22 सितम्बर को गांधी मैदान चलो भारत बचाओ महारैली में शामिल होने- प्रभुराज नारायण राव

22 सितम्बर को गांधी मैदान चलो भारत बचाओ महारैली में शामिल होने- प्रभुराज नारायण राव


जे टी न्यूज़

 

बेतिया: महंगाई , बेरोजगारी , भ्रष्टाचार , बढ़ते सांप्रदायिक तनाव , बिहार को सूखाग्रस्त क्षेत्र घोषित करने , गन्ना का दाम 5 सौ रूपये प्रति क्विंटल करने आदि मांगों को लेकर 22 सितंबर को माकपा द्वारा गांधी मैदान पटना में एक विशाल भारत बचाओ महारैली होने जा रहा है । इस महारैली को माकपा के राष्ट्रीय महासचिव का. सीताराम येचुरी , पोलितब्यूरो सदस्य का. अशोक ढवले , बिहार राज्य सचिव का.ललन चौधरी आदि नेतागण संबोधित करेंगे । भारत बचाओ महारैली आज के दिन में बड़ा ही महत्व रखता है ।


क्योंकि देश के गद्दी पर आर एस एस, भाजपा बैठी हुई है। जिसका एकमात्र मकसद देश की संविधान में छेड़छाड़ करना ,तमाम लोकतांत्रिक अधिकारों को समाप्त करना , धर्मनिरपेक्षता को समाप्त करना तथा देश के अंदर हिंदू और मुसलमान का खेल खेलना । यही है इनका मकसद ।इसी घिनौने उद्देश्य के लिए देश में नफरत के बीज हर कोने में आर एस एस भाजपा द्वारा बोये जा रहे हैं । इतना ही नहीं राष्ट्रीय पर्व स्वाधीनता दिवस के 75 वें साल के मौके पर गुजरात दंगा के बलात्कारियों को महिमामंडित करना तथा देश के आजादी की लड़ाई में शामिल कभी नहीं होने वाले और अंग्रेजी हुकूमत से माफी मांग कर अंडमान निकोबार सेल्यूलर जेल से रिहा होने वाले देश का गद्दार सावरकर का ठीक आजादी के 75 में वर्षगांठ के अवसर पर देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृह मंत्री अमित शाह द्वारा उस गद्दार के तस्वीर पर माल्यार्पण करना, क्या उनकी झूठी राष्ट्रभक्ति और आजादी के उदासीनता को स्पष्ट रुप से नहीं दर्शाता हैl

सलिए आज भारत को बचाना हमें अपनी आजादी को बचाना है। जिसके लिए लाखों लोगों ने कुर्बानियां दी है। भगत सिंह , राजगुरु , सुखदेव ,अमर शहीद चंद्रशेखर आजाद, शिव वर्मा ,मुजफ्फर अहमद ,बिस्मिल ,अशफाकउल्ला खां जैसे कीमती नौजवानों को हमने खोया है। शहादत दिया है। तब जाकर आजादी हमें प्राप्त हुई है। इसलिए भारत को बचाना आज के इस गंभीर परिस्थिति में महत्वपूर्ण कर्तव्य बन जाता है।

एक तरफ महंगाई विकराल रूप धारण किए हुए हैं , रोजगारों की लंबी कतार , फिर भी झूठ पर झूठ वादे मोदी जी किए जा रहे हैं। भ्रष्टाचार चरम सीमा पर है और ऐसी परिस्थिति में देश की जनता परेशान है, बेहाल है। गरीबों की थाली से दाल , तेल , रोटी , चावल जैसे महत्वपूर्ण खाने के सामान दूर होते जा रहे हैं ।लेकिन देश के प्रधानमंत्री को इसकी कोई चिंता नहीं है। बल्कि वह सांप्रदायिकता का रंग देकर लोगों को उलझा कर रोटी जैसे मुद्दे को दबाना चाहते हैं ।
जहां तक बिहार का सवाल है बिहार की हालत भी अच्छा नहीं है।पिछले दिनों भाजपा नीतीश की सरकार ने बिहार को चौपट कर दिया है। इतना ही नहीं केंद्र से भेजे गए थका हुआ मंत्री शाहनवाज हुसैन को उद्योग मंत्री बनाकर बिहार में इथनौल का प्लांट लगाने का प्रयास किया जा रहा था । वह भी जहां चीनी मिलें बंद है उनको चालू नहीं कर के , उसी स्थान पर इथेनॉल प्लांट लगाने की योजना बनाई गई थी। हमारी पार्टी ने इसका पुरजोर विरोध किया है और बंद पड़े चीनी मिलों को जो 18 चीनी मिलें बिहार के कोने कोने में बंद है । उसे चालू करके नौजवानों को रोजगार तथा किसानों को नगदी फसल गन्ना लगाने का मौका देकर उनके जीवन स्तर में तरक्की के लिए लगातार संघर्ष किया है। आज पूरा बिहार सुखाड़ की चपेट में है।उत्तर बिहार जहां हर साल बाढ़ से भारी तबाही होती थी। आज सुखाड की स्थिति पूरे बिहार में पैदा हो गई है ।किसानों के धान, गन्ना तथा अन्य फसल सुख रहे हैं। ऐसी स्थिति में हमने मांग किया है कि बिहार के किसानों को 25 हजार रुपए प्रति एकड़ फसल हर्जाना दिया जाए। साथ ही खेती के लिए सस्ते दर पर खाद ,बीज तथा अन्य उपकरण किसानों को मुहैया किया जाए। इन सारे सवालों को लेकर किसानों ,मजदूरों ,नौजवानों ,छात्रों ,महिलाओं दलितों , अल्पसंख्यकों की महारैली होने जा रहा है। हम सब इसमें शामिल होकर अपने जाने पहचाने राष्ट्रीय नेता और प्रखर वक्ता कामरेड सीताराम येचुरी , कामरेड अशोक ढवले, कामरेड ललन चौधरी ,कामरेड अवधेश कुमार आदि नेताओं को सुनने के लिए गांधी मैदान चलें।

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