मानदेय भुगतान से वंचित सेविकाओं ने सीडीपीओ कार्यालय पर किया हंगामा

 

*ढ़ाई साल से लगातार सेवा देने के बाद भी मानदेय से हैं वंचित

जेटी न्यूज/ अरविंद कुमार रजक

 

उजियारपुर/समस्तीपुर: प्रखंड मुख्यालय स्थित बाल विकास परियोजना कार्यालय परिसर में नवचनियत सेविका व सहायिका ने नियुक्ति के दो वर्षों बाद भी मानदेय भुगतान ना होने पर जमकर हंगामा किया व महिला पर्यवेक्षिका माला सिंह के विरूद्ध जमकर नारेबाजी की। हंगामा कर रही सेविकाओं का आरोप है कि प्रमाण-पत्र पत्र जांच कराने के नाम पर बाल बिकास परियोजना कार्यालय उजियारपुर में कार्यरत माला सिंह के द्वारा नवचनियत सेविका व सहायिका से 2 हजार से लेकर 25 सौ रूप्ये तक की मांग की जाती है,

नही देने पर मानदेय रोक देने तथा चयनमुक्त कर देने की बात की जाती। मौके पर उपस्थित सेविकाओं में सिंकू कुमारी, पिंकी कुमारी, वीणा कुमारी, स्वाती कुमारी, गीता कुमारी, संगीता कुमारी, बिन्दू कुमारी, प्रियंका कुमारी, हेमलता कुमारी, रूपा कुमारी, मधू कुमारी, चांदनी कुमारी, रीता कुमारी, रेखा कुमारी, रूबी कुमारी, रिंकू कुमारी, ललिता कुमारी आदि ने बताया कि, जब से वह लोग सेविका व सहायिका पद पर बहाल की गयीं हैं, तब से लगातार व अपने कार्य को निष्ठापूर्वक कर रही हैं, लेकिन करीब दो वर्ष बीत जाने के बाद भी उनलोगों के मानदेय का भुगतान नही किया गया है। जिसके कारण उनलोगों के सामने भुखमरी की समस्या उत्पन्न हो गयी हैं। इस बाबत सेविका संघ की जिलाध्यक्षा सह उजियारपुर प्रखंड अध्यक्षा किरण कुमारी का कहना है कि, महिला पर्यवेक्षिका माला सिंह अपने पाले हुए दलालों के माध्यम से नवचयनित सेविकाओं से शैक्षणिक योग्यता प्रमाण-पत्र के जांच व सत्यापित कराने के नाम पर अवैध राशि की वसुली की जा रही थी। जिससे संबंधित दर्जनों सेविकाओं के हस्ताक्षरयुक्त आवेदन जिला कार्यक्रम पदाधिकारी आईसीडीएस समस्तीपुर को दिया गया था, जिसके बाद उक्त पर्यवेक्षिका से वरीय पदाधिकारी ने स्पष्टीकरण का मांग कर दिया था। जिसके जबाब में माला सिंह ने सभी नवचयनित सेविकाओं में से कुछ को डराकर तो कूछ को अपने प्रभाव में लेकर, सेविकाओं द्वारा कार्यक्रम पदाधिकारी समस्तीपुर को दिए आवेदन को झूठा साबित करने के लिए हस्ताक्षर करवा लिया। उन्होंने यह भी कहा कि, महिला पर्यवेक्षिका माला सिंह जब कभी भी कार्यालय आती हैं तो अपने साथ चार से पांच दलाल को साथ लेकर हीं आती हैं,

और उसी दलाल के माध्यम से सेविका तथा सहायिकाओं से अवैध राशि की वसूली करवाती हैं। इस बाबत पुछे जाने पर प्रखंड बाल विकास परियोजना पदाधिकारी उजियारपुर रीता सिन्हा ने बताया कि, उजियारपुर वाल विकास परियोजना के पोषक क्षेत्र में कुल 1 सौ सेविकाओं का चयन किया गया था। जिसमें से इस सप्ताह ही कुछ सेविकाओं व सहायिकाओं का शैक्षणिक प्रमाण विभाग द्वारा सत्यापित होकर आ गया है। जिनका भी सत्यापन कर लिया गया है, उनके मानदेय से संबंधित सभी विभागीय कार्रवाई होने के बाद मानदेय भुगतान कर दिया जाएगा, तथा शेष बची सेविकाओं का भी बहूत जल्द सत्यापन का काम पुरा होने के बाद मानदेय भुगतान कर दिया जाएगा।

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