सेल्स रिप्रेजेंटेटिव्स यूनियन के सदस्यों का बिहार एवं झारखण्ड में सेल्स प्रमोशन का कार्य सम्पूर्ण बंद

सेल्स रिप्रेजेंटेटिव्स यूनियन के सदस्यों का बिहार एवं झारखण्ड में सेल्स प्रमोशन का कार्य सम्पूर्ण बंद

जे टी न्यूज़ , पटना : फेडरेशन ऑफ़ मेडिकल एंड सेल्स रिप्रेजेंटेटिव्स एसोशियेशन ऑफ़ इंडिया (एफएमआएआई) के आह्वान पर दिनांक 20

दिसम्बर’ 23 को अपनी लंबित मांगो के लिए आहूत मेडिकल एवं सेल्स रिप्रेजेंटेटिव्स के एक दिवसीय अखिल भारतीय हड़ताल के तहत बिहार झारखंड सेल्स रिप्रेजेंटेटिव्स यूनियन (बीएसएसआरयू) के सदस्यों का बिहार एवं झारखण्ड में सेल्स प्रमोशन का कार्य सम्पूर्ण बंद l

बिहार झारखंड सेल्स रिप्रेजेंटेटिव्स यूनियन (बीएसएसआर यूनियन) एवं अखिल भारतीय फेडरेशन , फेडरेशन ऑफ़ मेडिकल एंड सेल्स रिप्रेजेंटेटिव्स एसोशियेशन ऑफ़ इंडिया (एफएमआएआई) अपनी स्थापना वर्ष 1963 से ही लगातार मेडिकल एवं सेल्स रिप्रेजेंटेटिव्स के क़ानूनी अधिकार और नियोक्ताओं द्वारा उनके उपर अमानवीय प्रताड़ना के खिलाफ संघर्ष किया और कुर्बानियां दी है l संघर्ष के बदौलत एफएमआएआई ने मेडिकल रिप्रेजेंटेटिव्स के लिए “सेल्स प्रमोशन एम्प्लाइज (कंडीशन ऑफ़ सर्विसेज) एक्ट, 1976 हासिल कर उन्हें एक श्रमिक का दर्जा और विभिन्न श्रम कानून के प्रावधानों को प्राप्त करने का अधिकार हासिल किया है l संघर्ष को जारी रखते हुए वर्ष 2010 में दवा क्षेत्र के अतिरिक्त 10 अन्य उद्योगों में कार्यरत सेल्स रिप्रेजेंटेटिव्स के लिए भी “सेल्स प्रमोशन एम्प्लाइज (कंडीशन ऑफ़ सर्विसेज) एक्ट, 1976 को लागु करवाया और मेडिकल एवं सेल्स रिप्रेजेंटेटिव्स के लिए 8 घंटा काम , आद्योगिक विवाद अधिनियम 1946 के धारा 2(s) में संशोधन कर मेडिकल एवं सेल्स रिप्रेजेंटेटिव्स को श्रमिक का दर्जा दिलाने में कामयाब हुआ है इसके साथ ही दवा एवं चिकित्सा उपकरणों के मुल्य में कमी तथा उसकी सहज उपलब्धता के लिए लगातार आन्दोलन जारी रखने के साथ श्रमिकों के संयुक्त आन्दोलन, मंहगाई के विरोध में जन आन्दोलन में महत्वपूर्ण रूप से अगुवाई कर नेतृत्वकारी भूमिका में रहा है l भारत सरकार की मजदुर एवं जन विरोधी नीतियों के खिलाफ केंद्र एवं राज्य सरकार अपने क़ानूनी अधिकार एवं दवा एवं चिकित्सा उपकरणों के मुल्य में कमी तथा उसकी सहज उपलब्धता के लिए बिहार झारखंड सेल्स रिप्रेजेंटेटिव्स यूनियन (बीएसएसआरयू) के सदस्य सहित कार्यरत सभी मेडिकल एवं सेल्स रिप्रेजेंटेटिव्स दिनांक 20 दिसम्बर’ 23 को अपनी एक दिवसीय अखिल भारतीय हड़ताल पर रहेंगे तथा बिहार एवं झारखण्ड राज्य में सेल्स प्रमोशन का कार्य सम्पूर्ण रूप से बंद रखेंगे l

 

केंद्र सरकार से हमारी मांगें हैं– 1.मेडिकल एवं सेल्स रिप्रेजेंटेटिव्स के लिए लागु “सेल्स प्रमोशन एम्प्लाइज (कंडीशन ऑफ़ सर्विसेज) एक्ट, 1976 को बरक़रार रखते हुए उन्हें लागु किया जाय । 2. मेडिकल एवं सेल्स रिप्रेजेंटेटिव्स के लिए निर्धारित काम की वैधानिक कार्य नियमावली का तैयार किया जाय l 3.काम करने के अधिकार के तहत मेडिकल एवं सेल्स रिप्रेजेंटेटिव्स के कार्य स्थल , सरकारी अस्पताल एवं संस्थाओं के प्रवेश पर लगे सभी प्रकार के प्रतिबंधों को तत्काल प्रभाव से निरस्त किया जाय l 4. दवा और सभी प्रकार की चिकित्सा उपकरणों के मूल्य पर लगे जीएसटी को खत्म कर और उनकी कीमत पर नियंत्रण करके कीमत को कम किया जाय ल 5. डाटा प्रायवेसी की रक्षा करो l

दवा एवं अन्य उद्योग के नियोक्ताओं से हमारी मांगें – मेडिकल एवं सेल्स रिप्रेजेंटेटिव्स का सेल्स के आधार पर उत्पीड़न और छटनी बंद करो

मेडिकल एवं सेल्स रिप्रेजेंटेटिव्स की ट्रैकिंग एवं निगरानी के जरिए उनके “ निजता के अधिकार” का हनन बंद करो l मेडिकल तथा सेल्स रिप्रेजेंटेटिव्स के उनके कार्य क्षेत्र में प्रवेश एवं उनके काम करने के कानूनी अधिकार को बहाल करो। प्रेस वार्ता को बीएसएसआरयू के राज्य महासचिव का. शशि प्रकाश, एफएमआरएआई के उपाध्यक्ष का. देवाशिष रॉय, सचिव का. मनोज चौधरी, भारतीय ट्रेड यूनियन केंद्र (सीटू) के राज्य अध्यक्ष का. गणेश शंकर सिंह, सीटू राज्य महासचिव का. अनुपम कुमार और बीएसएसआरयू मिडिया प्रभारी का. संजय कुमार एवं का. अजीत कुमार सिन्हा ने संबोधित किया l

Related Articles

Back to top button