समस्तीपुर में बस स्टैंड और रेलवे स्टैंड बना माफियाओं और शराब के अवैध कारोबारी का अड्डा

समस्तीपुर में बस स्टैंड और रेलवे स्टैंड बना माफियाओं और शराब के अवैध कारोबारी का अड्डा
जे टी न्यूज़


समस्तीपुर : जी है आपको सुन कर थोड़ा अटपटा लग रहा होगा लेकिन यह बिलकुल सही बात है इन दिनों समस्तीपु का बस स्टैंड और रेलवे अधिकृत टैक्सी स्टैंड माफियाओं और शराब के अवैध कारोबारी का अड्डा बन चूका है। अवैध पार्किंग में कड़ी गाड़ियों के चालक द्वारा मन माना भाड़े की वसूली होती है। यहाँ तक की टैक्सी और ऑटो चालक के द्वारा यात्रियों के साथ गली गलौज के साथ मारपीट की घटना भी सामने आयी है। सवाल यह उठता है की बस स्टैंड जिलाधिकारी के आवास के बिलकुल करीब है फिर भी इस पर किसी प्रशासनिक अधिकारी का धयान क्यों नहीं क्या निचे से ऊपर तक अवध वसूली की रकम पहुँचती है।

 

मामला गंभीर है ,समस्तीपुर के जिला प्रशासन द्वारा मासिक प्रेस कॉन्फ्रेंस आयोजित नहीं की जाती है जिसके कारण सरकार को लाखों रुपए महीने विभिन्न विभागों से टैक्स के रूप में आने वाले राजस्व के गबन किए जाने का मामला भी प्रकाश में आया है साथ ही साथ शहर में जाम लगने का मामला भी शामिल है। सूत्रों की माने तो बिहार राज्य परिवहन विभाग के सरकारी बस स्टैंड जो की जिलाधिकारी के निवास के बिलकुल पास है और जिलाधिकारी कार्यालय से भी सटा हुआ अवस्थित है। जहां प्राइवेट नंबर के सैकड़ो गाड़ी किराए के लिए अवैध रूप से पार्किंग किए जाते हैं। इस एवज में न जाने किसको किसको चढ़ावा चढ़ना पड़ता होगा वहीं दूसरी ओर समस्तीपुर रेलवे स्टेशन परिसर में करीब 200 से अधिक प्राइवेट गाड़ी स्टेशन परिसर में लगा हुआ रहता है। परंतु इसे भी कोई देखने वाला नहीं जहां रंगदारों माफियाओं और शराब के अवैध कारोबारी का दोनों अड्डों पर देखा जाता है परंतु जिला प्रशासन और रेल प्रशासन इस कदर बेहोश है जिन्हें यह दिखाई ही नहीं दे रहा हैं। रेलवे सूत्रों के माने तो इस एवज में आरपीएफ जीआरपी के जवान प्राइवेट गाड़ी वाली से महीने के दर से लाखों रुपए अवैध कमाते हैं तो दूसरी ओर बिहार राज्य परिवहन निगम के सरकारी बस अड्डे में भी लोकल प्रशासन द्वारा अवैध वसूली की समाचार है।

कई लोगों ने नाम नहीं छापने के साथ बताया कि इस गोरख धंधे में कई अधिकारी भी शामिल हैं। जिला प्रशासन या रेल प्रशासन अपने खुफिया एजेंसियों से ईमानदारी पूर्वक जांच कर ले तो इन प्राइवेट गाड़ी के पीछे के गोरखधंधा का मामला सामने आ जाएगा और लाखों रुपए महीने सरकार के खजाने में टैक्स के रूप में जमा होने लगेंगे। तो क्या समस्तीपुर रेलवे स्टेशन प्रबंधक की देख रेख में अवैध राशि लेने जीआरपी और आरपीएफ करते है उगाही।

अवैध पार्किंग के कारण को अपने सम्बन्धी से व्यक्ति मिलने आता है तो स्टेशन परिसर में उनके साथ और संबंधियों द्वारा गाली-गलौज मारपीट भी किए जाने का समाचार है। यह रेलवे परिसर की बात है वहीं दूसरी ओर सरकारी बस स्टैंड बिहार राज्य परिवहन विभाग के बस पड़ाव में भी आम लोगों के आने-जाने में काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ता है शहर के विभिन्न हिस्सों में अवैध रूप से पार्किंग किए जाने का भी खबर है। कई कोचिंग संस्थानों के बड़े-बड़े बस सड़क पर लगाए जाते हैं जिस कारण यातायात में काफी कठिनाईओ का सामना करना पड़ता है।

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