पश्चिम बंगाल में छठे चरण के चुनाव में 43 विधानसभा क्षेत्रों में 14,480 मतदान केन्द्रों पर मतदान संपन्न हुआ
नई दिल्ली/कोलकाताः पश्चिम बंगाल में छठे चरण के चुनाव में आज 43 विधानसभा क्षेत्रों में 14,480 मतदान केन्द्रों में शांतिपूर्ण मतदान संपन्न हुआ। मतदाताओं ने स्वच्छता और सामाजिक दूरी के प्रोटोकॉल को देखते हुए कोविड उपयुक्त व्यवहार का पालन करने की मिसाल पेश की। आज छठे चरण के चुनाव के लिए शाम 5 बजे तक कुल 79.09 प्रतिशत मतदान हुआ।
16 अप्रैल, 2021 को जारी निर्देशों के माध्यम से, ईसीआई ने एक बार फिर से सभी राष्ट्रीय, राज्य स्तर के राजनीतिक दलों से चुनाव प्रचार के दौरान कोविड प्रोटोकॉल का पालन करने के लिए कहा। ईसीआई ने जिले के अधिकारियों को किसी भी प्रकार के उल्लंघन की स्थिति में आपदा प्रबंधन अधिनियम, 2005, महामारी रोग अधिनियम, 1897 आदि के तहत कार्रवाई करने और आगे प्रचार के लिए अनुमति रद्द करने के निर्देश दिए, भले ही पहले इसकी अनुमति दी गई हो।
पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनाव के छठे चरण में, पीडब्ल्यूडी मतदाताओं और 80+ मतदाताओं की कुल संख्या क्रमशः 64,266 और 1,57,290 है। पश्चिम बंगाल में इस चरण के दौरान 14,480 बैलेट यूनिट (बीयू), 14,480 कंट्रोल यूनिट (सीयू) और 14,480 वीवीपीएटी का इस्तेमाल किया गया। 14,480 मतदान केन्द्रों में से 7,466 (51.56 प्रतिशत) की वेबकास्टिंग के माध्यम से सीधी निगरानी की गई। मतदान प्रक्रिया पर नजर रखने के लिए ड्रोनों का भी इस्तेमाल किया गया।
पश्चिम बंगाल में इस चरण तक के चुनाव के दौरान, रिकॉर्ड 316.47 करोड़ रुपये जब्त हो चुके हैं।
चुनाव में मतदाताओं, मतदान केन्द्रों और पर्यवेक्षकों का विवरण इस प्रकार है :
तालिका 1: पश्चिम बंगाल से जुड़े आंकड़े | |||||||
राज्य | चरण 1 | चरण 2 | चरण 3 | चरण 4 | चरण 5 | चरण 6 | Total upto Phase 6 |
विधानसभा क्षेत्र | 30 | 30 | 31 | 44 | 45 | 43 | 223 |
मतदान केन्द्रों की संख्या | 10,288 | 10,620 | 10,871 | 15,940 | 15,789 | 14,480 | 77,988 |
पंजीकृत मतदाता | 7380942 | 7594549 | 7852425 | 11581022 | 11347344 | 10387791 | 5,61,44,073 |
कुल उम्मीदवारों की संख्या | 191 | 171 | 205 | 373 | 319 | 306 | 1565 |
तैनात सामान्य पर्यवेक्षकों की संख्या | 20 | 23 | 22 | 35 | 33 | 26 | 159 |
तैनात पुलिस पर्यवेक्षकों की संख्या | 7 | 6 | 9 | 9 | 12 | 13 | 56 |
तैनात व्यय पर्यवेक्षकों की संख्या | 9 | 9 | 7 | 10 | 16 | 13 | 64 |
% में मतदान | 84.63 (अंतिम वीटीआर) | 86.11 (अंतिम वीटीआर) | 84.61 (अंतिम वीटीआर) | 79.90 (अंतिम वीटीआर) | 82.49 (अंतिम वीटीआर) | 79.09 (शाम 5 बजे तक) |
