एआईएसएफ के राज्यस्तरीय प्रशिक्षण शिविर का शुभारंभ, शहीद दीनानाथ पांडे के नाम पर शिविर स्थल समर्पित

एआईएसएफ ने शुरू किया पांच दिवसीय प्रशिक्षण शिविर, विचार और संघर्ष की परंपरा को दी नई ऊर्जा

शाहपुर पटोरी में एआईएसएफ का ऐतिहासिक शिविर, स्वतंत्रता संग्राम के शहीदों को दी गई श्रद्धांजलि

छात्र चेतना और वैचारिक निर्माण को समर्पित AISF का राज्यस्तरीय प्रशिक्षण शिविर प्रारंभ

जे टी न्यूज़ शाहपुर पटोरी (समस्तीपुर)

आचार्य नरेंद्र देव महाविद्यालय, शाहपुर पटोरी में ऑल इंडिया स्टूडेंट फेडरेशन (AISF) बिहार राज्य इकाई द्वारा आयोजित राज्यस्तरीय पांच दिवसीय प्रशिक्षण शिविर का शुभारंभ उत्साहपूर्वक हुआ। इस अवसर पर शिविर स्थल का नामकरण 1955 में बी.एन. कॉलेज, पटना में पुलिस गोलीकांड में शहीद हुए कामरेड दीनानाथ पांडे के सम्मान में किया गया। उद्घाटन सत्र की शुरुआत AISF के पूर्व महासचिव रामबाबू कुमार द्वारा दीप प्रज्वलन के साथ की गई।

उद्घाटन सत्र को संबोधित करते हुए रामबाबू कुमार ने AISF की ऐतिहासिक भूमिका पर प्रकाश डाला। उन्होंने कहा कि ऑल इंडिया स्टूडेंट फेडरेशन भारत का प्रथम छात्र संगठन है, जिसकी स्थापना स्वतंत्रता संग्राम के दौरान हुई थी। यह संगठन न केवल छात्र आंदोलनों को दिशा देता रहा है, बल्कि सामाजिक न्याय, समतामूलक शिक्षा, और लोकतांत्रिक अधिकारों की रक्षा में ऐतिहासिक भूमिका निभाता आया है। आज के दौर में संगठन की वैचारिक जिम्मेदारी और भी महत्वपूर्ण हो गई है।

कार्यक्रम में AISF के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष रविंद्रनाथ राय ने भी विचार रखते हुए कहा कि यह शिविर केवल एक प्रशिक्षण कार्यक्रम नहीं, बल्कि छात्र चेतना के विस्तार और वैचारिक प्रतिबद्धता के निर्माण का मंच है। उन्होंने छात्र प्रतिनिधियों से आह्वान किया कि वे सामाजिक-राजनीतिक चुनौतियों के खिलाफ विचार और संगठन के माध्यम से संगठित संघर्ष करें।

 

इस अवसर पर जेएनयू के पूर्व प्राध्यापक सुबोध नारायण मालाकार ने AISF के ऐतिहासिक आंदोलनों की चर्चा करते हुए कहा कि 1942 के भारत छोड़ो आंदोलन में पटना सचिवालय के सामने शहीद हुए सात छात्र भारतीय छात्र आंदोलन के गौरवशाली प्रतीक हैं। साथ ही उन्होंने सिंध प्रांत के युवा क्रांतिकारी हेमू कलानी का स्मरण किया, जिन्होंने मात्र 19 वर्ष की आयु में ब्रिटिश सेना की हथियारबंद ट्रेन को पटरी से उतारने का साहसिक प्रयास किया और फाँसी दे दी गई। मालाकार ने कहा कि AISF की परंपरा त्याग, बलिदान और वैचारिक प्रतिबद्धता की मिसाल रही है।

उद्घाटन सत्र में महाविद्यालय के प्रचार्य शशिभूषण कुमार, प्राध्यापक राजकुमार शाह, बी एड संकाय के विभागाध्यक्ष वसंत कुमार,अनिल कुमार और नागेंद्र कुमार भी मंच पर उपस्थित रहे। सभी वक्ताओं ने आयोजन की सराहना करते हुए कहा कि ऐसे शिविर छात्र राजनीति में वैचारिक परिपक्वता और संगठनात्मक दृढ़ता को मजबूत करने का कार्य करते हैं।

 

शिविर के दौरान प्रतिभागियों को वैचारिक प्रशिक्षण, सामाजिक-राजनीतिक विमर्श, संगठनात्मक योजना निर्माण, और जनसंघर्षों की रणनीतियों से जोड़ने के लिए विभिन्न सत्र आयोजित किए जाएंगे। इसमें राज्य भर से आए छात्र प्रतिनिधि भाग ले रहे हैं।

कार्यक्रम की अध्यक्षता स्वागत समिति के अध्यक्ष हरिशंकर शर्मा ने की, संचालन एआईएसएफ जिला अध्यक्ष दीपक कुमार धीरज, स्वागत महासचिव अविनाश कुमार, कोषाध्यक्ष अजय आडवाणी जबकि मुख्य रूप से राज्य अध्यक्ष सुधीर कुमार, राज्य सचिव अमीन हमजा और जिला अध्यक्ष दीपक कुमार धीरज मंच पर मौजूद रहे। इनके नेतृत्व में कार्यक्रम का संचालन संगठित और प्रभावशाली रूप में हुआ।

 

इस अवसर पर एआईएसएफ के चंदन कुमार, राजेश यादव, प्रत्यूष यादव, अभिषेक आनंद, अजय कुमार, गुड्डू कुमार, अर्जुन कुमार और AIYF के संजय कुमार जैसे सक्रिय कार्यकर्ता भी उपस्थित रहे। सभी ने अतिथियों का शॉल और माला से पारंपरिक रूप से सांस्कृतिक स्वागत किया गया।

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