विद्यापति सेवा संस्थान ने कुलपति प्रो संजय कुमार चौधरी का भव्य अभिनंदन किया
मुंगेर के नवनियुक्त कुलसचिव डाॅ घनश्याम राय का भी हुआ सम्मान
विद्यापति सेवा संस्थान ने कुलपति प्रो संजय कुमार चौधरी का भव्य अभिनंदन किया /मुंगेर के नवनियुक्त कुलसचिव डाॅ घनश्याम राय का भी हुआ सम्मान
जे टी न्यूज, दरभंगा: ललित नारायण मिथिला विश्वविद्यालय में शैक्षणिक विकास की असीमित संभावनाएं मौजूद हैं। आने वाला समय मिथिला विश्वविद्यालय का होगा और इसके सर्वांगीण विकास के दरवाजे चारों दिशाओं में खुलेंगे। यह बात ललित नारायण मिथिला विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो संजय कुमार चौधरी ने मंगलवार को विद्यापति सेवा संस्थान के तत्वावधान में उनके तीन वर्षीय कार्यकाल का पहला सफल डेढ़ साल पूरा होने के उपलक्ष्य में आयोजित अभिनंदन समारोह में कही।
उन्होंने कहा कि विश्वविद्यालय के कार्य संस्कृति में अपेक्षित सुधार होने के बाद उनकी प्राथमिकता पारंपरिक शिक्षा की गुणवत्ता को दुरूस्त करने के साथ ही छात्र-छात्राओं को समय की मांग के हिसाब से रोजगारोन्मुखी गैर पारंपरिक पाठ्यक्रम के विकल्प उपलब्ध कराना है। इसके अंतर्गत विश्वविद्यालय निकट भविष्य में ही गुजरात के एआरसी लैब के साथ एमओयू साइन कर फोरेंसिक साइंस पर आधारित छह महीने का सर्टिफिकेट कोर्स शुरू करने जा रहा है। इस पाठ्यक्रम के शुरू हो जाने से समय के माकूल जहाँ छात्रों को कैरियर का बेहतर विकल्प उपलब्ध होगा वहींं यह विश्वविद्यालय पूर्वी जोन का ऐसा पहला विश्वविद्यालय होगा जहां इसकी पढाई होगी। इसके शुरू होने से पुलिस प्रशासन को भी फोरेंसिक प्रशिक्षण में काफी सुविधा मिलेगी।
उन्होंने डब्ल्यू आई टी की संचालन गतिविधि पर संतोष जाहिर करते कहा कि चालू सत्र से कानून में स्नातक स्तर की पढाई जहाँ फिर से शुरू हो रही है वहीं बायोटेक पाठ्यक्रम एवं खेल निदेशालय के शुभारंभ होने की प्रक्रिया अंतिम चरण में हैं। अपने संबोधन में उन्होंने इस साल के अंत तक दूरस्थ शिक्षा निदेशालय के भी प्रारंभ हो जाने की प्रबल उम्मीद जाहिर की। उन्होंने डा बैद्यनाथ चौधरी बैजू की प्रशंसा करते कहा कि इनके जैसे निःस्वार्थी लोग विश्वविद्यालय की मूल पूंजी हैं।
स्थानीय एमएलएसएम कॉलेज के सभागार में आयोजित कार्यक्रम की अध्यक्षता महाविद्यालय के प्रधानाचार्य डा शंभु कुमार यादव ने की। अनुपमा मिश्र द्वारा प्रस्तुत कवि कोकिल विद्यापति रचित गोसाउनि गीत ‘जय जय भैरवि…’ से प्रारंभ हुए कार्यक्रम का विधिवत शुभारंभ ललित नारायण मिथिला विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो संजय कुमार चौधरी, रूसा के उपाध्यक्ष डा कामेश्वर झा, उच्च शिक्षा निदेशक प्रो नवीन कुमार अग्रवाल, मुंगेर विश्वविद्यालय के कुलसचिव डा घनश्याम राय, विद्यापति सेवा संस्थान के अध्यक्ष सह कामेश्वर सिंह दरभंगा संस्कृत विश्वविद्यालय के पूर्व कुलपति प्रो शशिनाथ झा, मैथिली अकादमी के पूर्व अध्यक्ष पं कमलाकांत झा, विद्यापति सेवा संस्थान के कार्यकारी अध्यक्ष डा बुचरू पासवान, महासचिव डा बैद्यनाथ चौधरी बैजू आदि ने साथ मिल दीप प्रज्वलित कर किया।
संस्थान के मीडिया संयोजक प्रवीण कुमार झा के संचालन में आयोजित कार्यक्रम में संगीत की सुरमयी लहरियों के बीच संस्थान की ओर से कुलपति के अभिनंदन में बधाई एवं शुभकामनाओं के स्वर खूब फूटे। मौके पर बिहार सरकार के उच्च शिक्षा निदेशक प्रो नवीन कुमार अग्रवाल एवं मुंगेर विश्वविद्यालय के नवनियुक्त कुलसचिव डा घनश्याम राय का भी अभिनंदन किया गया।संस्थान परिवार की ओर से डा अमलेंदु शेखर पाठक एवं प्रवीण कुमार झा द्वारा रचित अभिनंदन पत्र का सस्वर वाचन प्रवीण कुमार झा ने किया।