समावेशी और सुगम चुनाव सुनिश्चित करने के लिए, ईसीआई ने डाक मतपत्र की सुविधा के विकल्प का पीडब्ल्यूडी, 80 साल से ज्यादा उम्र के वरिष्ठ नागरिकों, कोविड-19 संदिग्ध या प्रभावित लोगों और आवश्यक सेवाओं में तैनात लोगों के लिए विस्तार कर दिया है। पर्यवेक्षकों ने जमीनी स्तर पर इन मतदाताओं के लिए उचित सुविधाएं उपलब्ध कराए जाने का जायजा लिया।
तालिका 3 : पश्चिम बंगाल में पीडब्ल्यूडी और 80+ मतदाताओं की संख्या | |||||||
राज्य | चरण 1 | चरण 2 | चरण 3 | चरण 4 | चरण 5 | चरण 6 | चरण त्र तक कुल |
पीडब्ल्यूडी मतदाताओं की संख्या | 40,408 | 54,765 | 64,083 | 50,523 | 60,198 | 64,266 | 3,34,243 |
80+ए मतदाताओं की कुल संख्या | 1,23,393 | 1,18,116 | 1,26,177 | 2,03,927 | 1,79,634 | 1,57,290 | 9,08,537 |
अभी तक पीडब्ल्यूडी मतदाताओं की कुल संख्या = 3,34,243
अभी तक 80+ मतदाताओं की कुल संख्या = 9,08,537
पश्चिम बंगाल में इस चरण के दौरान कुल 14,480 बैलेट यूनिट (बीयू), 14,480कंट्रोल यूनिट (सीयू) और 14,480 वीवीपीएटी इस्तेमाल किए गए। मानक प्रक्रिया के तहत ये सभी ईवीएम और वीवीपीएटी पहले ही प्राथमिक स्तर की जांच, औचक परीक्षण से गुजर चुके हैं और राजनीतिक दलों/ उम्मीदवारों के एजेंटों की उपस्थिति में इनकी स्थापना की गई थी। एफएलसी और स्थापना के दौरान इन सभी ईवीएम और वीवीपीएटी को कृत्रिम चुनाव से गुजारा गया था। आज मतदान शुरू होने से पहले हर ईवीएम और वीवीपीएटी फिर से उम्मीदवारों के पोलिंग एजेंट की उपस्थिति में मानक प्रक्रिया के तहत कम से 50 मत डलवाकर कृत्रिम चुनाव से गुजारा गया। कृत्रिम चुनाव के अंत में ईवीएम के नतीजों का वीवीपीएटी पर्चियों के नतीजों के साथ मिलान किया गया और उसे पोलिंग एजेंटों को दिखाया गया। चुनाव के दौरान काम नहीं करने की दर पिछले कुछ चुनावों के अनुभवों की तुलना में कम रही।
मुक्त और निष्पक्ष चुनाव को प्रोत्साहन देने के क्रम में ईसीआई के मानकों के तहत गंभीर और संवेदनशील पोलिंग बूथ सहित 50 प्रतिशत से ज्यादा मतदान केन्द्रों की सजीव निगरानी और वेबकास्टिंग की व्यवस्था की गई, जिसका उद्देश्य मतदान क्षेत्रों में सुरक्षित माहौल सुनिश्चित करना था। आयोग, सीईओ, डीईओ, पर्यवेक्षक सीधा प्रसारण देख सकते थे और इन मतदान केन्द्रों पर पैनी नजर रख सकते थे।
7466 (51.56%) | 14,480 में से इन मतदान केन्द्रों की वेबकास्टिंग के माध्यम से सजीव निगरानी |
