*डॉक्टर की अनुपस्थिति ने महिला की जान ली* जेटी न्यूज

बेतिया :;-भारत की कम्युनिस्ट पार्टी( मार्क्सवादी) कि पश्चिम चंपारण जिला कमेटी के मंत्री प्रभु राज नारायण राव तथा किसान सभा के जिला सचिव चांदसी प्रसाद यादव ने बेतिया गवर्नमेंट अस्पताल की कुव्यवस्था पर आक्रोश व्यक्त किया है ।
उन्होंने बताया कि सीपीएम के चनपटिया लोकल कमेटी के सचिव तथा पूर्व जिला पार्षद कामरेड जगन्नाथ यादव की भतीजी को हार्ट अटैक होने के बाद जब बेतिया अस्पताल के इमरजेंसी वार्ड में ले आया गया , तो वहां एक भी डॉक्टर नहीं था । एक घंटे तक डॉक्टर की तलाश के लिए काफी मशक्कत के बाद भी डॉक्टर नहीं मिला । इस बीच उनके भतीजी की मृत्यु हो गई ।

अगर समय पर उनको ऑक्सीजन गैस दिया जाता , उनका उपचार किया जाता । तो वह बच सकती थी । उसके बाद अस्पताल में यह पता चला कि 7 मंजिला बिल्डिंग है । जिसमें मरीज रहते हैं। उसमें किसी भी विभाग में एक भी डॉक्टर नहीं है । इस तरीके से भाग्य के भरोसे मरीजों को छोड़ दिया गया है और मरीजों के जान के साथ खिलवाड़ किया जा रहा है । कई मरीज सवारी के भाव में मोटरसाइकिल से अपने मरीज को लेकर प्राइवेट डॉक्टर को दिखाने के लिए ले जा रहे हैं । लेकिन अस्पताल की तरफ से इस पर कोई भी निगरानी नहीं है ।
इसकी सूचना मैंने जिला पदाधिकारी को दी और गवर्मेंट अस्पताल की घटना की जानकारी दी तो वे अस्पताल अधीक्षक को फोन दे दिए । जिनसे वस्तु स्थिति बताने के बाद उन्होंने इमरजेंसी में अनुपस्थित डाक्टर के विरुद्ध शख्त कारवाई की बात कही ।

मैं आक्रोश व्यक्त करते हुए कहा की मैं आपके आश्वासन से सहमत नहीं हूं । पिछले दिनों जब आपसे सूचना के अधिकार के तहत कुल नियोजित डॉक्टरों की सूची मांगी गई तो आपके द्वारा डराने की नियत से यह कहा गया की नाम देने के बाद कहीं उनके साथ कोई घटना घटी तो आपको इसका जिम्मेदार बनाया जायेगा । आपके धमकी के परवाह किए बगैर कुल नियोजित डाक्टरों की सूची पुन: मांगी गई तो अभी तक सूची उपलब्ध नहीं कराई गई ।

इसलिए जिला पदाधिकारी पश्चिम चम्पारण से हमारा मांग है की दोषी डॉक्टरों पर हत्या का मुकदमा चलाया जाय । उन्हें कड़ी से कड़ी सजा दी जाय तथा मृतक के परिवार को 10 लाख रुपए मुआवजा दिया जाय । साथ ही उम्मीद करते हैं की अविलंब गवर्नमेंट अस्पताल बेतिया की कुव्यवस्था और वहां जो भी डॉक्टर अनुपस्थित है । उस पर सख्त कार्रवाई किया जाए और अस्पताल को नियमित चलाया जाए।

