जहां बांदियों की खुद्दारी ने इतिहास रचे हैं

जहां बांदियों की खुद्दारी ने इतिहास रचे हैं


जे टी न्यूज, आगरा:
जिनके बेटों की लाशों पर आज वो महल खड़े हैं। स्वाभिमान रखने को ,अपना घास की रोटी खाईं थी, मुंड भी गिरे धरा पर कट कर धढ से युद्ध लड़े हैं।*

ओज कवयित्री अंशु छौंकर अवनी’आगरा* ने की ओज की गर्जना तो मंच और श्रोताओं में तालियों के साथ वंदे मातरम् का जयघोष गूंजने लगा।
प्रिंस जी वेलफेयर ट्रस्ट रजि. द्वारा आयोजित चौ० चरण सिंह महाविद्यालय में कवि सम्मेलन का कार्यक्रम चंद्रवीर सोलंकी निर्भय के संयोजन में कागारौल में संपन्न हुआऐतिहासिक कागारौल साहित्य महोत्सव 2023* जिसमें मुख्य अतिथि डॉ. आकाश अग्रवाल (विधायक) ने ट्रस्ट द्वारा किए जा रहे सामाजिक साहित्यक और सांस्कृतिक कार्यों की सराहना की। विशिष्ट अतिथि फिल्म एक्टर रूपेन राना कवियों को सुनकर स्वयं ही कविता करने लगे। सुबह साढ़े तीन बजे तक जमी कवि कवयित्रियों की महफ़िल इसमें देश के आधा दर्जन से अधिक राज्यों के साहित्यकारों की पुस्तक के लिए उन्हें
प्रिंस जी राष्ट्रीय साहित्य पुरस्कार 2023*
जिनमें सर्वे श्री अदीब दमोही, दमोह मध्य प्रदेश, राजेश जायसवाल, पिपरिया मध्य प्रदेश, पंडित पुष्पराज धीमान भुलक्कड़, देहरादून उत्तराखंड, रविंद्र कुमार रौशन मधेपुरा बिहार, लालू राम बैरवा, दौसा राजस्थान, हास्य कवि अनिल सोलंकी बेधड़क, शिकोहाबाद, साकेत कुलश्रेष्ठ, टूंडला, योगेश कुमार बेखुद मथुरा, रीता अरोरा, दिल्ली, पूनम भदौरिया दिल्ली, ओज कवयित्री अंशु छोंकर, सुनील सोलंकी सक्षम, मान सिंह मनहर बाह, देवनारायण शर्मा बाह, परमानंद शर्मा, प्रकाश गुप्ता बेधड़क, बृजेश शर्मा, मथुरा, वंदना चौहान, चारू मित्रा, युवा कवयित्री प्रियंका कठेरिया आदि को सम्मानित किया गया।


काव्य समारोह का सञ्चालन ओज कवि राजेश जायसवाल पिपरिया मध्य प्रदेश, युवा गीतकार हीरेंद्र नरवार और ओज कवयित्री अंशु छौंकर ने संयुक्त रूप से किया।
कार्यक्रम में सर्व श्री बच्चू सिंह सोलंकी प्रधान कागारौल, डॉक्टर सतीश चन्द्र अग्रवाल, बरौदा सदर के युवा प्रधान श्री ओम सोलंकी, प्रमोद कुमार दिगरौता, विनोद कुमार आदि का सराहनीय योगदान रहा।

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