दुःखद: नहीं रहे मशहूर शिक्षाविद् व वामपंथी चिंतक डॉ. शंकर प्रसाद यादव, नेताओं ने कहा अपूरणीय क्षति

समस्तीपुर: वीमेंस कालेज, समस्तीपुर के सेवानिवृत्त प्रभारी प्राचार्य सह वामपंथी चिंतक, शहर के अटेरन चौक निवासी डॉ. शंकर प्रसाद यादव का दिल्ली के एक अस्पताल में इलाज के दौरान हुए दिल का दौरा पड़ने के कारण आज संध्या 6:00 बजे आकस्मिक निधन हो गया। इस खबर से मैं काफी मर्माहत हूँ। इनके निधन से समस्तीपुर जिला ने एक शिक्षाविद साहित्यकार कवि लेखक और ट्रेड यूनियन लीडर खो दिया है। उक्त बातें जीकेपीडी महाविद्यालय की सहायक प्राध्यापक सीता कुमारी ने स्व0 यादव के निधन पर अपनी संवेदना व्यक्त करते हुए कही। उन्होंने कहा कि, जिले में सहृदय एवं भावुक स्वभाव के स्वामी डॉ यादव शिक्षण कार्य करते हुए ट्रेड यूनियन लीडर के रूप में इन्होंने जिले के विकास के लिए आयोजित कई आंदोलनों में बढ़ चढ़कर हिस्सा लिया था। इन्होंने रेल विस्तार विकास मंच द्वारा वर्ष 1994से 1996तक रेल कारखाना बचाओ एवं डीजल शेड निर्माण के लिए चलाए गए आंदोलन में महत्वपूर्ण भूमिका का निर्वहन किया था। आज समस्तीपुर मे मौजूद रेल कारखाना और रेलवे डीजल शेड एवं उस आंदोलन में भाग लेने वाले अन्य लोग इसके गवाह हैं। भगवान उनकी आत्मा को शांति दे और उनके परिवार के सदस्यों को इस दुख की घड़ी में दुख सहने की शक्ति प्रदान करें। डॉ यादव के निधन पर शोक संवेदना व्यक्त करने वालों में डॉ दुर्गेश राय प्रदेश महासचिव जनता दल यूनाइटेड, समस्तीपुर कॉलेज के प्रोफेसर दिनेश्वर राय, शिक्षक नेता रजनीश कुमार, सेवानिवृत्त शिक्षक राजकुमार राय, समाजसेवी जगदीश राय, शिव नारायण राय, सेवानिवृत्त रेलकर्मी शत्रुघ्न राय, रामाश्रय राय, राम स्वार्थ राय, राजेंद्र राय अधिवक्ता, उमेश राय, रामदेव महतो, भोला राय, रामाश्रय राय, ब्रह्मचारी, भाजपा मजदूर संघ के नेता शशि भूषण शर्मा सहित सैकड़ों लोग शामिल है। वहीं भाकपा माले जिला स्थाई समिति सदस्य सुरेन्द्र प्रसाद सिंह, उनकी छात्रा रहीं ऐपवा जिलाध्यक्ष बंदना सिंह, आइसा जिला सचिव सुनील कुमार ने डॉ यादव के निधन पर गहरा शोक प्रकट करते हुए इसे शिक्षा जगत और साम्यवाद आंदोलन के लिए अपूरणीय क्षति बताया है।

संपादिकृत: ठाकुर वरुण कुमार

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