*अनीसुर्रहमान चिश्ती ने कहा 09 अप्रैल को मनाई जाएगी शब-ए-बरात*
*लॉकडाउन का सख़ती से करें पालन, घरों में ही करें तिलावत और ईबादत: वसील अहमद खान*
जे०टी० न्यूज संवाददाता रंजन कुमार
केसरिया/पू०च०:- पूरी दुनिया कोरोना वायरस जैसी महामारी से परेशान है और देश के लोगों को सुरक्षित रखने के लिए भारत सरकार ने लॉक डाउन का ऐलान कर रखा है और इसी बीच 9 अप्रैल 2020 को शब-ए-बरात का त्यौहार है।
जिसमें आमतौर पर लोग अपने पूर्वजों की आत्मा की शांति के लिए कुरआन खानी और फातेह़ा ख़ानी कराते हैं। एक साथ मिलकर कब्रिस्तान जाते हैं वहां अपने मुर्दों की बख्शीश की दुआ करते हैं लेकिन इस बार हुजूम बनाकर हरगिज़ कब्रिस्तान नहीं जायें बल्कि अपने घरों में ही तिलावत और इबादत करें और अपने मुर्दों के लिए दुआ करें।
उक्त बातें केसरिया जामा मस्जिद के इमाम मौलाना अनीसुर रहमान चिश्ती ने कही और बताया कि इस बार शब-ए-बरात पूरी सादगी के साथ मनायें बेवजह गली मोहल्लों में भीड़-भाड़ नहीं लगायें बल्कि भारत समेत पूरी दुनिया की अमन और शांति की दुआ करें।
जबकि कौ़मी एकता फ्रंट के अध्यक्ष वसील अहमद खान ने लोगों से अपील किया कि लॉक डाउन का पालन करें और प्रशासन की हर संभव सहायता करें खुद भी सुरक्षित रहें और समाज को भी सुरक्षित रहने का अवसर प्रदान करें। मस्जिदों में इकट्ठा नहीं हों अपने घरों में नमाज पढ़ें और शब-ए-बरात के रोजा़ की बड़ी अहमियत है।
इसलिए 10 तारीख के दिन में रोजा़ रखने का एहतमाम करें और विश्व शांति की दुआ करें।