नेपाल के रास्ते भारत पहुंच रहा चीनी जहर: लहसुन और पॉपकॉर्न की तस्करी पर भारत-नेपाल वार्ता में होगी चर्चा

नेपाल के रास्ते भारत पहुंच रहा चीनी जहर: लहसुन और पॉपकॉर्न की तस्करी पर भारत-नेपाल वार्ता में होगी चर्चा

अररिया/डा. रूद्र किंकर वर्मा।

भारत और नेपाल के बीच वाणिज्य सचिव स्तर की वार्ता 9 और 10 जनवरी को काठमांडू में आयोजित होगी। यह वार्ता चार साल के बाद हो रही है, जिसमें भारत और नेपाल के बीच विभिन्न वाणिज्यिक मुद्दों पर चर्चा होगी। बैठक का प्रमुख एजेंडा चाइनीज लहसुन और पॉपकॉर्न की तस्करी है, जो नेपाल के रास्ते भारत के बाजारों में अवैध रूप से पहुंच रहे हैं। यह तस्करी भारतीय बाजारों में इन उत्पादों की अधिक आपूर्ति के कारण भारतीय व्यापार और स्वास्थ्य पर गंभीर असर डाल रही है।

भारत-नेपाल मामलों के विशेषज्ञ राजेश कुमार शर्मा के अनुसार, नेपाल में इस वर्ष चाइनीज लहसुन का आयात नौ गुना बढ़ चुका है, और इसे नेपाल की सीमा से भारतीय बाजारों में भेजा जा रहा है। यह लहसुन भारतीय बाजारों में चीन से आ रहा है, हालांकि भारत ने 2014 से ही चाइनीज लहसुन के आयात पर प्रतिबंध लगा रखा है। इसके बावजूद, नेपाल के व्यापारी इसे तस्करी के माध्यम से भारतीय बाजारों में बेचने का प्रयास कर रहे हैं, जो भारतीय स्वास्थ्य के लिए खतरे का कारण बन सकता है।

इस वार्ता में भारत की ओर से सुनील बर्थवाल और नेपाल की ओर से गोविन्द बहादुर कार्की मुख्य रूप से शामिल होंगे। दोनों देशों के बीच व्यापारिक संबंधों को लेकर कई मुद्दों पर चर्चा की जाएगी, जिनमें 2009 में स्थापित नेपाल-भारत व्यापार संधि, नेपाल-भारत परिवहन संधि 2023, और अनाधिकृत व्यापार समझौता 2009 पर भी विचार होगा।

चाइनीज लहसुन और पॉपकॉर्न की तस्करी नेपाल के प्रमुख नाके जैसे तातोपानी, रसुवा, कांकरभिट्ठा, और विराटनगर से भारत में भेजी जा रही है। इन उत्पादों को नेपाल के व्यापारी बिना भंसार जांच से गुजरने के बाद भारतीय सीमा में भेज देते हैं। इसके अलावा, भारत सरकार की ओर से पिछले कुछ समय में डीआरआई और एसएसबी की टीमों ने कई बार तस्करी की खेप जब्त की है, जिनमें लाखों रुपये के चाइनीज लहसुन और पॉपकॉर्न शामिल थे।

भारत सरकार की ओर से इस पर कड़ी नजर रखी जा रही है, और एसएसबी ने हाल ही में किशनगंज सीमा से लाखों रुपये मूल्य के चाइनीज पॉपकॉर्न भी जब्त किए हैं। इस अवैध व्यापार की वजह से भारतीय अर्थव्यवस्था को काफी नुकसान हो रहा है, साथ ही नागरिकों के स्वास्थ्य पर भी प्रतिकूल प्रभाव पड़ सकता है।

नेपाल से तस्करी के माध्यम से चाइनीज लहसुन और पॉपकॉर्न भेजने वाले व्यापारी भारतीय सीमा पर इन वस्तुओं की आपूर्ति करने के लिए नेपाल के विभिन्न रास्तों का इस्तेमाल कर रहे हैं। इस संबंध में भारत सरकार और नेपाल के व्यापारियों के बीच कड़ी कार्रवाई की उम्मीद जताई जा रही है। दोनों देशों के बीच चल रहे इस वाणिज्यिक मुद्दे पर होने वाली वार्ता का परिणाम भारतीय बाजारों में अवैध व्यापार पर प्रभावी नियंत्रण स्थापित कर सकता है।

कुल मिलाकर, यह वार्ता भारत के व्यापारिक हितों, स्वास्थ्य सुरक्षा और सीमा नियंत्रण की दृष्टि से बहुत महत्वपूर्ण मानी जा रही है। भारत और नेपाल के नेताओं को इस पर गंभीरता से विचार करते हुए अवैध व्यापार और तस्करी पर कड़ा कदम उठाने की आवश्यकता है।

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