अब तो यह स्पष्ट है , मोदी गोडसे भक्त है* आलेख – प्रभुराज नारायण राव

अब तो यह स्पष्ट है , मोदी गोडसे भक्त है*
आलेख – प्रभुराज नारायण राव
जे टी न्यूज

जश्न ए आजादी के 77 वीं वर्षगाठ के अवसर पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी लाल किले से अपना संदेश दे रहे थे । इस संदेश में दो तीन चीजें बहुत स्पष्ट रूप से सामने आई । पहली बात तो यह कि उनका अहंकार उनके चेहरे से स्पष्ट झलक रहा था । दूसरी बात यह कि वे भ्रष्टाचार ,परिवारवाद और तुष्टिकरण से लड़ने के लिए 140 करोड़ के अपने देश के परिवार से लड़ने का आग्रह कर रहे थे। साथ ही 2024 के लोकसभा चुनाव में जीत कर पुन: गद्दी पर आने की भी बात कर दी । पहली बात भ्रष्टाचार की तो 2014 के लोकसभा चुनाव में देश के भ्रष्टाचारियों द्वारा स्विस बैंक में छुपा कर रखे गए लाखों करोड़ रुपए प्रधानमंत्री बनने के बाद एक माह में लाकर सभी के खाते में 15 , 15 लाख रुपए डाल देने का वादा कर चुनाव जीत गए । लेकिन किसी के भी खाते में एक रुपए नहीं पहुंचे । दूसरी बात यह कि देश के चौकीदार कहलाने का शौक रखने वाला नरेंद्र मोदी की मौजूदगी में देश का पैसा लूट कर भागने वाले लूटेरे ललित मोदी , विजय माल्या , नीरव मोदी , मेहुल चोकसी जिनपर जनता के तथा बैंक के पैसे हड़पने के कई केस चल रहे थे । लेकिन आराम से हवाई जहाज से लंदन निकल गए । क्या चौकीदार के बिना सहमति का यह संभव था l


तीसरी बात यह कि मोदी या उनकी सरकार ने विपक्ष के जिन नेताओं को भ्रष्टाचारी कहा । जिन पर ई डी या सीबीआई लगाया । उस में से अधिकांश भ्रष्टाचारी रातों रात दल बदल कर अपनी बचाव के लिए भाजपा में चले गए । वे भाजपा के वॉशिंग मशीन में धूल कर रातों रात ईमानदार होते गए और जो समझौता नहीं किए वे भ्रष्टाचारी बने रहे । दूसरा सवाल परिवारवाद का है । इसका सीधा मतलब गांधी परिवार से है । तो देश के प्रथम प्रधानमंत्री जवाहर लाल नेहरू की आजादी की लड़ाई में बड़ी भूमिका रही । वे 12 साल तक अपना कीमती जीवन जेल में गुजारे । उनके पिता पंडित मोतीलाल नेहरू अंग्रेजी हुकूमत के खिलाफ लड़ने वाले बीर बांकुरों और कांग्रेसी नेताओं पर अंग्रेजों द्वारा किए गए मुकदमे को लड़ते रहे । वह हमेशा अंग्रेजी हुकूमत का खिलाफत करते रहे । जब नेहरू जी लंदन में पढ़ रहे थे और एक अंग्रेज लड़की का चुंबन ले लिए तो कॉलेज ने उन्हें 500 रुपए जुर्माना देने को कहा । अन्यथा कालेज से निष्कासन । जब इसकी सूचना पंडित मोतीलाल नेहरू को दी गई , तो उन्होंने कहा था कि बेटे एक अंग्रेज लड़की का चुंबन लेने के लिए 500 रुपए जुर्माने देने पड़ रहे हैं । तो तुम रोज एक लड़की का चुंबन लो । मैं तुम्हें रोज 500 रुपए भेज दूंगा। नेहरू जी का पांच पुस्त का इतिहास देश के लिए संघर्ष का है । नेहरू परिवार का दो सदस्य यानी दो पुस्त भारत सरकार की गद्दी पर बैठे हुए देश के लिए कुर्बान हो गए । श्रीमती इंदिरा गांधी और उनके बेटे राजीव गांधी का शहादत प्रधानमंत्री के काल में ही हुए । राजीव गांधी की पत्नी सोनिया गांधी को कांग्रेस ने सर्व समिति से प्रधानमंत्री का प्रस्ताव दिया । लेकिन उन्होंने ठुकरा दिया । प्रधानमंत्री के पदों को ठुकराने वाले इस देश में ज्योति बसु और सोनिया गांधी मिले । जो दुनिया के किसी देश में नहीं मिलता । राहुल गांधी नेहरू खानदान के पांचवा वंशज हैं और उन पर परिवार वाद का इल्जाम लाल किले से सीधे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने लगाया है । मोदी जी नेहरू परिवार का इतिहास पूरी दुनिया में शायद नहीं मिलेगा और आपका भी इतिहास है । 1906 में हिंदू महासभा और 1925 में संघ पैदा हुआ । राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ की पूरी गतिविधि देश के अंदर हिंदू , मुसलमान के बीच मतभेद पैदा कर फूट डालो और राज करो की अंग्रेजों की नीति का पूर्णतया अनुसरण किया । एक पिस्टल के साथ लंदन में पकड़ा गया ।

