नेताजी सुभाष चंद्र बोस फाउंडेशन ने नेताजी की जयंती जनसंख्या नियंत्रण दिवस के रूप में मनाई 

नेताजी सुभाष चंद्र बोस फाउंडेशन ने नेताजी की जयंती जनसंख्या नियंत्रण दिवस के रूप में मनाई

जे टी न्यूज, सासाराम (रोहतास) नेताजी सुभाष चंद्र बोस फाउंडेशन के तत्वाधान में तुम मुझे खून दो मैं तुम्हें आजादी दूंगा का इंकलाब देने वाले नेताजी सुभाष चंद्र बोस की 127 वीं जयंती हर्षोल्लास के साथ जनसंख्या नियंत्रण दिवस के रूप में मंगलवार को कुशवाहा सभा भवन सासाराम में मनाई गई।

जयंती समारोह का उद्घाटन रिबन काटकर जिले के सीनियर सिटीजन व प्रख्यात समाजसेवी सत्यनारायण स्वामी ने किया। मौके पर सुनील कुमार सिंह अधिवक्ता अध्यक्ष रालोजपा श्रमिक प्रकोष्ठ और कई अन्य अतिथियों ने भाग लिया। तत्पश्चात नेताजी सुभाष चंद्र बोस के तैल चित्र पर क्रमानुसार आगत सभी अतिथि एवं शहर के संभ्रांत व बुद्धिजीवियों ने माल्यार्पण कर अपनी श्रद्धा सुमन अर्पित की।

मौके पर आगत अतिथियों को नेताजी सुभाष चंद्र बोस फाउंडेशन के संस्थापक अध्यक्ष सह कार्यक्रम संयोजक राजेंद्र पासवान ने अपने अध्यक्ष भाषण में शंखनाद की और कहा राष्ट्र और अपने समृद्ध भविष्य के लिए युवक संगठित हो। विश्व में वतन परस्ती का पैगाम देने वाले तुम मुझे खून दो मैं तुम्हें आजादी दूंगा का इंकलाब देने वाले नेताजी सुभाष चंद्र बोस के चिंतन पर आधारित आजादी के मसाल को जलाने और भारतीय तिरंगा झंडा को सदा ऊंचा रखने के लिए हम समस्त भारतवासी संकल्पित है।

शहीदों के चिताओं पर लगेंगे हर वर्ष मेले वतन पर मरने वालों का बाकी यही निशा होगा। आगे उन्होंने अपने संबोधन में नेताजी के जिवनी पर विस्तार से लिखित अध्यक्षीय भाषण पढ़कर सुनाया। जिसमें मुख्य बात सामने आई कि नेताजी 18 अगस्त 1945 को ताईहुक हवाई अड्डे से विमान में सवार होकर निकल पड़े। नेता जी का पुनः वापस नहीं आना देश के लिए दुर्भाग्यपूर्ण है। अपुष्ट खबरें पत्र पत्रिकाओं में छपती रही है कि नेताजी की मृत्यु विमान दुर्घटना में हो गई, जिसे देशवासियों ने कभी स्वीकारा नहीं, इसलिए नेताजी के गायब होने के कारणों की जांच की मांग के साथ नेताजी चेतना यात्रा देश भर में भ्रमण करते हुए मोई रूम से कटक और कन्याकुमारी से दिल्ली तक अखिल भारतीय फार्वड ब्लॉक के नेतृत्व में देशव्यापी दो माह का नेता जी के 102 वीं जयंती 23 जनवरी 1999 से शुरू होकर भगत सिंह शहीद दिवस के पावन मौके पर 23 मार्च 1999 को दिल्ली के रामलीला सुभाष पार्क लाल किला के मैदान में विराट जनसभा हुआ और प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेई को मेमोरेंडम देकर नेताजी की प्रधानमंत्री कार्यालय से नेताजी की मृत्यु की संबंधित दस्तावेजों को खुलासा करने की मांग की गई लेकिन नेताजी की मृत्यु की पुष्टि अभी तक नहीं हुई।

हालांकि मौजूदा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने प्रधानमंत्री कार्यालय से जो दस्तावेजों का देशवासियों के सामने सार्वजनिक कर दिखाया है। उससे भी नेताजी की मृत्यु की पुष्टि नहीं हुई। मौके पर समारोह को संबोधित करते हुए विशिष्ट अतिथि सुनील कुमार सिंह अधिवक्ता ने कहा कि नेताजी ने जब देश में हैजा प्लेग फैला था तो हजारों हजार लोग मृत पड़े थे। उनके लाशों को ठिकाने लगाने के लिए नेताजी ने अहम भूमिका अदा की जो कभी भुलाया नहीं जा सकता। अन्य लोगों में अपना विचार प्रकट करने वालों में जिले के वरिष्ठ पत्रकार त्रिपुरारी त्रिवेदी, बलदेव उच्च विद्यालय दिनारा के सेवानिवृत प्रधानाध्यापक बृजेश सिंह निराला, गौतम ऋषि, बंटी पासवान, अभिषेक कुमार, विशाल कुमार, सोनू कुमार, शुभम कुमार सहित कई लोगों ने नेताजी के तैल चित्र पर पुष्पांजलि अर्पित कर श्रद्धा सुमन अर्पित की। कार्यक्रम में फाउंडेशन के सचिव शैलेंद्र नारायण सिंह अधिवक्ता और डॉ० गिरेंद्र सिंह सिकरवार ने आगत अतिथियों का स्वागत किया।

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