फर्जी मुकदमे को लेकर बिहार के जीविका दीदियों में सरकार के प्रति आक्रोश

फर्जी मुकदमे को लेकर बिहार के जीविका दीदियों में सरकार के प्रति आक्रोश

जे टी न्यूज, पटना(मनीष यादव): शोषितों वंचितों दलितों पीछङों गरीब महिलाओं के हक हूकूक और अधिकारों की आवाज उठाने पर उस आवाज को दबाने के लिए फर्जी FIR दर्ज करना दुर्भाग्यपूर्ण है लोकतंत्र की हत्या है । जीविका कैडर संघ के प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि तथाकथित रूप से महिलाओं , वंचितों , शोषितों को सबल बनाने का तमगा लिए फिरने वाले और बिहार की महिलाओं को भरी सदन में ही अपने वक्तव्यों से शर्मसार करने वाले बिहार के तानाशाह मुख्यमंत्री का चेहरा उसी समय बेनकाब हो गया जब इनके ईशारे पर गरीब जीविका दीदियों के वाजीब मांग के आन्दोलन को कुचलने के लिए जीविका कैडर संघ के प्रदेश अध्यक्ष श्री प्रदीप कुमार सिंह एवं संघ के सरंक्षक माननीय पूर्व विधायक डाॅ अच्युतानंद सिंह सहित संघ के दस लोगों पर फर्जी FIR दर्ज किया गया है।

 

विदित हो कि जीविका कैडर संघ के बैनर तले प्रदीप कुमार सिंह एवं डाॅ अच्युतानन्द सिंह के नेतृत्व में जीविका कैडर और जीविका दीदियों की दस सूत्री मांग को लेकर अधिकार यात्रा निकाला गया था , इस दौरान पहला चरण 2 अक्टूबर से 7 अक्टूबर 2023 को भितिहरवा गाँधी आश्रम से राजभवन पटना तक तथा दूसरे चरण की यात्रा 17 दिसंबर से 20 दिसंबर 2023 तक बुद्ध की ज्ञान भूमी बोधगया से राजभवन पटना तक शांतिपूर्ण पैदल मार्च किया गया था । इसी क्रम में पटना गांधी मैदान जे पी गोलम्बर के पास प्रशासन ने अधिकार यात्रा को रोक दिया था, पर राज्यपाल महोदय की स्वीकृति पर एक प्रतिनिधिमंडल को सरकारी गाङी में बैठाकर राजभवन ले जाया गया जहाँ संघ की ओर से मांग से संबंधित ज्ञापन राज्यपाल महोदय को सौंपा गया था ।

राज्यपाल महोदय के समक्ष संवैधानिक तरीके से अपनी मांग रखने पर भी सत्ता के मद में मदहोश तानाशाह और निरंकुश नीतिश कुमार के ईशारे पर प्रशासन ने प्रदीप कुमार सिंह और डाॅ अच्युतानन्द सिंह सहीत संघ के ऐसे सदस्यों पर भी FIR दर्ज किया गया है जो उन दोनों दिन आन्दोलन में शामिल नहीं थे। गांधीमैदान थाना में कांड संख्या 828/23 ( दिनांक 0 8/10/2023) तथा 1023/23 ( दिनांक 20/12/2023 ) के रुप में फर्जी मुकदमा दर्ज किया गया है इसको लेकर बिहार के जीविका दीदियों में आक्रोश है और वे इसका उत्तर नीतीश कुमार को आम चुनाव में देंगी । संघ के अध्यक्ष प्रदीप कुमार सिंह का कहना है कि जीविका दीदियाँ झुकने वाली नहीं अपनी मांग और अधिकार को लेकर हमेशा आन्दोलित रहेगी चाहे 2000 ही फर्जी मुकदमा क्यों न दर्ज हो जाए ।

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