जिसको ब्रिटिश कानून ने जेल की सजा दिया । तो वह 6 बार सजा से मुक्ति के लिए अंग्रेजी हुकूमत को माफीनामा दिया । आपके पास इतनी बड़ी गद्दार की थाती के अलावे दूसरा कुछ भी नहीं है । मोदी जी अमर शहीद चंद्रशेखर आजाद , शहीद-ए-आजम भगत सिंह , राजगुरु , सुखदेव , अशफाक उल्ला खां , रामप्रसाद बिस्मिल , सरदार रोशन सिंह , राजेंद्र लाहिरी , खुदीराम बोस , उधम सिंह जैसे बीर बांकुरे , जो हंसते-हंसते फांसी के तख्तों को चूम लिया । आप उस कतार में सावरकर जैसे गद्दार को वीर का तगमा देकर खड़ा करना चाहते हैं । यह देश की जनता को दिख रहा है । परिवारवाद की कतार में आपके दल में और आपके मंत्रिमंडल में एक लंबी फेहरिस्त दिख रही है । अगर साहिब सिंह वर्मा का पुत्र प्रवेश वर्मा , हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री प्रेम कुमार धूमल का पुत्र अनुराग ठाकुर जो केंद्र में मंत्री बना बैठा है , बिहार के कद्दावर पूर्व मंत्री ठाकुर प्रसाद का पुत्र रविशंकर प्रसाद , राजनाथ सिंह का पुत्र , गोपीनाथ मुंडे की पुत्री , विजया राजे सिंधिया का पोता ज्योतिरादित्य सिंधिया, पोती वसुंधरा राजे सिंधिया, वसुंधरा का पुत्र , प्रख्यात अपराधी और महिला पहलवानों का बलातकारी बृजभूषण शरण सिंह तथा उसकी पत्नी सांसद रही । मोदी जी परिवारवादियों की पार्टी तो भाजपा दिखती हीं है। मोदी जी स्वतंत्रता सेनानी और शहीदों के परिवार के ऊपर कोई परिवारवाद का इल्जाम लगाता है, तो वह देश के गद्दारों के परिवार का हीं कोई होगा । तीसरी बात लालकिले से मोदी ने कहा तुष्टिकरण से लड़ने को। मोदी जी जिस संविधान के आधार पर संविधान की रक्षा के लिए , देश की 140 करोड़ लोगों ने आपको सत्ता दिया है । उन्हें पुरा भरोसा था कि आप समाजवाद के आधार पर , धर्मनिरपेक्षता की रक्षा , अनेकता में एकता देश की विशेषता को और आगे बढ़ाएंगे । लोग तो मंदिरों से उतरती हुई सीढ़ियों को छूते हैं । लेकिन आपने जब लोकसभा के चढ़ते हुए सीढ़ियों को साष्टांग दंडवत किया । उसी दिन देश की एकता और अखंडता की रक्षा करने की उम्मीदों पर शंका पैदा हो गई थी। जिस काम को आप आंतरिक स्तर पर कर रहे थे। अबकी बार लालकिले से तुष्टिकरण समाप्त करने की घोषणा ही कर डाली । मोदी जी संघ , आप और आपके अंधभक्तों द्वारा लगातार अल्पसंख्यकों पर हमले किए जा रहें हैं और उससे ज्यादा आपके चहेते कारपोरेट मीडिया द्वारा जनता को दिग्भ्रमित किया जा रहा है कि सारी समस्याओं का जड़ अल्पसंख्यक समुदाय है। यहीं कारण है कि आपने पूरे देश में नफरतों की बीज बो दिया है। आपके चहेते कारपोरेट मीडिया आपके एजेंडे पर शर्म , हया की सारी हदें पार कर बे रोक टोक देश की एकता को तोड़ने में लगे हुए हैं। मणिपुर में कुकी समुदाय के औरतों को निर्वस्त्र कर सड़कों पर घुमाया जाना , उनके वक्ष और यौनी को पकड़ कर दौड़ाना और फिर सरेयाम बलात्कार कर हत्या कर दिया जाना । यह आपके भाजपाई मुख्यमंत्री बिरेन सिंह मैतई समुदाय के लोगों द्वारा हीं तो किया गया । जो बहुमत में हैं । वो तो आपको विजयश्री दिलायेगें हीं । तो उन पर कारवाई क्यों । मोदी जी हरियाणा के मेवात गांव में पिछले 31 जुलाई को आपके मोनू मानेसर तथा अन्य अंध भक्तों द्वारा वीडियो वायरल कर वहां की अल्पसंख्यक जाति मुसलमानों को चुनौती देना की बर्बादी के लिए तुम तैयार रहना । हम आ रहे हैं । ऐसे सवालों पर आपकी डबल इंजन की खट्टर सरकार को कुछ करने की क्या जरूरत और 15000 से ज्यादा की बड़ी फौज लेकर वहां पहुंच जाना और भयभीत अल्पसंख्यकों द्वारा बचाव के लिए ईट पत्थर चलाना । फिर आपके अंध भक्तों द्वारा पत्थर सहित तमाम तरह के हथियारों का प्रयोग करना और पुलिस तथा सरकार का मूकदर्शक बना रहना क्या दर्शाता है । मुझे तो 2002 का गुजरात याद आ रहा है ।जहां आप मुख्यमंत्री थे और 72 घंटे तक पुलिस को पूरे गुजरात में मुक दर्शक बने रहने का आदेश दिया था ।नतीजा दो हजार से ज्यादा अल्पसंख्यक समुदाय के लोगों की हत्या कर दी गई ।सांसद की हत्या कर दी गई । हजारों हजार घर जला दिए गए । यह आपकी रणनीति तो पूरा देश जानता है और आज जिस तरीके से देश बहुसंख्यक हिंदुओं को मोटिवेट कर अल्पसंख्यक समुदाय पर हमले का खेल तो पूरे देश देख रहा है । मोदी जी आप ही के 2002 गुजरात हमले की शिकार बिलकिस बानो के साथ बलात्कार कर हत्या कर देने वाले बलात्कारियों को आपकी सरकार ने जेल से रिहा कराया और भाजपा कार्यालय में उन बलात्कारियों को माला पहना कर मिठाइयां खिलाई गई। यह तुष्टिकरण तो नहीं ही कहलाएगा । पहलू खान जैसे गो पालक किसान को आपके अंधभक्तों द्वारा पीट पीट कर हत्या कर देना और उस पर कुछ ना कहना तो ठीक । लेकिन इस जघन्य व अमानवीय घटना का प्रतिवाद करना तुष्टीकरण कहलाएगा । मोदी जी आप भारत जैसे सुसंस्कृत एवं सभ्यता वाले देश को कहां ले जाना चाहते हैं ।


