बेतिया में महागठबंधन दलों का विशाल प्रतिरोध मार्च

बेतिया में महागठबंधन दलों का विशाल प्रतिरोध मार्च
जे टी न्यूज़

 

बेतिया: आज बेतिया में माकपा , भाकपा, माले तथा राजद की महागठबंधन का विशाल प्रतिरोध मार्च राज देवड़ी स्थिति अमर शहीद चंद्रशेखर आजाद की आदमकद प्रतिमा से निकाला गया । प्रतिरोध मार्च सोवा बाबू चौक , लाल बाजार ,तीन लालटेन चौक से होते हुए बेतिया समाहरणालय पर जाकर एक विशाल सभा में तब्दील हो गया । सभा को संबोधित करते हुए भारत की कम्युनिस्ट पार्टी (मार्क्सवादी) की बिहार राज्य सचिवमंडल सदस्य प्रभुराज नारायण राव ने कहा कि आज केंद्र तथा राज्य सरकार महंगाई , बेरोजगारी को रोक पाने में पूरी तरह असफल है । बल्कि अपने कारपोरेट दोस्तों को मनमाने ढंग से देश की सारी संपत्ति को देने में लगी हुई है । जब देश की जनता की थाली से दाल सब्जी खत्म हो रहे हैं । तो आक्रोश को नफरत की राजनीति की ओर मोड़ने का असफल प्रयास किया जा रहा है ।
एक तरफ अग्निपथ जैसी राष्ट्रविरोधी , युवा विरोधी योजना के माध्यम से सीमा की सुरक्षा के लिए बहाली की सीमा को मात्र 4 साल में बदल दिया है । तो दूसरी तरफ मंदिर मस्जिद और हिंदू मुसलमान के बीच तनाव पैदा कर सांप्रदायिक सोच के आधार पर देश की बागडोर को अपने हाथों में लेकर चलाने का काम कर रही है ।

बिहार में भाजपा और नीतीश कुमार की सरकार जन विरोधी सरकार बन गई है । यह किसानों , मजदूरों , नौजवानों , छात्रों के समस्याओं का समाधान करने में कोई दिलचस्पी नहीं दिखा रही है । आज पूरे बिहार में सुखाड़ की स्थिति पैदा हो गई है । पंपिंग सेट से भारी पैसे खर्च कर धान तथा गन्ना का पटवन करने वाले किसानों को यूरिया खाद नहीं मिल रहा है । बल्कि खाद की कालाबाजारी चरम सीमा पर है । 800 से 1000 रूपये तक 266 रूपये की यूरिया खाद काला बाजार में बिक रहा है । दूसरी तरफ बाढ़ की भयावह स्थिति बिहार में पैदा हो गया है । पश्चिम चंपारण में गंडक नदी में लगातार पानी बढ़ रहा है । सिकरहना नदी में भी पानी उफान पर है । बाढ़ की प्रलयंकारी विभीषिका से लोगों को बचाने का काम जिला प्रशासन तथा आपदा प्रबंधन करने में हमेशा अक्षम साबित हुई है ।

बिहार में रोजगार की कोई व्यवस्था नहीं है । बिहार में 28 चीनी मिलों में से मात्र 10 चीनी मिले चल रही है । अगर सभी चीनी मिलों को बिहार सरकार चालू कर दे , तो लाखों बेरोजगार नौजवानों को रोजगार मिल सकता है और बिहार में गन्ना जैसे नगदी फसल की खेती से किसान के आर्थिक स्थिति भी समृद्ध हो सकती है । लेकिन इसके प्रति सरकार उदासीन है। उल्टे चीनी मिलों की जमीनों पर इथेनॉल प्लांट लगाने का प्रयास हो रहा है । जो बिहार जैसे गरीब राज्य के लिए आत्मघाती है । जब बिहार में गन्ना से चीनी मिलों द्वारा इथेनॉल बनाया जा रहा है । तो चीनी मिलों की जमीन पर इथनौल प्लांट लगाकर खाने वाले अनाज से इथेनॉल बनाने की योजना बिहार में भुखमरी पैदा करने की योजना है । हम इसका पुरजोर विरोध करते हैं तथा 500 प्रति क्विंटल गन्ना का दाम बढ़ाने की मांग करते हैं ।भ्रष्टाचार चरम सीमा पर है कोई भी काम किसी भी कार्यालय में बिना पैसे का नहीं हो रहा है । लोग परेशान हैं । लेकिन भ्रष्टाचार को रोकने में सरकार पूरी तरह असफल है

महागठबंधन की तरफ से यह प्रतिरोध मार्च पूरे बिहार में सभी जिला मुख्यालयों पर करके हम बिहार सरकार को बताना चाहते हैं कि अगर तुमने जनता की समस्याओं का समाधान नहीं किया । महंगाई पर रोक नहीं लगाया गया । बेरोजगार नौजवानों को रोजगार नहीं मिला ।भ्रष्टाचार पर अंकुश नहीं लगाया गया । तो एक बड़ा जन आंदोलन बिहार में महागठबंधन खड़ा करेगा और वह आंदोलन बिहार सरकार को गद्दी से उतार कर एक जन पक्षिय सरकार बनाने का आंदोलन होगा । आज के इस प्रतिरोध मार्च में माकपा के जिला सचिव चांदसी प्रसाद यादव , प्रभारी सचिव प्रभुनाथ गुप्ता , रामा यादव , म. हनीफ , जगरनाथ यादव , म. वहीद , हरेंद्र प्रसाद , नीरज बरनवाल, शंकर कुमार राव , सुनील यादव , अजय यादव , प्रकाश वर्मा , उमेश यादव ,सुशील श्रीवास्तव , मनोज कुशवाहा , पारस बैठा , राजू बैठा राजद के जिलाध्यक्ष मुन्ना त्यागी , विधान परिषद सदस्य सौरभ कुमार , मुकेश यादव , अमजद खां, शकील अहमद , प्रभु यादव ,कांग्रेस के पूर्व विधायक मदन मोहन तिवारी , लौरिया प्रमुख शंभू तिवारी , शेख कामरान , अध्यक्ष ब्रह्मा पाण्डेय , भाकपा माले के विधायक वीरेंद्र गुप्ता , सुनील यादव , सुरेंद्र चौधरी , रिखी साह , भाकपा के जिला मंत्री ओमप्रकाश क्रांति , राधामोहन यादव , अशोक मिश्र , तारिक अनवर , जवाहर प्रसाद , अंजारूल तथा अन्य वक्ताओं ने अपने विचार रखे । इस प्रतिरोध मार्च में बड़ी संख्या में छात्र , नौजवान , किसान तथा मजदूर बड़ी संख्या में इस मार्च में शामिल हुए ।

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