मानव जीवन में राम हैं, मृत्यु में भी राम हैं- श्री जयराम जी
बाढ़/पटनाः अनुमंडल के पंडारक प्रखंड के धीवर गुलरिया टोला में चल रही संत जय राम जी की राम कथा का समापन भव्य रूप से हुआ आज मंगलमूर्ति जय राम जी ने भगवान श्री रामचंद्र लखनलाल भरत जी और शत्रुघ्न जी के जन्म की सरस कथा सुनाई इस अवसर पर राजा दशरथ के खुशी की छवि सोहर और भजनों के माध्यम से प्रस्तुत किया तो श्रोता नर नारी नाचने एवं झूमने लगे।भय प्रकट कृपाला दीन दयाला कौशल्या हितकारी,हर्षित महतारी मुनि मन हारी अद्भुत रूप निहारी।इस पूरे छंद की विस्तृत व्याख्या संत जय राम जी ने प्रस्तुत किया और उपस्थित लोगों को भगवान के प्रति निष्ठा भाव रखने का संकल्प कराया भगवान राम की बाल लीला अद्भुत वात्सल्य से भरा है क्योंकि राम सामान्य बालक नहीं बल्कि अविनाशी परमात्मा है बे सीमा और सरहद से पढ़े असीम है परमात्मा राम लोकमंगल के लिए आए हैं उनका जन्म सृष्टि के लिए सुख कारी है।विप्र धेनु सुर संत हित लिन्ह मनुज अवतार,निज इच्छा निर्मित तनु माया गुन गो पार।राम अखंड है अनादि हैं अनंत है जीवन में राम है मृत्यु में भी राम है जब विविध रूप में राम आते हैं तो मानव धर्म का परिवर्तन करके जाते हैं महर्षि बाल्मीकि तुलसी मीरा सूर कबीर स्वामी विवेकानंद भगवान के ही जीव स्वरूप हैं जिन्होंने दशा और दिशा बदलने का प्रयास किया मंच संचालन पूर्व प्राचार्य प्रोफेसर साधु शरण सिंह सुमन ने किया अंतिम दिन अनेक लोग नजर आए आज की कथा में अनेक कार्यकर्ताओं का सम्मान किया गया मीना देवी एवं करुणानिधान सेवा ट्रस्ट के ट्रस्टी पूर्व प्राचार्य सत्येंद्र प्रसाद सिंह विधि पूर्वक कथा सरवन की पूर्व जिला परिषद सरवन कुमार का सहयोग सराहनीय रहा अजय महतो प्रमोद महतो चंदन कुमार कर्मवीर पासवान आदि दर्जनों कार्यकर्ता तथा राष्ट्रीय इंजीनियर विजय कुमार कोषाध्यक्ष घनश्याम कुमार ने भी श्रद्धा पूर्वक सहयोग दिया।
(संवाददाताः प्रिया सिंह)
संपादिकृतः ठाकुर वरूण कुमार