मोदी जी आपके भाजपा और विश्व हिंदू परिषद के वरिष्ठ नेताओं को मुस्लिम दामाद बहुत अच्छा लगता है।इस श्रेणी में विश्व हिंदू परिषद के पूर्व अध्यक्ष गिरिराज किशोर हो , भाजपा के वरिष्ठ नेता मुरली मनोहर जोशी हो , सुब्रमण्यम स्वामी हो , लालकृष्ण आडवाणी हो , प्रवीण तोगड़िया जैसे सैकड़ों भाजपाई नेताओं के सच्चे चहेते दामाद मुस्लिम समुदाय से है ।फिर भी आपको कोई मलाल नहीं । सहनावाज हुसैन और मुख्तार अब्बास नकवी जैसे दामादों के साथ आप बड़े प्रेम से भोजन करते हैं । उनका सहयोग भी लेते हैं । लेकिन उस समुदाय पर जब अंध भक्तों द्वारा हमले किए जाते हैं और उसके प्रतिकार में कुछ शब्द निकलते हैं । तो वह तुष्टीकरण कहलाने लगता है । तो आपने इस बार लाल किले से एक ऐसा गेम खेला है । जिसमें देश के 140 करोड़ लोगों के बीच सांप्रदायिकता का नशा घोलने का काम शुरू किया है । तो मोदी जी इसके विरुद्ध जनता का मजबूत प्रतिवाद भी होगा । क्योंकि यह भारत, यह हिंदुस्तान , यह इंडिया किसी के बाप की जागीर नहीं है । जो कोई मदारी बनकर जैसा चाहेगा अपनी सत्ता लोलुपता के लिए कुछ भी नहीं कर पाएगा । हिटलर को याद करने की जरूरत है । इसी रास्ते को उसने जर्मनी में अपनाया था और जब प्रतिकार शुरू हुए तो अपने ही पेट्रोल छिड़क कर आग में जल जाने का काम किया था । तुमने हर खेत में इंसानों के सर बोए हैं , अब जमीन खून ऊगलेगी तो परेशान मत होना

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