हमें नई कल्पनाओं से नई उड़ान भरनी चाहिए
हमें नई कल्पनाओं से नई उड़ान भरनी चाहिए

जे टी न्यूज
आज़ मैं आप सभों से किसी महान पुरुष, महान महिला या किसी प्रसिद्ध अभिनेता या अभिनेत्री के बारे में चर्चा नहीं करुँगी ! आज मैं एक पक्षी के बारे में उसके जीवन के संघर्ष के बारे में चर्चा करूँगी जो कि हमारे लिए बहुत ही प्रेरणादायक सिद्ध होगा!
हर बाज़ की ज़िन्दगी में बढ़ती उम्र की मोड़ पर एक समय ऐसा आता है जहाँ उसके सामने दो रास्ते आते हैं! पहला रास्ता अत्यंत सरल और दूसरा रास्ता अत्यंत कठिन संघर्ष करने वाला होता है! बाज़ को इन दोनों रास्तों में से किसी एक रास्ते को चुनना होता है और बाज़ संघर्ष करने वाला रास्ता ही चुनता है! यहीं से शुरू होता है बाज़ का पुनर्जन्म!
बाज़ लगभग 80 वर्षों तक जीवित रहता है किंतु जीवन के 40 वर्ष आते ही बाज़ को महत्वपूर्ण निर्णय लेना पड़ता है!
40 वर्ष आते ही बाज़ का चोंच आगे की ओर मुड़ जाती है और भोजन पकड़ कर निगलने में मुश्किल हो जाती है!बाज़ के पंख इतने भारी हो जाते हैं जिस कारण उसकी उड़ान सीमित हो जाती है!
भोजन ढूंढना,पकड़ना,खाना और खुले आसमान में उड़ना सब कुछ बाज़ के लिए मुश्किल हो जाता है!
उसके पास तीन ही विकल्प बचते हैं चाहे अपना शरीर त्याग दे, दूसरे पर निर्भर हो जाए या फिर अपने जीवन को फिर से नया रूप दे सके और स्वयं को फिर से स्थापित कर सके!
वह संघर्ष को चुनता है और वह स्वयं को फिर से स्थापित करने की प्रक्रिया शुरू कर देता है!
वह किसी ऊँचे स्थान पर चला जाता है एकांत में अपना घोंसला बनाता है तब अपनी चोंच को चट्टान से मार – मार कर तोड़ देता है! उसके बाद प्रतीक्षा करता है नए चोंच आने की, नये चोंच आने के बाद अपने पंखों को नोच – नोच कर निकाल देता है फिर से प्रतीक्षा करता है नए पंखों के आने की!
जब नए चोंच और नए पंख आ जाते हैं तब उसे मिलती है वही भव्य और ऊंची उड़ान पहले जैसी!
इस पुनर्स्थापना के बाद बाज़ की आयु 40 वर्ष और बढ़ जाती है! वह फिर से बिल्कुल पहले की तरह अपना जीवन -यापन करने लगता है! बिल्कुल पहले की तरह फिर से खुले आसमान में अपनी उड़ान भर सकता है!
हमारे जीवन में भी कई ऐसी परिस्थितयाँ आती है जब हमें कठिनाइयों का सामना करना पड़ता है! कई लोग जीवन में संघर्ष करके आगे निकल जाते हैं तो कई लोग परिस्थितियों को अपना दुर्भाग्य समझ कर आत्मसमर्पण कर लेते हैं !
ये कथन बिल्कुल सही है “ईश्वर भी उसी का साथ देता है जो अपनी सफलता के लिए ख़ुद संघर्ष करता है!”
हमारे पास भी कुछ विकल्प होते हैं हमें सक्रिय मानसिकता को अपनाकर संघर्ष करके सफलता को प्राप्त करना चाहिए! हमें अपने भूतकाल को भूलकर वर्तमान को नई ऊर्जा के संग भविष्य को बेहतर बनाने की चेष्टा करनी चाहिए!
फेसबुक से साभार

