मनरेगा का नाम बदलने के खिलाफ 5 जनवरी को सभी अंचलों पर प्रदर्शन
मनरेगा का नाम बदलने के खिलाफ 5 जनवरी को सभी अंचलों पर प्रदर्शन

जे टी न्यूज़, बेतिया: पश्चिम चम्पारण के विभिन्न खेत मजदूर संगठनों की बैठक रिक्शा मजदूर सभा भवन बेतिया में हुई।बैठक को संबोधित करते हुए बिहार प्रांतीय खेतिहर मजदूर यूनियन के जिला सचिव प्रभुनाथ गुप्ता ने बताया कि बहुत संघर्ष के बाद मनमोहन सिंह की सरकार ने खेतिहर मजदूरों के लिए मनरेगा कानून बनाया।जिसके माध्यम से खेत मजदूरों को 100 दिन काम की गारंटी दी गई। मोदी सरकार अपने 12 साल की अवधि में इसके फंड में लगातार कटौती की ।अब महात्मा गांधी के नाम पर चलने वाले इस कानून को जी रामजी नाम देकर इसके बजट में केंद्र सरकार राज्यों को भी हिस्सेदार बनाना चाहती है। इससे स्पष्ट हो जाता है कि इस बजट का 60% हिस्सा राज्य सरकारों को देकर इस कानून को समाप्त कर देना चाहती है तथा महात्मा गांधी के नाम को हटाकर राम जी का नाम जोड़ कर इसे भावनात्मक बनाना चाहती है। केन्द्र सरकार की इस मजदूर विरोधी नीति के खिलाफ हम राष्ट्रव्यापी आंदोलन छेड़ेंगे और मोदी सरकार की मंसूबों को चकनाचूर करेंगे। बैठक की अध्यक्षता चांदसी प्रसाद यादव ने की तथा खेत मजदूर यूनियन के अच्छेलाल चौधरी,राजेंद्र साह, बिरन यादव , खेग्रामस के बीरेंद्र पासवान,संजय राम सदरे अलम आदि ने संबोधित किया।