होली के भंग में राजनीति के रंग खबरी लाल के संग।
होली के भंग में राजनीति के रंग खबरी लाल के संग।

वैश्विक महामारी कोरोना संकट अभी पूर्ण विराम तो नही लगा है लेकिन कोरोना के लगातार घटते केश के कारण आम आदमी इन दिनों थोडी राहत की साँसे ली।मौसम भी बंसत का है।चारो ओर रंग के लोहार होली की चर्चा है। श्याद रंगो के त् इस योहार में आम नागरिकों के साथ भारतीय राजनीतिज्ञ के मानस पटल की क्षितिज पर एक नवोदित मान करिश्माई व्यक्तित्व के रूप अरविन्द केजरीवाल की चर्चा हर जगह-हर जुबान पे हो रही है।

अभी पाँच राज्यों के विधान सभा के चुनावी परिणाम भाजपा के चौका लगाया वही पंजाब में आम आदमी पार्टी की आशातीत सफलता मिलने के खुशी अभी फीकी नही हुई है।राज्यो में बिजयी राजनीति पार्टी राज्य में अपनी सरकार बनाने के लिए सम्पर्क ,संवाद ,सहयोग,बैठक का दौर चल रहा है।मुख्य मंत्री के चेहरे पर चर्चा मंत्री मण्डल के लिए राजनीति पंडितो के द्वारा अंकगणित , ज्योतिष,जाति समीकरण आदि तत्वो पर चिन्तन मनन मे व्यस्त है।हालांकि 16 मार्च को पंजाब के नव निर्वाचित मुख्य मंत्री के रूप भगवत मान के द्वारा अपने समर्थकों की उपस्थित में शहीद भगत सिंह के पैतृक पिण्ड (गाँव) खडंककला में बंसती रंग सपथ ले लिया है।
15 मार्च की सुहानी शाम में मुझे दिल्ली विधान सभा के परिसर में कुछ पल बिताने का अवसर मिला ।मौका था एक व्यवसायिक संगठन होली मंगल मिलन का है। मंच पर विराजमान में थे दिल्ली विधान सभा अध्यक्ष — गोयल।चुँकि होली मिलन का कार्यक्रम था।सांस्कृतिक कार्यक्रम का प्रावधान था ,होली के अवसर कार्यक्रम हो और चुटकले ‘ हास्य परिहास ना हो ऐसा हो ही नही सकता है।इस मौके पर माननीय विधान सभा के अध्यक्ष राम नाथ गोयल जी विगत दिनो पाँच राज्यो के विधान सभा चुनाव पर चुटकी लेते हुए कहा कि मोदी जी – केजरीवाल पर एक चुटकले बिलकूल ही मजाकिया अंदाज में कहा कि -मोदी जी ने केजरीवाल को पंजाब विधान सभा मे चुनाव में बिजयी होने पर आप को बधाई हो
केजरी वाल जी पीछे कहा रहने वाले थे।उन्होने तुरन्त जबाब देते हुए कहा कि -धन्यवाद सर !
आप को चार राज्यो में विधान सभा के चुनाव में विजय पाने के लिए बहुत बहुत बधाई सर। मोदी जी ने – केजरीवाल को धन्यवाद कहा और पूछा कि
केजरी वाल जी आप कैसे है ,सब ठीक ठाक है।
केजरीवाल जी मौके का फयादें उठाते हुए कहा कि – सर मै ठीक हूँ दिल्ली भी ठीक है ।
सर जी एक बात करनी थी ।
मोदी जी – जी-बोले क्या कहना है आपको ।
केजरीवाल -सर एम सी डी का कार्यकाल समाप्त होने वाला है। चुनाव करवा देते।
मोदी -जी क्यू नही, अच्छा मै चुनाव आयोग को बोल देता हुँ – 10 मार्च को चुनाव आयोग प्रेस कॉन्फ्रेंस में करेगा ।
मंच पर आसीन व दर्शको की हँसी का डाका लगने लगा ‘
होली है बुरा ना मानो होली है।
अभी अभी पाँच राज्यो में विधान सभा के चुनाव सम्पन्न हआ है। चार राज्यो में भाजपा व पंजाब में आप की विजय शंखनाद की गुंज से राजनीतिज्ञ के कान खडे हो गये है।आम जनता के साथ राजनेता ओ को अपना उज्जवल भविष्य भी आम आदमी की पार्टी में दिखने लगी है।रंगो के त्योहार होली में हुडदंग के बीच भंग की उमंग ना हो ऐसा हो ही नही सकता है।होली के रंग व भंग से भारतीय राजनीति व राजनेता अछुते कैसे रह सकते है होली के मस्तानों की एक टोली से हुडदंग व भंग के उमंग में अपनी पिचकारी एक खबर उड़ते उड़ते आई कि पंजाव में भगवत मान के मुख्य मंत्री का उम्मीदवार विजयी घोषित होने पर पार्टी के आशातीत सफलता मिलने से पड़ोसी राज्य हरियाणा में राजनीतिक के जानकारों व पंडितो के मध्य दवी जुवान से हरियाणा राज्य के राजनीतिक दल के नेताओ की कुण्डली में ग्रहो की स्थिति पर चिन्तन व चर्चा होने लगी है।ऐसे में हरियाणा के एक कदावर नेता अपने तथा अपने पुत्र की राजनीति भविष्य को लेकर राजनीति समीकरण साधने का मन बना लिया है । ऐसा माना जाता है कि पंजाब की राजनीति से हरियाणा में काफी प्रभावित होती है।दोनो राज्यो व केन्द्र शासित प्रदेश चण्डीगढ की राजधानी चण्डीगढ़ में है।ऐसे में पंजाब के विधान सभा चुनाव में मिली आम आदमी पार्टी की विशाल जीत के बाद उठापटक शुरू हो गई है।पंजाब में आम आदमी पार्टी की सरकार बनने के बाद हरियाणा के बड़े-बड़े नेताओं के ईमान हिचकोले खाने लगे हैं।
आम आदमी पार्टी के हरियाणा में बड़ी सियासी ताकत बनने की संभावना को भांपकर हरियाणा के पूर्व मंत्री बलबीर सैनी (पेहवा)ने बीजेपी को छोड़कर, पूर्व मंत्री बिजेंद्र बिल्लू(पानीपत ग्रामीण)कांग्रेस को छोड़कर,पूर्व विधायक उमेश अग्रवाल (गुरुग्राम)बीजेपी को छोड़कर और पूर्व विधायक रविंद्र मच्छरौली (समालखा)ने बीजेपी को छोड़कर आप पार्टी में शामिल हुए हैं। बताया जा रहा है कि तीन दर्जन से अधिक नेता ने आम आदमी पार्टी में शामिल होने के लिए अपना जुगाड़ तंत्र सक्रिय कर दिया है।इन हालातों को देखते हुए कहा जा सकता है कि हरियाणा की सियासत में बड़े बदलाव की ओर बढ़ रही है।
अपुष्ट जानकारी के अनुसार राज्य के एक कदावर नेता अपने पुत्र मोह में 13 मार्च की रात्रि में केजरीवाल के निवास पर पहुंचे थे। नेता जी अपने पुत्र को मुख्यमंत्री बनाने और 30 सीटों पर उम्मीदवार लड़ाने की पर वो स्वयं अपने समथर्क के साथ आम आदमी पार्टी में शामिल होने के लिए निमंत्रण ले कर आया था। इस बैठक में संजय सिंह भी मौजूद थे।

