मुख्यमंत्री के घोषणा के 14 वर्ष बाद भी एकहरि धर्मवन के बीच त्रिशुला नदी पर नहीं बना पुल

मुख्यमंत्री के घोषणा के 14 वर्ष बाद भी एकहरि धर्मवन के बीच त्रिशुला नदी पर नहीं बना पुल

जेटी न्यूज/मधुबनी

लदनियां प्रखंड के एकहरी-धर्मवन के बीच उत्तरवाहिनी त्रिशूला नदी में पांच दिन पूर्व 27 अक्टूबर को जनसहयोग से बने क्लबर्ट के स्तित्व पर खतरा मंडरा रहा है।
क्लबर्ट पर बढ़ते खतरा से लोग में असमंजस की स्थिति में हैं।
ज्ञात हो कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के घोषणा के 14 वर्षों के बाद भी धर्मवन- एकहरी के बीच उतरवाहिनी त्रिशूला नदी पर पुल निर्माण नहीं होने से आमलोगों में असंतोष व्याप्त है।
एकहरी गांव के जदयू नेता रामसगुन राय का कहना है मुख्यमंत्री नीतीश कुमार तत्कालीन क्षेत्रीय विधायक व पूर्व मंत्री स्व. कपिलदेव कामत एवं ग्रामीणों के आग्रह पर 16 मई 08 में महाविष्णु यज्ञ के अवसर पर बावन मंडली साधु भंडारा के मौके पर एकहरी गांव आये थे।


मुख्यमंत्री ने पूर्व मंत्री स्व. कपिलदेव कामत के आग्रह पर उतरवाहिनी त्रिशूला नदी में पुल नहीं होने से आवागमन में लोगों के परेशानी पर जल्द ही नदी पर पुल निर्माण किये जाने का घोषणा किया था।
मुख्यमंत्री जी14 वर्षों के बाद भी अपनी घोषणा पूरा नहीं कर सका।
ग्रामीणों का कहना है कि एकहरी गांव चारों ओर से त्रिशूला नदी से घिरा है। पूर्व मंत्री स्व.कपिलदेव कामत ने अपने कार्यकाल में लदनियां से जोड़ने वाली सड़क सहित तीन दिशा में पुल निर्माण कार्य पूरा करवाया।
बिडंबना है कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार का वादा 14 वर्षों के बाद भी धर्मवन-एकहरी गांव के बीच उतरवाहिनी त्रिशूला पुल निर्माण करा कर पूरा नहीं हो सका।


खाजेडीह इस क्षेत्र के लिए मुख्य मार्केट है। जिसकी दूरी एकहरी गांव से महज दो किलोमीटर है उक्त नदी पर पुल नहीं निर्माण होने से छात्र-छात्राओं को उच्च शिक्षा ग्रहण करने एवं रोजमर्रा के समान खरीदारी के लिए लोगों 8 किमी अतिरिक्त दूरी तय करने पड़ते हैं।
बरसात के बाद लोगों जन सहयोग से प्रति वर्ष लाखों रुपये के लागत से नदी में क्लबर्ट निर्माण कराने पड़ते हैं।
ज्ञात हो बाबूबरही विधानसभा क्षेत्र की विधायक मीना कुमारी जो पूर्व मंत्री स्व. कपिलदेव कामत का पुत्रबधू है ने अपनी चुनावी वादा पूरी करने के लिए उक्त नदी पर पुल निर्माण को लेकर कई बार तारांकित प्रश्न एवं ज्ञापन सौंपकर मुख्यमंत्री एवं विभागीय मंत्री का ध्यान आकृष्ट किया। पूर्व पंचायत समिति सदस्य राम कुमार यादव, पूर्व जिला परिषद सदस्य राम अशीष पासवान, समाजसेवी मुकेश कुमार, देवेन्द्र प्रसाद चौधरी एवं
क्षेत्रीय लोगों का मानना है कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार एवं सम्बंधित विभाग के मंत्री के उदासीनता एवं विभागीय अधिकारियों के लालफीताशाही के कारण इस पंचवर्षीय में भी पुल निर्माण नहीं हो सकेगा ।

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