पश्चिम बंगाल में जारी चुनाव के दौरान इस चरण तक, आज तक 316.47 करोड़ रुपये की रिकॉर्ड जब्ती हो चुकी है। जब्ती के आंकड़े विधानसभा के आम चुनाव, 2016 के दौरान हुई कुल 44.33 करोड़ रुपये की तुलना में 7.1389 गुने हैं, जिसमें नकदी, शराब, मादक पदार्थ, उपहार आदि शामिल हैं।आयोग प्रलोभन मुक्त चुनाव और धनबल, शराब, उपहारों पर रोक लगाने पर जोर दे रहा है। राज्य में नकदी, शराब, नशीले पदार्थ और उपहारों की आवाजाही पर रोक लगाने उद्देश्य से प्रभावी निगरानी के लिए कुल 1137 उड़न दस्ते (एफएस) और 1012 स्थिर सर्विलांस दल (एसएसटी) सक्रिय किए गए थे, जिस पर जिलों में डीईओ, व्यय पर्यवेक्षकों और विशेष पर्यवेक्षकों द्वारा पैनी नजर रखी जा रही है।पश्चिम बंगाल में कोलकाता, दुर्गापुर में अंदल और बागडोगरा में विभिन्न स्थानों पर आईटी विभाग की कुल 3 एयर इंटेलिजेंस यूनिट (एआईयू) भी स्थापित की गई हैं।
सभी पांच राज्यों/ संघ शासित क्षेत्रों व उप चुनावों में जहां विधानसभा चुनाव हुए हैं/ हो रहे हैं, अभी तक 1,019.07 करोड़ रुपये (इसमें उपचुनावों में हुई 12.11 करोड़ रुपये की जब्ती भी शामिल है) की जब्ती हो चुकी है।
22.04.2021 की दोपहर तक जब्ती की सामानवार रिपोर्ट
राज्य | नकद (करोड़ रुपये में) | बहुमूल्य धातु (करोड़ रुपये में) | मादक पदार्थ/ नरकोटिक्स | अन्य सामान/ उपहार | शराब | कुल (करोड़ रुपये में) | एलए 2016 में कुल जब्ती (करोड़ रुपये में) | एलए 2016 का % | |
मूल्य (करोड़ रुपये में) | मूल्य (करोड़ रुपये में) | मात्रा (लीटर में) | मूल्य (करोड़ रुपये में) | ||||||
पश्चिम बंगाल में छठे चरण तक | 52.85 | 12.91 | 119.43 | 97.44 | 2934157 | 33.84 | 316.47 | 44.33 | +713.89% |
भारतीय निर्वाचन आयोग का सीविजिल ऐप एक नागरिक केन्द्रित मोबाइल एप्लीकेशन है, जो लोगों को स्वचालित लोकेशन विवरण के साथ रियल टाइम आधार पर एमसीसी उल्लंघन के मामलों की सूचना देने के लिए सशक्त बनाता है और क्षेत्र स्तर पर सत्यापन के बाद 100 मिनट के भीतर इस पर कार्रवाई की जाती है। सीविजिल ऐप के माध्यम से पश्चिम बंगाल में आचार संहिता के उल्लंघन के कुल 1,95,815 मामलों की सूचना मिली, जिनमें से आज (शाम 4 बजे) तक 1,84,563 का निस्तारण कर दिया गया था।
सभी मतदान केन्द्रों पर, पेयजल, वेटिंग शेड, पानी की सुविधा के साथ शौचालय, प्रकाश की पर्याप्त व्यवस्था, पीडब्ल्यूडी मतदाताओं के लिए व्हीलचेयर ले जाने को उपयुक्त ढाल के साथ रैंप की व्यवस्था और मानक मतदान कम्पार्टमेंट आदि जैसी सुनिश्चित न्यूनतम सुविधाएं (एएमएफ) उपलब्ध कराई गई थीं। मतदान केन्द्रों पर दिव्यांगों और वरिष्ठ नागरिकों के लिए परिवहन सुविधा, स्वैच्छिक सहायकों जैसी व्यव्स्थाएं उपलब्ध थीं।
