काले कृषि कानून के खिलाफ किसानों का सत्याग्रह देशहित मे होगा साबित – अमित सहनी

संवाददाता। जेटी न्यूज।

नए कृषि कानूनों के विरोध में किसान संगठनों द्वारा राष्ट्रव्यापी चक्का जाम के सफल आयोजन को लेकर जिला राजद प्रवक्ता अमित सहनी व महासचिव संजीव शर्मा ने किसान संगठन व उक्त संगठन के समर्थन में कार्यक्रम को बेहतर रूप देने वाले महागठबंधन नेताओं को के प्रति धन्यवाद प्रकट किया है।
प्रवक्ता श्री सहनी ने कहा कि’अन्नदाता का शांतिपूर्ण सत्याग्रह देशहित में है। ये तीन कानून सिर्फ किसान-मजदूर के लिए ही नहीं, जनता व देश के लिए भी घातक हैं। देश के किसान दो महीनों से अधिक से भीषण ठंड में सड़कों पर वे संघर्ष कर रहे हैं। वहीं दूसरी तड़फ वे पानी का कनेक्शन, बिजली कनेक्शन वापस ले रहे हैं। वे किसानों को परेशान कर रहे हैं, एक लोकतांत्रिक सरकार इस तरह से कैसे काम कर सकती है।

कृषि कानूनों के जरिए किसानों की जमीन पूंजीपतियों को सौंपने की तैयारी है। कहा कि बचपन से जय जवान-जय किसान का नारा सुनते आए थे लेकिन, भाजपा सरकार फंडदाताओं के लिए जवान और किसान को ही आपस में लड़वा रही है। महागठबंधन सहित उनके नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव शुरुआत से किसानों के संघर्ष में साथ खड़े है। राजद की सरकार थी तो एमएसपी से भी अधिक दाम में फसल खरीद हुई थी। नीतीश कुमार ने 2006 में मंडी व्यवस्था खत्म की तो किसान मजदूर बन गये। अगर केंद्र के कृषि कानून लागू हुए तो किसान भिखारी बन जाएंगे। उन्होंने कहा कि महागठबंधन के साथी पूछना चाहते हैं कि मुख्यमंत्री चुप क्यों हैं। उन्हें बताना चाहिए कि तीनों कृषि कानून किसानों के हित में हैं या नहीं।

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