राम निरीक्षण आत्मा राम महाविद्यालय,समस्तीपुर में “अभिभावक –शिक्षक बैठक” का आयोजन

राम निरीक्षण आत्मा राम महाविद्यालय,समस्तीपुर में “अभिभावक –शिक्षक बैठक” का आयोजन

 

जे टी न्यूज़, समस्तीपुर : राम निरीक्षण आत्मा राम महाविद्यालय,समस्तीपुर में “अभिभावक –शिक्षक बैठक” का आयोजन किया गया। इस बैठक की अध्यक्षता महाविद्यालय के प्रधानाचार्य प्रो सुरेंद्र प्रसाद ने की। उन्होंने उपस्थित शिक्षक एवं अभिभावकों को संबोधित करते हुए कहा कि बिहार में गांव से आने वाले युवाओं का उच्च शिक्षा के प्रति तेजी से रुझान बढ़ा है, नामांकन में तेजी से वृद्धि हुई है।

लेकिन यह देखा जाता है कि नामांकन के पश्चात लगभग बच्चे परिवार की आर्थिक स्थिति कमजोर होने के कारण पढ़ने की उम्र में किसी अन्य काम –धंधा में लग जाते हैं चाहे वह अपने प्रदेश में हो या किसी दूसरे राज्यों में कमाने के लिए बाहर चले जाते हैं।इसी को ध्यान में रखते हुए की नामांकित छात्र-छात्राओं की पढ़ाई चलती रहे,वे सभी प्रतिदिन ससमय महाविद्यालय में उपस्थित रहे,इसके लिए ही अविभावकों से चर्चा के लिए यह बैठक आयोजित की गई।

 

उन्हें यह जानना बहुत जरूरी है कि भारत सरकार और बिहार सरकार युवाओं के उच्च शिक्षा को बढ़ावा देने के लिए ‘स्किल बेस्ड एजुकेशन’ दे रही है और इसके लिए विभिन्न तरह के ऋण,छात्रवृत्ति आदि उपलब्ध करा रही है ताकि युवा शैक्षणिक रूप से सशक्त हो सके, वह जहां तक पढ़ने को इच्छुक हो वह पढ़ सके, पढ़ाई में आर्थिक कारण कोई बाधा न बनें।

इस बैठक को संबोधित करते हुए राजनीति विज्ञान विभाग के अध्यक्ष एवं मीटिंग के समन्वयक डॉ राजीव रौशन ने अभिभावकों को विकसित बिहार के साथ निश्चय– प्रथम में चर्चा की गई ‘आर्थिक हल, युवाओं का बल’ के अंतर्गत “स्टूडेंट क्रेडिट कार्ड योजना” तथा “बेरोजगारी भत्ता योजना” के बारे में विस्तार से चर्चा किया। उन्होंने कहा कि आप सभी के बच्चों को उच्च शिक्षा में आर्थिक मदद के लिए बिहार सरकार प्रयत्नशील और संवेदनशील है। बिहार सरकार स्टूडेंट क्रेडिट कार्ड योजना के अंतर्गत 12वीं पास बिहार के सभी युवाओं को अधिकतम चार लाख रुपए ऋण देती है ताकि युवा इस योजना का लाभ उठाकर आगे की पढ़ाई जारी रख सकते हैं।किसी कारणवश यदि युवा बेरोजगार हो जाते हैं

तो बिहार सरकार बिहार बेरोजगारी भत्ता योजना, जिसमें 21 से 25 वर्ष की आयु तक के युवाओं को दो वर्षों तक ₹1000 प्रति माह बेरोजगारी भत्ता देती है ।फिर भी यदि युवा बेरोजगार रह जाते हैं तो सरकार उन्हें अपने स्वरोजगार को शुरू करने के लिए ‘बिहार उद्यमी योजना’ के अंतर्गत ऋण उपलब्ध कराती है। कुछ अविभावकों ने भी इस मौके पर अपने अपने विचार रखे।इस मौके पर जंतु विज्ञान विभाग के पूर्व विभागाध्यक्ष प्रो एच. के. सिंह, डा अर्चना कुमारी, डा दीपक कुमार नायर, डा बबीना सिन्हा, डा राम कुमार रमण, डा निकेंद्र कुमार, डा रविंद्र कुमार साह आदि शिक्षक एवम अविभावक मौजूद थे।

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