स्वच्छ भारत अभियान के नाम पर लाखो करोडो डकार गए अधिकारी और जनप्रतिनिधि
स्वच्छ भारत अभियान के नाम पर लाखो करोडो डकार गए अधिकारी और जनप्रतिनिधि
जे टी न्यूज़
समस्तीपुर : हमारे देश में अरबों- खरबों रुपया खर्च कर बड़े ताम- झाम के साथ दिनांक 02 अक्टूबर 2014 को एक योजना लाई गई थी, नाम रखा गया था :- स्वच्छ भारत अभियान। इसके जरिए यह संदेश दिया गया था कि भारत का हर शहर अब काफी साफ सुथरा होगा। “सरकारी मीडिया घरानों” के द्वारा इसी योजना की आड़ में प्रधानमंत्री का चेहरा चमकाने की शुरुआत की गयी थी। टेलीविजन अखबारों से लेकर सोशल साइटों पर स्वच्छता अभियान की धूम सी मच गई थी। मीडिया घरानों को इस अभियान से संबंधित विज्ञापन चलाने के एवज में में जनता की गाढ़ी कमाई का बड़ा हिस्सा चुकाया गया था। हमें याद है हमारे मोहल्ले में भी प्रधानमंत्री का एक बैनर लगा था और उस पर लिखा था- स्वच्छ भारत अभियान। लेकिन बड़े दुख के साथ कहना पड़ रहा है कि करोड़ों- अरबों खर्च करने के बाद भी कम से कम बिहार का कोई शहर पहले से अधिक साफ सुथरा नहीं हुआ है। स्वच्छ भारत अभियान को मैं मौजूदा सरकार का प्रथम घोटाला मानता हूं।
आज दिनांक 29-06-2022 को बिहार के समस्तीपुर जिला मुख्यालय स्थित काशीपुर के.ई. इंटर रोड की यह तस्वीर है। एक बारिश के बाद शहर की स्थिति कैसे नारकीय हो जाती है, यह इसका जीता जागता उदाहरण है।