जननायक कर्पूरी ठाकुर को नमन कर शुरू हुई अतिपिछड़ा आरक्षण बचाओ मोर्चा की पदयात्रा
जननायक कर्पूरी ठाकुर को नमन कर शुरू हुई अतिपिछड़ा आरक्षण बचाओ मोर्चा की पदयात्रा
जननायक कर्पूरी ठाकुर के सुपुत्र सह सांसद रामनाथ ठाकुर ने दिखायी पदयात्रा को हरी झंडी
मोर्चा के संयोजक सह एमएलसी प्रो.(डॉ) रामबली सिंह चंद्रवंशी के नेतृत्व में कर्पूरी ठाकुर के गांव से शुरू हुई पदयात्रा
110 अति पिछड़ा वर्ग की जातियों के लोग अपने अधिकारों की हकमारी के विरोध में पदयात्रा में हुए शामिल
जे टी न्यूज, समस्तीपुर :
अति पिछड़ा आरक्षण बचाओ संघर्ष मोर्चा के तत्वावधान में नीतीश सरकार द्वारा मूल अतिपिछड़ा श्रेणी में शामिल किये गए संपन्न जातियों यथा तेली, तमौली और दांगी को मूल अतिपिछड़ा श्रेणी से हटाने समेत पांच सूत्री मांगों को लेकर सोमवार को पूर्व मुख्यमंत्री जननायक स्व.कर्पूरी ठाकुर के पैतृक गांव कर्पूरीग्राम से पटना के लिए पदयात्रा की शुरुआत हुई। कर्पूरी ठाकुर के बड़े सुपुत्र सह राज्यसभा सांसद श्री रामनाथ ठाकुर ने पदयात्रा को हरीझंडी दिखाकर रवाना किया। इससे पूर्व सांसद श्री रामनाथ ठाकुर, विधान पार्षद सह अतिपिछड़ा आरक्षण बचाओ संघर्ष मोर्चा के बिहार संयोजक प्रो.रामबली सिंह चन्द्रवंशी सहित मोर्चा के तमाम नेताओं और कार्यकर्ताओं ने जननायक के स्मारक स्थल पर उनकी प्रतिमा पर माल्यार्पण कर उन्हें श्रद्धांजलि दी।
इस दौरान सांसद श्री रामनाथ ठाकुर ने पदयात्रा में शामिल लोगों को शुभकामनाएं दीं और कहा कि मेहनत करने वालों की कभी हार नहीं होती। आप लोग संघर्ष जारी रखें एक दिन सफलता आपके कदम चूमेगी। मोर्चा के संयोजक सह एमएलसी प्रो.(डॉ) रामबली सिंह चंद्रवंशी ने सभा को संबोधित करते हुए कहा कि तेली, तमौली और दांगी समाज को शामिल करने से मूल अतिपिछड़ी जातियों की हकमारी 70 से 100 फीसदी तक हो गई है।
इनके कारण करीब 110 जातियां ऐसी हैं, जिनको आरक्षण का लाभ न तो नौकरी और न ही जनप्रतिनिधित्व में मिल रहा है। उन्होंने कहा कि हम लोग इन जातियों के आरक्षण के खिलाफ नहीं हैं, पर उन्हें अतिपिछड़ा वर्ग से हटाकर अन्य श्रेणी में आरक्षण का लाभ मिलना चाहिए। यात्रा के दौरान मोर्चा के सदस्यों ने पांच सूत्री मांगों को दोहराया, जिसमें तेली, तमोली(चौरसिया) व दांगी(कोयरी) को इनकी मूल अतिपिछड़ा श्रेणी से अलग करने और इन्हें अलग से आरक्षण देने, अतिपिछड़ा पर हो रहे अत्याचार को रोकने के लिए एससीएसटी की तर्ज पर अतिपिछड़ा अत्याचार निवारण कानून बनाने की मांग, पंचायत और निकाय चुनाव में अतिपिछड़ों के लिए आरक्षण को 20 से बढ़ाकर 33 फीसदी करने, रोहिणी कमीशन की रिपोर्ट को सार्वजनिक करने, जिसमें 95 फीसदी जातियों को आरक्षण का लाभ नहीं मिलने की बात की गई है। इसके अलावा मोर्चा की ओर से जननायक कर्पूरी ठाकुर, अब्दुल क्यूम अंसारी एवं पर्वत पुरुष दशरथ मांझी को मरनोपरांत भारतरत्न से सम्मानित करने की मांग की गई।
कार्यक्रम को पूर्व मंत्री रामाश्रय सहनी, अजय कानू, हुमायुं अंसारी, प्रयाग साहनी, सुरेश निषाद, विनोद कुमार चंद्रवंशी, किशोरी दास, हिसामुद्दीन अंसारी, प्रोफेसर दिलीप पाल, प्रो अनिल साहनी, विजय चौधरी, अधिवक्ता राजेंद्र सिंह, ई. आशीष नारायण, महेंद्र भारती, विनोद बिहारी मंडल, नीतु निषाद, मुकेश निषाद, अधिवक्ता राजेश बक्शी सहित अन्य लोगों ने संबोधित किया। समस्तीपुर के संयोजक बनारसी ठाकुर ने कार्यकर्ताओं का स्वागत किया। कार्यकताओं सहित सोमवार को पदयात्रा में भाग ले रहे कार्यकर्ताओं का दिन का भोजन साथी आर्दश पिंटू जी के सौजन्य से हुआ, जबकि कार्यकर्ताओं ने रात्रि विश्राम वैशाली जिला के बहुआरा में किया।
धन्यवाद
प्रो राम बली सिंह चंद्रवंशी
विधान पार्षद, राजद
-सह-
संयोजक, अति पिछड़ा आरक्षण बचाओ संघर्ष मोर्चा, बिहार