जिला के कार्यपालक सहायकों ने शहर में कैंडल मार्च निकाल कर किया बिरोध प्रदर्शन

जेटी न्यूज मधुबनी

कार्यपालक सहायकों ने कैंडल मार्च निकालकर विरोध प्रदर्शन किया कैंडल मार्च समाहरणालय के समक्ष धरना स्थल से निकलकर शहर के विभिन्न चौक चौराहों से घूमते हुए पुनः धरना स्थल पर समाप्त किया
बिहार राज्य कार्यपालक सहायक सेवा संघ मधुबनी के द्वारा अपनी 8 सूत्री मांगों को लेकर दो दिवसीय सांकेतिक हड़ताल करते हुए समाहरणालय समक्ष धरना पर बैठे आज दूसरे दिन कैंडल मार्च निकालकर विरोध प्रदर्शन किया धरना के अध्यक्षता फकीर मंडल ने किया वही सभा को संबोधित करते हुए अध्यक्ष फकीर मंडल ,राहुल कुमार झा, रमन प्रसाद सिंह, संजीत कुमार, राजन ठाकुर, नरेंद्र कुमार, अजीत कुमार मंडल ,सत्यजीत कुमार ,शंकर कुमार ,नीरज कुमार, नीला नंदन झा, जयप्रकाश ,अजय कुमार, अंजली कुमारी, ममता कुमारी, नीतू कुमारी समेत दर्जनों कार्यकर्ता ने सभा को संबोधित करते हुए कहा कि हमारी आठ सूत्री मांगे हैं उन्होंने बताया कि बिहार प्रशासनिक सुधार मिशन सोसायटी के निर्णय को तत्काल प्रभाव से निरस्त किया जाए’.

कार्यपालक सहायकों के नियमित उच्च स्तरीय समिति की अनुशंसाओं को मूल स्वरूप में अक्षरशः लागू किया जाए .
सभी कार्यमुक्त कार्यपालक सहायकों को उच्च स्तरीय समिति की अनुशंसा के आलोक में तत्काल प्रभाव से अन्य विभागों में समायोजित किया जाए। कार्यपालक सहायकों की न्यूनतम शैक्षणिक योग्यता इंटर करते हुए सभी कार्यपालक सहायकों की सेवा सूचना एवं प्रवैधिकी विभाग अंतर्गत गठित सूचना प्रवैधिकी संवर्ग में शामिल करते हुए नियमितीकरण स्थाई की जाए .
अवकाश की अनुमान्यता प्रभावी की जाए. कार्यपालक सहायकों को देय 10% वार्षिक मानदेय वृद्धि 66% अन्य भत्ता सहित और 5 वर्ष की सेवा के उपरांत ग्रेड लाभ भूतलक्षी प्रभाव से किया जाए .
कार्यपालक सहायकों को यदि स्थानांतरित किया जाता है तो उन्हें भूतलक्षी प्रभाव से सरकारी सेवकों के अनुरूप अनुमानय भत्ता दिया जाए .

विभिन्न आंदोलन अवधि में कटौती किए गए मानदेय को अनुमान
अवकाश में समायोजित कर कटौती किए गए मानदेय का भुगतान किया जाए साथ ही वर्ष 2015 के आंदोलन के दौरान आंदोलनरत कार्यपालक सहायकों पर दायर गर्दनीबाग कांड को समाप्त किया जाए सरकार द्वारा कार्यपालक सहायकों पर बार-बार अन्याय कर रही है विगत 10 वर्षों से कार्यपालक सहायकों के द्वारा सरकार से वाजिब हक स्थायीकरण ए वेतनमान की मांग की जा रही है सभी कार्यपालक सहायक स्नातक है कंप्यूटर की दस्ता रखते हैं और विगत 10 वर्षों से सरकारी कार्य ही कार्य बहुत ही कुशल तरीके से संचालित कर रहे हैं कार्यपालक सहायकों के हड़ताल पर जाने से मधुबनी जिला सहित पूरे बिहार में आरटीपीएस काउंटर लोक शिकायत कार्यालय पंचायत स्तर पर तथा साथ ही सरकारी कार्यालयों का कार्य भी प्रभावित है जिसके कारण आम जनों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है पूरे बिहार में कार्यपालक सहायकों में आक्रोश व्याप्त है सरकार कार्यपालक सहायकों को चौतरफा अन्याय कर रही है जो कहीं से न्याय संगत नहीं है यदि सरकार उच्च स्तरीय समिति की अनुशंसा को अक्षरश: लागू नहीं करती है तो आंदोलन को और भी तीव्र किया जाएगा इसकी सारी जवाबदेही सरकार की होगी।

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