात्रों द्वारा विकल्प के रूप में चुना गया है । दूसरे स्थान पर डी एन वाई कॉलेज मधुबनी जिसे 19790 छात्रों ने और तीसरे स्थान पर जे एन कॉलेज मधुबनी है जिसे 17288 छात्रों ने विकल्प के रूप में चुना है।

यदि छात्रों द्वारा प्रथम विकल्प में चुने हुए कॉलेजों की बात करें तो ललित नारायण मिथिला विश्वविद्यालय में सबसे अधिक 17678 छात्रों ने प्रथम विकल्प के रूप में जीडी कॉलेज बेगूसराय को चुना है । इसके बाद बीआरबी कॉलेज समस्तीपुर का‌स्थान है जिसे 9908 छात्रों ने प्रथम विकल्प के रूप में चुना है । तीसरे स्थान पर आर के कॉलेज मधुबनी है जिसे 9036 छात्र-छात्राओं ने प्रथम विकल्प के रूप में चुना है। चौथे स्थान पर एम एल एस एम कॉलेज दरभंगा है जिसे 7583 छात्र-छात्राओं द्वारा प्रथम विकल्प के रूप में चुना गया है।

विषय की बात करें तो सबसे अधिक 41816 आवेदन इतिहास प्रतिष्ठा में ‌नामांकन के लिए प्राप्त हुए हैं जबकि विश्वविद्यालय में इतिहास के कुल 25394 सीट हैं। भूगोल प्रतिष्ठा में 16270 सीट के विरुद्ध 19835 आवेदन प्राप्त हुए हैं । हिंदी प्रतिष्ठा में 12400 सीट के विरुद्ध 15423 आवेदन नामांकन हेतु प्राप्त हुए हैं। इसी तरह जंतु विज्ञान प्रतिष्ठा में 9093 सीट के विरुद्ध 13885 आवेदन प्राप्त हुए हैं। सीट से अधिक अन्य विषयों में भी आवेदन प्राप्त हुए हैं। सबसे कम आवेदन प्राप्त होने वाले विषय ड्रामा प्रतिष्ठा है जहां 450 सीटों के विरुद्ध सिर्फ एक आवेदन प्राप्त हुए हैं ।वहीं पर्शियन में 2080 सीटों के विरुद्ध दो आवेदन, एंथ्रोपोलॉजी प्रतिष्ठा में 1480 सीटों के विरुद्ध 2 आवेदन और एल एस डब्ल्यू में 2005 सीटों के विरुद्ध मात्र 5 आवेदन प्राप्त हुए हैं ।

Related Articles

Back to top button