शहीद ए आजम भगत सिंह के 116 वें जन्मदिन के अवसर पर जिला कमेटी की ओर से पुष्प एवं माल्यार्पण किया गया

शहीद ए आजम भगत सिंह के 116 वें जन्मदिन के अवसर पर जिला कमेटी की ओर से पुष्प एवं माल्यार्पण किया गया


जे टी न्यूज़ , बेतिया : 27 सितम्बर -शहीद ए आजम भगत सिंह के 116 वें जन्मदिन के अवसर पर स्थानीय तीन लालटेन चौक पर स्थित भगत सिंह की मूर्ति पर भारत की जनवादी नौजवान सभा (D Y F I ) पश्चिम चम्पारण जिला कमेटी की ओर से पुष्प एवं माल्यार्पण किया गया।
इस अवसर पर राज्य उपाध्यक्ष मोहम्मद हनीफ ने कहा कि भगत सिंह चाहते थे कि देश से अंग्रेजों को खदेरने का बाद देश में समाजवादी व्यवस्था कायम हो । जिसमें सबको समान रुप से जीने का अधिकार रहे। लूट का राज खत्म हो । वो सांप्रदायिकता के घोर विरोधी थे ।
आज इस देश पर सांप्रदायिक ताकतों तथा लुटेरों का कब्जा है । हमें भगत सिंह के सपनों को साकार करने के लिए देश की मोदी सरकार को उखाड़ फेंकने का संकल्प लेना है। उन्होंने कहा था कि सरफरोशी की तमन्ना अब हमारे दिल में है ,देखना है जोर कितना बाजु-ए- कातिल में है ।अंग्रेजों के खिलाफ भारतीय क्रांतिकारियों को जोश भर देने वाली भगत सिंह की यह लाइन आज भी युवाओं के रोंगटे खड़े करने के काबिल है । भगत सिंह का जन्म 27 सितंबर 1907 को पंजाब के लायलपुर जिले के बंगा ग्राम में हुआ था । बहुत ही कम उम्र में उन्होंने अंग्रेजी सरकार के खिलाफ नौजवानों को गोलबंद करने के लिए भारत नौजवान सभा की स्थापना की। जिला उपाध्यक्ष सुशील श्रीवास्तव ने कहा कि भगत सिंह की प्रासंगिकता आज भी है ।

वह समाजवाद के बहुत बड़े पक्षधर थे।। उनका कहना था कि जो सरकार जनता की मूलभूत आवश्यकताएं जैसे रोटी कपड़ा और मकान नहीं दे सकती है । वैसी सरकार को सत्ता में बने रहने का कोई अधिकार नहीं है ।उन्हें उखाड़ कर फेंक देना चाहिए । इस अवसर पर जिला मंत्री संजीव राव ने कहा कि भगत सिंह कहा करते थे कि गुलामी की जंजीरों को देश को मुक्त करने के लिए फांसी के तख्तों को चूमा था । भगत सिंह के विचार आज भी प्रासंगिक हैं। मोदी सरकार की गलत नीतियों के चलते देश अमेरिकी साम्राज्यवाद की गुलामी की ओर बढ़ता जा रहा है। हमें भगत सिंह के रास्ते पर चल कर देश को बचाना है। आज उस महान क्रांतिकारी शहीद भगत सिंह जी की जयंती पर उन्हें शत शत नमन। इस अवसर पर पूर्व जिला उपाध्यक्ष शंकर कुमार राव, शफी आलम, आशीष कुमार आदि उपस्थित थे।

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