प्रस्तावित रेललाइन को आवश्यक धन राशि उपलब्ध कराने की मांग
प्रस्तावित रेललाइन को आवश्यक धन राशि उपलब्ध कराने की मांग

जे टी न्यूज, मधुबनी: मिथिलांचल की प्रस्तावित नई रेललाइन से सम्बद्ध सीतामढ़ी, जयनगर, लदनियां, लौकहा, लौकही, निर्मली रेललाइन परियोजना की लगातार हो रही अनदेखी से मिथिलांचल के लोग दु:खी हैं।

यहां के लोग वर्षों से इसके निर्माण की दिशा में विभिन्न संगठनों के माध्यम से इसके निर्माण की मांग करते रहे हैं।

लगातार उठ रही मांगों के बीच पूर्व सांसद प्रतिनिधि विष्णुदेव भंडारी ने भी कई बार रेलमंत्री अश्विनी वैष्णव को ऑनलाइन पत्र प्रेषित कर इसकी मांग की है।

पत्रानुसार इस बहुद्देशीय प्रस्तावित रेल परियोजना की उपेक्षा से एक तरफ लोगों में निराशा है, तो दूसरी तरफ सीमाई दर्जनभर जिले के लाखों-लाख लोग समस्याओं के बीच खड़े हैं। इसके बन जाने से रोजगार के अवसर लोगों के द्वार होंगे। राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद के रेल मंत्रित्वकाल में सीतामढ़ी-निर्मली रेललाइन यरियोजना को स्वीकृति मिली थी। सर्वे के बाद धन भी उपलब्ध कराया गया था।

इंडोनेपाल सीमा के समीप से गुजरने वाली इस रेललाइन परियोजना का सामरिक महत्व भी है। फिलहाल गोआहाटी आसाम से नई दिल्ली के लिए वाया फारविसगंज, निर्मल, सकरी व दरभंगा रेल रूट पर काम कल रहा है। यह आसाम को नई दिल्ली से जोड़ने के लिए कम दूरी का रूट बनाया जा रहा है। अगर सीतामढ़ी- निर्मली प्रस्तावित नई रेललाइन बनाकर सरकार यहां के लोगों पर कृपा करती है,

तो सरकार का बहुत बड़ा उपकार सिद्ध होगा, क्योंकि इसके बन जाने से आसाम व दिल्ली की दूरी अनुमानत: 250 किलोमीटर कम जाएगी।

पिछले केन्द्रीय बजट में उक्त महत्वाकांक्षी परियोजना के लिए वित्त का प्रबंध नहीं होना खेद का विषय है। इससे पूरे मिथिलांचल में मायूसी छाई हुई है।