इससे पहले स्वागत संबोधन में संस्थान के महासचिव डा बैद्यनाथ चौधरी बैजू ने कहा कि ललित नारायण मिथिला विश्वविद्यालय के यशस्वी कुलपति प्रो संजय कुमार चौधरी के पहले 18 मास के उपलब्धिपूर्ण कार्यकाल के लिए उनके अभिनंदन से विश्वविद्यालय के विकास की गति को मिठास मिलेगी। उन्होंने कहा कि उनके कार्यकाल में विश्वविद्यालय का उत्तरोत्तर विकास हो रहा है, जिससे मिथिला के आम व खास सभी लोग आह्लादित हैं। उनकी गुणवत्तापूर्ण प्रशासनिक एवं शैक्षणिक तत्परता से आम मिथिलावासी में उमंग एवं उत्साह का अभूतपूर्व संचार हुआ है।
विश्वविद्यालय परिसर के ऐतिहासिक महत्व को देखते हुए इसके समुचित रख-रखाव में तत्परता दिखाना, दूरस्थ शिक्षा निदेशालय के सुदृढ़ीकरण सहित खेल निदेशालय व अंतरराष्ट्रीय स्टेडियम की स्थापना में अभूतपूर्व दिलचस्पी दिखाना, खेल प्राधिकरण के गठन आदि में उनकी दूर दृष्टि विश्वविद्यालय के स्वर्णिम भविष्य के निर्माण काफी महत्वपूर्ण होगा।
रूसा के उपाध्यक्ष डा कामेश्वर झा ने कुलपति को कुशल प्रशासक एवं प्रभावशाली अनुशासक बताते हुए कहा कि कुलपति ने अपने तीन वर्षीय कार्यकाल के पहले डेढ़ साल में अपनी दूरदर्शी सोच को साबित कर दिखाया है। साथ ही सबको साथ लेकर चलने की उनकी मंशा ने उन्हें उनका कायल बना दिया है। उच्च शिक्षा निदेशक ने कुलपति की कार्यशैली की मुक्त कंठ से प्रशंसा करते हुए भरोसा दिलाया कि ललित नारायण मिथिला विश्वविद्यालय के विकास के लिए जो भी प्रस्ताव उनके समक्ष लाया जाएगा, प्राथमिकता के आधार पर उसका निष्पादन करना उनके लिए प्रसन्नता की बात होगी। अपने संबोधन में नैक मूल्यांकन में अव्वल स्थान पाने के गूढ़ सूत्र की विस्तार से चर्चा करते हुए उन्होंने स्वयं के भव्य अभिनंदन के लिए संस्थान परिवार के प्रति कृतज्ञता का भाव प्रकट किया।
संस्थान के अध्यक्ष सह कामेश्वर सिंह दरभंगा संस्कृत विश्वविद्यालय के पूर्व कुलपति प्रो शशिनाथ झा ने कुलपति के कार्यशैली की चर्चा करते हुए कहा कि ‘सर्वजन हिताय’ की उनकी मनोभावना न सिर्फ काबिले-तारीफ है बल्कि इसमें विश्वविद्यालय का सर्वांगीण विकास भी सर्वथा निहित है। सीएम कालेज के प्रधानाचार्य प्रो मुश्ताक अहमद ने कुलपति के अभिनंदन को अब तक किए उनके कार्य की स्वीकारोक्ति बताते हुए चुटकी भरे अंदाज में आगाह किया कि हर छह महीने पर उनके अभिनंदन का साफ मतलब है कि मिथिला के सजग प्रहरी उनकी एक एक दिन की गतिविधि पर टकटकी लगाये हैं। अध्यक्षीय संबोधन मे डा शंभु कुमार यादव ने कहा कि अभिनंदन समारोह में लोगों की स्वत: स्फूर्त जीवंत उपस्थिति कुलपति के नेतृत्व में हर उम्मीद व आशा के जीवंत होने का प्रमाण है।
कार्यक्रम में मुंगेर विश्वविद्यालय के कुलसचिव डा घनश्याम राय, मैथिली अकादमी के पूर्व अध्यक्ष पं कमला कांत झा, संस्थान के कार्यकारी अध्यक्ष डा बुचरू पासवान, एम के कालेज के प्रधानाचार्य डा रहमतुल्लाह, मारवाड़ी कालेज के प्रधानाचार्य डा विनोद बैठा, एमआरएम कालेज के प्रधानाचार्य डा श्याम चंद्र गुप्ता, शिक्षकेत्तर कर्मचारी महासंघ के प्रक्षेत्रीय मंत्री विनय कुमार झा आदि ने भी अपने मूल्यवान विचार रखे।धन्यवाद ज्ञापन प्रो चंद्रशेखर झा बूढाभाई ने किया।
अभिनंदन समारोह में प्रो रमेश झा, अरुण सिंह, गोपाल चौधरी, डा रामसुभग चौधरी, विनोद कुमार झा, रंगनाथ ठाकुर, उत्सव पराशर, डा सुधीर कुमार मिश्र, डा चंद्रनाथ मिश्र, डा गणेश कांत झा, दुर्गानंद झा, हरिकिशोर चौधरी, पवन कुमार ठाकुर, डा ज्वाला प्रसाद चौधरी, सुबोध यादव, आशीष चौधरी, पुरुषोत्तम वत्स आदि समेत बड़ी संख्या में गणमान्य लोग उपस्थित हुए।

