राजकीयकृत उत्क्रमित मध्य विद्यालय बेदोलिया में लापरवाही का आलम एक साल से मुख्य गेट बंद कमरे में कैद
प्रधानाध्यापक जवाब देने से बचते रहे, बच्चों की सुरक्षा पर बढ़ा खतरा
राजकीयकृत उत्क्रमित मध्य विद्यालय बेदोलिया में लापरवाही का आलम
एक साल से मुख्य गेट बंद कमरे में कैद
प्रधानाध्यापक जवाब देने से बचते रहे, बच्चों की सुरक्षा पर बढ़ा खतर

जे टी न्यूज, समस्तीपुर: राजकीयकृत उत्क्रमित मध्य विद्यालय बेदोलिया में व्यवस्थाओं की बदहाली खुलकर सामने आई है। जानकारी के अनुसार विद्यालय के लिए मुख्य लोहे का गेट एक वर्ष पूर्व ही बनवाया गया था, लेकिन हैरानी की बात है कि इतने लंबे समय बाद भी उसे स्कूल परिसर में लगाया नहीं गया। गेट अब तक स्कूल के ही एक कमरे में बंद रख दिया गया है।
संवाददाता द्वारा जब इस संबंध में प्रधानाध्यापक से सवाल पूछा गया तो उन्होंने स्पष्ट जवाब देने से परहेज़ किया और गोलमोल बातें करते हुए मौके से निकल पड़े। विद्यालय प्रशासन के इस रवैये पर कई सवाल खड़े होने लगे हैं।
स्कूल प्रांगण में लगे नल के पाइप पर भी नल नहीं लगा पाया गया है। पूछने पर प्रधानाध्यापक ने अजीबोगरीब तर्क देते हुए कहा कि “चोरी हो जाता है, इसलिए नल नहीं लगाते हैं।” इससे स्कूल की व्यवस्था और रखरखाव पर गंभीर सवाल उठते हैं।
वहीं, मुख्य गेट नहीं लगाए जाने के कारण विद्यालय सीधे सड़क से खुला रहता है। यह स्थिति बच्चों की सुरक्षा के लिए गंभीर खतरा पैदा करती है। राहगीरों और वाहनों की आवाजाही के बीच किसी भी वक्त बड़ा हादसा हो सकता है।
स्थानीय लोग व कई अभिभावक विद्यालय प्रशासन की इस लापरवाही से आक्रोशित हैं और उच्च अधिकारियों से जांच कर कार्रवाई की मांग कर रहे हैं।
यदि आप चाहें तो मैं इसे और भी तीखा, बड़े अख़बार की भाषा में, या आपके न्यूज़ चैनल स्टाइल में तैयार कर सकता हूँ।


