डॉ. शैलेश की द्विभाषी पुस्तक “प्रबंधकीय लेखांकन” छात्रों के लिए मददगार साबित होगी : डॉ नंद कुमार

डॉ. शैलेश की द्विभाषी पुस्तक “प्रबंधकीय लेखांकन” छात्रों के लिए मददगार साबित होगी : डॉ नंद कुमार जे टी न्यूज, जयनगर : डी.बी. कॉलेज, जयनगर के वाणिज्य भवन में मंगलवार को डॉ. शैलेश कुमार सिंह की पुस्तक मैनेजमेंट एकाउंटिंग का लोकार्पण भव्य समारोह के बीच किया गया। प्रधानाचार्य डॉ. नंद कुमार की अध्यक्षता में हुए समारोह में विशिष्ट अतिथि डॉ बरखा अग्रवाल व डॉ. अखिलेश श्रीवास्तव ने संयुक्त रूप से पुस्तक का लोकार्पण किया और अपने संबोधन में कहा कि, यह पुस्तक न केवल छात्रों की पढ़ाई के दृष्टिकोण से महत्वपूर्ण है, बल्कि समाज के लिए भी अत्यंत प्रेरणादायक है। लेखक ने गहन अध्ययन और अनुभव के आधार पर इसे द्विभाषी रूप से लिखा है, जो ग्रामीण क्षेत्र के छात्र छात्राओं को नई दिशा दिखायेगा । कार्यक्रम अध्यक्ष डॉ नंद कुमार ने पुस्तक कि समीक्षा करते हुए कहा कि, आज के युवा पीढ़ी पर प्रबंधन का गहरा प्रभाव है, प्रबंधन लेखांकन में डिजिटलीकरण, AI, मशीन लर्निंग , डीप लर्निंग, व्याख्यात्मक AI, जनरेटिव AI और बड़े भाषा मॉडल (LLM) पर काम करने की आवश्यकता है। इसलिए ये पुस्तक लेखांकन में प्रबंधन को बेहतर तरीके से समझने में पाठको कि सहायता करेंगी।कार्यक्रम के विशिष्ट अतिथि डॉ बरखा अग्रवाल ने अपने सम्बोधन में प्रबंधकीय लेखांकन की प्रासंगिता पर चर्चा की और कहा कि आज के बदलते दौर में प्रबंधकीय लेखांकन के बिना सफल व्यवसाय कि कल्पना बेमानी होगी। यही पहलु इस पुस्तक को खास बनाती है। राजनीति विज्ञानविभाग के युवा शिक्षाविद डॉ अखिलेश श्रीवास्तव ने कहा कि, प्रबंधकीय लेखांकन कंपनियों के बजट और पूर्वानुमान, लागत विश्लेषण सहित रणनीतिक निर्णय लेने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। लेखक वाणिज्य विभागाध्यक्ष डॉ शैलेश कुमार सिंह ने अपनी पुस्तक की लेखन प्रक्रिया और इसके पीछे की प्रेरणा के बारे में चर्चा करते हुए कहा, यह पुस्तक मैनेजमेंट एकाउंटिंग के प्रति मेरे विचारों और अनुभवों एवं ललित नारायण मिथिला विश्वविद्यालय, दरभंगा के बी.कॉम. तृतीय वर्ष के सिलेबस का निचोड़ है, जिसे ठाकुर पब्लिकेशन, लखनऊ ने द्विभाषी रूप में बिहार के छात्र छात्राओं के साथ साझा करने की कोशिश की है। लेखक ने प्रबंधकीय लेखांकन का महत्त्व और उसकी आवश्यकताओं के बारे में भी अपने अनुभव साझा किए। उन्होंने कहा कि यह पुस्तक हिन्दी और अंग्रेजी भाषा में द्विभाषी पुस्तक के रूप में प्रकाशित है, मुझे उम्मीद है कि यह पुस्तक सभी वर्ग के छात्रों के लिए लाभकारी सिद्ध होगी।कार्यक्रम के दौरान उपस्थित दर्शकों ने लेखक से संवाद किया और पुस्तक के विषय में अपने प्रश्नों और विचारों को साझा किया। कार्यक्रम का माहौल अत्यंत प्रेरणादायक और सजीव रहा।
धन्यवाद ज्ञापन करते हुए विभागीय शिक्षक डॉ आनंद राज ने कहा कि, यह पुस्तक चतुर्थ सेमेस्टर के छात्रों को प्रैक्टिकल प्रश्नों को समझने में सुलभता प्रदान करेगी।इस दौरान मुख्य रूप से डॉ नंद कुमार, डॉ. बरखा अग्रवाल, डॉ अखिलेश श्रीवास्तव, डॉ आनंद राज, डॉ स्वीटी सिंह, डॉ धर्मेंद्र कुमार, डॉ शैलेश कुमार सिंह सहित वाणिज्य विभाग के सैकड़ों छात्र /छात्राएं उपस्थित रहे।

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