*_मुख्यमंत्री के सात निश्चय योजना का खुल रहा पोल लूट के अड्डे में तब्दील नल जल योजना_*

जेटी न्यूज ब्यूरो अभिमन्यु सिंह

*_तेघड़ा प्रखंड में हाथी का दिखानें वाला दांत साबित हो रहा नल-जल योजना।_*

*_उद्धघाटन तो करते हैं बिहार सरकार के मुखिया मगर ससमय नहीं मिल पा रही है ग्रामीणों को स्वच्छ जल।_*

*_शिकायत करने पर प्रखंड विकास पदाधिकारी सरकारी गाड़ी उपलब्ध नहीं होने के बातें कह टालते हैं मामला।_*

*_मुखिया के छवि धूमिल करने को लेकर बिहार सरकार कर रही साजिश :- ललन कुमार सिंह ( जिलाध्यक्ष जिला मुखिया महासंघ बेगूसराय)_*

*_बेगूसराय – मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के सात निश्चय से लूट करने वाले मुखिया पर कार्रवाई हुई है। हर घर-नल का जल योजना में अब तक का बड़ी गड़बड़ी करने वाले बिहार के 373  मुखिया के ऊपर  कार्रवाई हुई है। सिर्फ मुखिया ही नहीं बल्कि सरकारी कर्मी भी इस योजना में खूब माल बटोरे हैं,उन पर भी एक्शन हुआ है। वहीं बेगूसराय जिलें में भी नल का जल योजना का स्थिति बद से बद्तर दिख रहा है कुछ स्थानों को छोड़ दिया जाय तो नल का जल योजना बिलकुल विफल दिख रहा है, पत्रकारों से बात करने पर चिल्हाय पंचायत निवासी बताते हैं कि इस संबंध में प्रखंड विकास पदाधिकारी तेघड़ा को दूरभाष पर जानकारी दी गई नल-जल योजना में व्यापक पैमाने पर अनियमितता हो रही है तब प्रखंड विकास पदाधिकारी तेघड़ा ने बताया कि उनके पास फिलहाल जांच करने के लिए सरकारी गाड़ी मौजूद नहीं है जिस कारण जांच नहीं हो सकता। वहीं प्रखंड में कुछ पंचायत में नल-जल योजना हाथी का दिखानें वाला दांत साबित हो रहा है जहां बिहार के मुख्यमंत्री द्वारा उद्धघाटन तो हो गया मगर पानी ग्रामीणों को मिलती ही नहीं है।_*

*_भ्रष्टाचार की गंगोत्री है सीएम नीतीश का 7 निश्चय_*

*_मुख्यमंत्री नीतीश कुमार का 7 निश्चय  भ्रष्टाचार की गंगोत्री है। भ्रष्टाचार रूपी इस गंगोत्री में जनप्रतिनिधि से लेकर  अधिकारी तक डुबकी लगा रहे हैं। नीतीश सरकार पर विपक्ष के द्धारा लगातार सरकार पर उंगली उठाई जा रही है। अपनें ऊपर लग रहें आरोप से सरकार थोड़ी एक्शन में दिख रही है और अब तक 373 मुखिया पर प्राथमिकी दर्ज कराई गई है। वहीं इस बात निश्चय योजना पर मुख्य भूमिका निभाने वार्ड सदस्य पर मेहरबान दिख रहें हैं बिहार सरकार के मुखिया। वहीं 45 ठेकेदार ,62 सुपरवाइजर 32 पंचायत सचिव पर भी प्राथमिकी का आदेश हुआ है।जिला मुखिया महासंघ के जिलाध्यक्ष ललन कुमार सिंह बताते हैं कि मुखिया इस योजना के नाम पर मुखिया को बदनाम करने का साजिश कर रहें हैं

बिहार सरकार के मुखिया , नल का जल योजना वार्ड सदस्य के माध्यम से करवाया गया जिसमें अनियमितता देखने के बाद राशि निकालने के लिए चेक नहीं दिया जा रहा था जिस पर अधिकारी के दबाव में चेक दिया गया। अब मुखिया के छवि धूमिल किया जा रहा है, वहीं मुख्य रूप से काम करने वाले वार्ड सदस्य पर मेहरबानी दिखा रहें हैं बिहार सरकार के मुखिया।ये जानकारी सूचना के अधिकार अधिनियम के तहत मांगी गई जानकारी में इसका खुलासा हुआ है।_*

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