सभी मतदान केन्द्रों पर कोविड-19 सुरक्षा प्रोटोकॉल का पालन किया गया। कोरोना वायरस के प्रसार पर नियंत्रण के लिए, चुनाव आयोग ने अनुच्छेद 324 के तहत मिली शक्तियों का उपयोग करते हुए प्रचार का समय सीमित कर दिया था। आयोग ने राजनीतिक दलों को प्रचार के लिए निर्धारित कोविड प्रोटोकॉल का पालन करने के लिए लिखा है और जिला प्रशासन को किसी प्रकार के उल्लंघन की स्थिति में नियमों के तहत जरूरी कार्रवाई करने व ऐसे मामलों में प्रचार के लिए दी गई अनुमति रद्द करने के निर्देश दिए हैं। आयोग ने जिला निर्वाचन अधिकारियों को नियमों का उल्लंघन नजर आने पर जनसभाओं/ रैलियां रद्द करने का अधिकार होने की बात दोहराई है।
आयोग ने सुगम और सुरक्षित चुनाव कराने के लिए एक विस्तृत सुरक्षा योजना तैयार की है। मतदान प्रक्रिया पर नजर रखने के लिए ड्रोन का भी इस्तेमाल किया गया। मुक्त, निष्पक्ष, समावेशी और सुगम तरीके से चुनावों के संचालन के लिए शांतिपूर्ण, प्रलोभन मुक्त और अनुकूल माहौल सुनिश्चित करने को केन्द्रीय सैन्य पुलिस बलों (सीएपीएफ) के साथ-साथ स्थानीय पुलिस बल भी तैनात किए गए थे।14,480 मतदान केन्द्रों पर शांतिपूर्वक और व्यवस्थित मतदान संपन्न हुआ।
आयोग ने आज सभी हितधारकों विशेषकर चुनाव प्रक्रिया में उत्साह और भयमुक्त भागीदारी के लिए मतदाताओं के प्रति आभार व्यक्त किया।आयोग विशेष रूप से पीडब्ल्यूडी मतदाताओं, वरिष्ठ नागरिकों, सेवा मतदाताओं को कोविड प्रोटोकॉल मानकों का सम्मान करते हुए चुनाव में भाग लेने के लिए धन्यवाद करता है।मतदाताओं और चुनाव अधिकारियों की सुरक्षा के लिए यह सुनिश्चित किया गया था कि मतदान से एक दिन पहले मतदान केन्द्रों को सैनिटाइज किया जाए और मतदान केन्द्रों पर थर्मल स्कैनिंग, हैंड सैनिटाइजर, फेस मास्क जैसी सुविधाएं भी उपलब्ध रहें। सामाजिक दूरी के लिए पर्याप्त व्यवस्था की गई।आयोग महामारी के बावजूद मुक्त, निष्पक्ष, पारदर्शी और सुरक्षित चुनाव संपन्न कराने के लिए व्यापक व्यवस्था करने और समर्पित रूप से काम करने के लिए ड्यूटी पर मौजूद मतदानकर्मियों, सुरक्षा कर्मचारियों, पर्यवेक्षक कर्मचारियों, पर्यवेक्षकों, विशेष पर्यवेक्षकों, रेलवे अधिकारियों, प्रवर्तन एजेंसियों, स्वास्थ्य अधिकारियों के साथ ही पूरी चुनावी मशीनरी की सेवाओं को सम्मान देता है।आयोग सुगम और शांतिपूर्ण चुनाव कराने के लिए मीडिया सहित सभी हितधारकों से सक्रिय सहयोग, भागीदारी और रचनात्मक साझेदारी का अनुरोध करता है।
चुनाव से संबंधित जानकारियों, फोटोग्राफ और अन्य विवरण के लिए कृपया वेबसाइट eci.gov.in और ट्विटर हैंडल @SpokespersonECI और @ECISVEEP पर जाएं।
(साभारः पीआईबी)
संपादिकृतः ठाकुर वरूण कुमार