पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी को आवास खाली करने का नोटिस देना सत्ता का खुला दुरूपयोग है : शाहीन
पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी को आवास खाली करने का नोटिस देना सत्ता का खुला दुरूपयोग है : शाहीन
जे टी न्यूज, समस्तीपुर:

राजद के पूर्व विधायक अख्तरुल इस्लाम शाहीन ने कहा है कि राबड़ी देवी को बंगला खाली करने का नोटिश देना दुर्भावना से प्रेरित है। उन्होंने कहा कि राबड़ी देवी पिछले दो दशक से इस आवास में रह रही हैं। अब सरकार द्वारा एक नोटिस जारी किया गया है, जिसमें कहा गया है कि आपको 39 नंबर बंगला आवंटित किया गया है। बिहार की सियासत में ऐसी परंपरा नहीं रही है कि पूर्व सीएम के नाम से अलॉट हुए आवास को खाली कराया जाए। उन्होंने आरोप लगाया कि बीजेपी का दखल अब सीएम हाउस में ज्यादा बढ़ गया है। उससे उसकी पार्टनर जेडीयू भी डरी हुई है। बीजेपी जो भी फैसला करती है उसे वह मानती है। पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी को घर खाली करने का नोटिस देना सिर्फ़ प्रशासनिक कदम नहीं, बल्कि सत्ता का खुला दुरुपयोग है। नीतीश–भाजपा सरकार विरोधियों से निपटने का यही तरीका अपनाती है कि काम नहीं करेंगे, सम्मान नहीं देंगे, बस बदले की राजनीति करेंगे। राबड़ी देवी बिहार की पहली महिला मुख्यमंत्री रही हैं। उनका योगदान, उनका राजनीतिक इतिहास और लाखों लोगों के विश्वास का सबको दरकिनार कर दिया गया, सिर्फ इसलिए कि सरकार को लालू परिवार से नफरत है और उनके प्रभाव से डर लगता है। नीतीश कुमार और एनडीए नेतृत्व यह भी भूल गए कि लोकतंत्र में राजनीतिक विरोध सम्मान का हकदार होता है, न कि धमकियों और नोटिसों का। उन्होंने कहा यह सरकार महिलाओं के सम्मान की बातें तो करती है, लेकिन एक पूर्व महिला मुख्यमंत्री को बेइज्जत करने में ज़रा भी हिचक नहीं दिखाती। सच्चाई यह है कि सरकार कामयाबी की कमी और बढ़ती जन-नाराज़गी को छिपाने के लिए विपक्ष को निशाना बना रही है। पर जनता जानती है, नोटिस से इतिहास नहीं मिटता। राबड़ी देवी का सम्मान जनता देती है, और जनता का सम्मान कोई सरकार छीन नहीं सकती। नीतीश सरकार को नफरत की राजनीति करने से परहेज करना चाहिए अन्यथा इतिहास उन्हें माफ नहीं करेगी।