हरियाणा के प्रभारी सुशील गुप्ता से नेता जी का छत्तीस का आंकड़ा है, जिसकी वजह से नेता जी ने उन्हें बाईपास करके सीधे केजरीवाल से मुलाकात की है। नेता जी के द्वारा लाये गए इस निमंत्रण को केजरीवाल के द्वारा सिरे से खारिज कर दिया।केजरीवाल ने कहा कि पार्टी में शामिल होने पर स्वागत है, लेकिन पार्टी को नेता जी का कोई शर्त मान्य नहीं होगी। हरियाणा के सी एम चेहरा ‘ टिकटों का निर्धारण व उम्मीदवार वर्तमान परिस्थिति व समय के हिसाब से तय होंगे।नेता जी को यह अच्छी तरह पता है कि पिता-पुत्र को अलग पार्टी बनाने से ज्यादा आसान रास्ता आम आदमी पार्टी में शामिल होना आसान होगा।अब हरियाणा के हरियाली व गॉव के चौपालों में चर्चा होने लगा है कि क्या नेता जी , अर्थात पिता-पुत्र कॉंग्रेस को छोड़कर आम आदमी पार्टी में शामिल होना स्वीकार करेंगे या फिर कांग्रेस के खात्मे का इतंजार पार्टी के भीतर रहकर ही करेंगे या फिर कांग्रेस के भीतर रहकर सुनहरे भविष्य की उम्मीद लगाए बैठे रहेंगे।

खैर हरियाणा में विधान सभा चुनाव में काफी वक्त है।हरियाणा की जनता देश की जनता को इसके पहले इसी वर्ष 73 सीटों के राज्य सभा के चुनाव /महामहिम राष्ट्रपति के चुनाव वर्ष के अंत में प्रधान मंत्री के गृह राज्य गुजरात व हिमाचल प्रदेश में विधान सभा चुनाव होने वाली है।अभी सिर्फ हम अनुमान ही लगा सकते है। असली तस्वीर तो अतीत के गर्व में छिपा है।हम और आप को इंतजार करना चाहिए,फिलहाल प्रेम व भाई चारे का होली के त्योहार में खुसियों के रंगो व गुलाल के गुजिया की मिठास वांटे इसी साथ होली की शुभ कामनाएं के साथ यह कहते हुए विदा लेते है कि-ना ही काहू से दोस्ती,ना ही काहू से बैर॥खबरी लाल तो मांगे सबकी खैर
प्रस्तुति
विनोद तकिया वाला
लेखक वरिष्ट लेखक व स्वतंत्र पत्रकार है।