राष्ट्रव्यापी किसान नेता हन्नान मौला की 80 वीं जयंती मनाई गई
राष्ट्रव्यापी किसान नेता हन्नान मौला की 80 वीं जयंती मनाई गई

जे टी न्यूज, नई दिल्ली: भारत की कम्युनिस्ट पार्टी (मार्क्सवादी) के पूर्व पोलित ब्यूरो सदस्य,अखिल भारतीय किसान सभा के पूर्व राष्ट्रीय महासचिव,8 बार लोक सभा सदस्य रहे,संयुक्त किसान मोर्चा के सर्वमान्य नेता का. हन्नान मौला के 80 साल पूरा होने पर अखिल भारतीय किसान सभा के राष्ट्रीय कार्यालय नई दिल्ली में केक काट कर जयंती मनाई गई।इस महत्वपूर्ण अवसर पर ए आई के एस राष्ट्रीय महासचिव बीजू कृष्णन ने केक खिला कर बधाई एवं लाल सलाम पेश किया।
का. हन्नान दा के 80 वीं जयंती समारोह में ए आई के एस के राष्ट्रीय वित्त सचिव कृष्णा प्रसाद,अखिल भारतीय किसान सभा के केंद्रीय किसान कमिटी सदस्य सुमित राय,मनोज कुमार,त्यागी,सुभोजित ,प्रभुराज नारायण राव , नीलू आदि शामिल रहे।
इस समारोह में अखिल भारतीय खेत मजदूर यूनियन के महासचिव वी वेंकट,विक्रम सिंह, टी बाबू मोहन, शाहा जी आदि ने भी बधाई दी।

का. हन्नान दा अपने राजनीतिक गतिविधियों के बारे में बताया कि छात्र जीवन से ही संगठन से जुड़ गए ।उसके बाद एसएफआई के राष्ट्रीय स्तर पर नेतृत्व किया ।एक लंबे समय तक के भारत की जनवादी नौजवान सभा (डी वाई एफ आई) के महासचिव के पद पर रहकर काम किया ।बाद में वर्गीय संगठनों में कार्य करने की इच्छा हुई ,तो अखिल भारतीय खेत मजदूर इंडियन के राष्ट्रीय संयुक्त सचिव के पद पर दशकों कार्य किया। फिर अखिल भारतीय किसान सभा में शामिल हो गए और उसके महासचिव बनाए गए ।तो उस समय उनके मन में यह बात थी कि इस पूंजीवादी समर्थक सरकारों के खिलाफ तमाम किसान संगठनों का एक फ्रंट ,मोर्चा होना चाहिए ।इसी उद्देश्य से उन्होंने ए आई के सी सी बनाई। फिर जब 500 किसान संगठन एक मंच पर आ गए ।तो उनके इच्छा पर उन्होंने संयुक्त किसान मोर्चा को बनाया ।तब से किसानों की बड़ी-बड़ी लड़ाइयां किसानों के हित में लड़ी गई ।मोदी सरकार को किसान विरोधी तीनों काले कानून को वापस करना पड़ा और आज किसानों को एमएसपी को कानूनी दर्जा तथा किसानों की कर्ज माफी की लड़ाई को मंजिल तक ले जाना है।

