डॉ. कुमार मनीष उप-कुलसचिव द्वितीय सह सहायक प्राध्यापक, विश्वविद्यालय जंतु विज्ञान विभाग, ललित नारायण मिथिला विश्वविद्यालय, दरभंगा*
डॉ. कुमार मनीष उप-कुलसचिव द्वितीय सह सहायक प्राध्यापक, विश्वविद्यालय जंतु विज्ञान विभाग, ललित नारायण मिथिला विश्वविद्यालय, दरभंगा*
डॉ. चंदन ठाकुर की कलम से:-*जे टी न्यूज, दरभंगा: जी हां यकीनन आज एक ऐसे आचार्य चर्चा के केंद्र बिंदु में हैं जो बीपीएससी बैच के नवरत्नों की सूची में शुमार हैं, जिनकी गिनती तेज-तर्रार सहायक प्राध्यापकों की सूची में होती है, जो अल्प समयावधि में महाविद्यालय से विश्वविद्यालय का सफर तय कर खुद को स्थापित कर दिया है, वो कोई और नहीं विश्वविद्यालय जंतु विज्ञान विभाग के सहायक आचार्य सह मिथिला विश्वविद्यालय के नवनियुक्त उप-कुलसचिव द्वितीय डॉ. कुमार मनीष हैं।
ज्ञात हो कि डॉ. कुमार मनीष, मूल रूप से भागलपुर जिला के नौगछिया थाना अंतर्गत तुलसीपुर गाँव के मूल निवासी हैं। उनके पिता का नाम रघुनंदन कुमार है जबकि माता का नाम उमा देवी है। उनकी उच्च शिक्षा दिल्ली, पटना व मगध विश्वविद्यालय से हुई है। पटना विश्वविद्यालय से 1996-1998 बैच में उन्होंने जंतु विज्ञान विषय में स्नातकोत्तर की उपाधि प्राप्त की। तदोपरांत दिल्ली विश्वविद्यालय से सत्र:- 1998-2000 बैच में एग्रो केमिकल्स एन्ड पेस्ट मैनेजमेंट में स्नातकोत्तर की उपाधि ग्रहण की। साथ ही लाइफ साईंस विषय में सन 2000 व 2001 ई. में लगातार दो बार राष्ट्रीय पात्रता परीक्षा (नेट) उत्तीर्ण किया। इसी बीच मगध विश्वविद्यालय से 2005 ई. में वो पी-एच.डी. की उपाधि से सम्मानित किये गये। तदोपरांत छत्रपति साहू जी महाराज विश्वविद्यालय, कानपुर के अविका डिग्री कॉलेज, कन्नौज में बतौर सहायक प्राध्यापक कार्यरत रहे, लेकिन उनका मन अपनी बिहार की मिट्टी को सेवा देने के लिये मचल रहा था, जो सपना तब हकीकत में साकार हो गया जब बीपीएससी द्वारा 2014 में सहायक प्राध्यापक की जारी अधिसूचना के आलोक में वो जंतु विज्ञान विषय में बतौर सहायक प्राध्यापक ललित नारायण मिथिला विश्वविद्यालय, दरभंगा में चयनित हुए और अपना पहला योगदान विश्वविद्यालय के शीर्ष महाविद्यालय चंद्रधारी मिथिला विज्ञान महाविद्यालय, दरभंगा में मार्च 2020 में दिया। उनके पठन-पाठन और बेहतर कार्यशैली को तब नवआयाम मिला, जब 12 मार्च 2025 को उनका तबादला विश्वविद्यालय जंतु विज्ञान विभाग में किया गया, जहां वर्तमान में वो अपनी सेवाएं दे रहे हैं।
इसी क्रम में परसों मिथिला विश्वविद्यालय में दो प्रमुख प्रशासनिक फेरबदल देखने को मिला। निःवर्तमान उप-कुलसचिव द्वितीय डॉ. दिव्या रानी हंसदा राजभवन द्वारा मिथिला विश्वविद्यालय की कुलसचिव नियुक्त की गई। तदोपरांत उप-कुलसचिव द्वितीय के पद पर जंतु विज्ञान विभाग के सहायक आचार्य डॉ. कुमार मनीष के नाम की अधिसूचना जारी हुई, जिसके आलोक में उन्होंने कल कुलसचिव डॉ. दिव्या रानी हंसदा के समक्ष उप-कुलसचिव द्वितीय के पद पर अपना योगदान समर्पित किया और योगदानोंपरांत उन्होंने कहा कि कुलपति प्रो. संजय कुमार चौधरी ने जिस आशा और विश्वास के साथ मुझ पर भरोसा जताया है, मेरी पूरी कोशिश होगी कि उस पर मैं खड़ा उतरूँ और इस पद के बाबत अपना सतत योगदान देता रहूँ।
अब देखना दिलचस्प होगा कि उपलब्धियों से भरी शैक्षणिक पारी के सिकंदर डॉ. कुमार मनीष अपने प्रशासनिक पारी को कैसे निभाते हैं। वैसे उन्होंने प्रभार ग्रहण करने के उपरांत ही यह संकेत दे दिये हैं कि जो भी संचिकाएँ मेरे पास आएगी उसका त्वरित निपटारा करना ही मेरी पहली प्राथमिकता होगी, जिससे अंदाजा लगाया जा सकता है कि शैक्षणिक पारी के समान ही उनकी प्रशासनिक पारी भी आतिशी होनेवाली है।


