विद्यालय की शिक्षिका मर्यादा को तार-तार कर हेड मास्टर पर बोली हमला कब तक चलेगा ड्यूटी में चोरी और सीनाजोरी कार्रवाई करने के बजाय जिला शिक्षाधिकारी पड़े सुस्त
विद्यालय की शिक्षिका मर्यादा को तार-तार कर हेड मास्टर पर बोली हमला कब तक चलेगा ड्यूटी में चोरी और सीनाजोरी कार्रवाई करने के बजाय जिला शिक्षाधिकारी पड़े सुस्त

जे टी न्यूज, चेनारी(रोहतास): बिहार रोहतास जिले के चेनारी प्रखंड अंतर्गत मध्य विद्यालय खुर्माबाद में कर्तव्यहीनता,अनुशासनहीनता और शिक्षकों की मनमानी का गंभीर मामला सामने आया है। विद्यालय में कार्यरत शिक्षिका ज्योति कुमारी विद्यालय में अपनी उपस्थिति दर्ज तो करवाई पर बिना किसी पूर्व सूचना के 11:00 बजे स्कूल से गायब हो गईं। विद्यालय के प्रधानाध्यापक ने उनकी अनुपस्थिति को नियम के अनुसार दर्ज कर दिया। लेकिन जब शिक्षिका करीब दो घंटे बाद वापस लौटीं और अपने नाम के आगे अनुपस्थिति चिह्नित देखा, तो उन्होंने हेडमास्टर से अभद्र व्यवहार करते हुए उन पर भड़क उठीं।इस पूरे घटनाक्रम का वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हुआ।जिसमें स्पष्ट रूप से देखा जा सकता है कि शिक्षिका अपनी गलती मानने के बजाय विद्यालय प्रशासन पर ही हमला बोल रही हैं। स्कूल के अनुशासन और मर्यादा को तार-तार करने वाली इस घटना पर अब तक शिक्षा विभाग ने कोई कार्रवाई नहीं की है।जिससे लोगों में रोष व्याप्त है।
*बिना सूचना विद्यालय से गैरहाजिर रहना शिक्षिका की नियमित आदत!*
स्थानीय सूत्रों का कहना है कि यह कोई पहली घटना नहीं है जब ज्योति कुमारी विद्यालय में उपस्थिति दर्ज कर गायब हो गई हों। पूर्व में भी इस तरह के कई मामले सामने आए हैं, लेकिन विभागीय मिलीभगत और लचर प्रशासनिक रवैये के कारण इन पर कोई ठोस कार्रवाई नहीं की गई। विद्यालय में बच्चों की पढ़ाई प्रभावित हो रही है, लेकिन शिक्षिका अपनी जिम्मेदारी को हल्के में लेकर बार-बार नियमों का उल्लंघन कर रही हैं।
*शिक्षा विभाग की चुप्पी संदेहास्पद*
सबसे चौंकाने वाली बात यह है कि इस पूरे मामले का वीडियो वायरल होने के बावजूद शिक्षा विभाग के अधिकारियों ने अब तक कोई ठोस कदम नहीं उठाया। इससे यह स्पष्ट होता है कि या तो प्रशासन शिक्षकों की मनमानी पर आंखें मूंदे बैठा है या फिर कोई अंदरूनी मिलीभगत है, जिससे दोषी शिक्षकों पर कार्रवाई नहीं हो रही।
*ग्रामीणों और अभिभावकों में आक्रोश, निष्पक्ष जांच की मांग*
विद्यालय में पठन-पाठन की गिरती गुणवत्ता और शिक्षकों की गैर-जिम्मेदाराना हरकतों से नाराज ग्रामीणों और अभिभावकों में गहरी नाराजगी है। उन्होंने शिक्षा विभाग से तत्काल निष्पक्ष जांच करने और दोषी शिक्षिका पर कठोर कार्रवाई की मांग की है। उनका कहना है कि अगर जल्द ही शिक्षिका पर कार्रवाई नहीं होती, तो वे व्यापक विरोध प्रदर्शन करने को मजबूर होंगे।
*क्या शिक्षा विभाग करेगा कार्रवाई, या शिक्षकों की मनमानी जारी रहेगी?*
अब बड़ा सवाल यह है कि शिक्षा विभाग इस गंभीर मामले पर एक महीने बाद भी क्यूं संज्ञान नहीं लिया, या फिर शिक्षकों की मनमानी और अनुशासनहीनता पदाधिकारी से मिलीभगत कर यूं ही जारी रहेगी?



