मां को गाली देना सर्वथा अनुचित*
मां को गाली देना सर्वथा अनुचित*

जे टी न्यूजलेकिन न्यूटन की गति के तीसरे नियम में कहा गया कि क्रिया के विपरीत प्रतिक्रिया होती है या एक फिल्मी डायलॉग है कि जिसका घर खुद शीशे का हो ,दूसरों की घर पर पत्थर नहीं फेंकते। इसे कहां तक गलत कहेंगे। सच है बड़ों की बड़ी बात होती है।कोई आह भी भरता है तो हो जाता है बदनाम और वो कत्ल भी करते हैं ,तो चर्चा नहीं होती।
जब लोक सभा के पटल पर देश का प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी किसी औरत को 50 करोड़ का गर्ल्स फ्रेंड कहे,जब सोनिया गांधी को जर्सी गाय कहा जाय,जब राहुल गांधी को मिस ब्रीड कहें ।जब मोदी द्वारा नीतीश कुमार के डी एन ए पर यानी उनके पैदाइश पर हैं सवाल खड़ा किया जाए।तो उनके और छोट भईये नेताओं के बारे में क्या कहा जाए।जब हिमाचल भाजपा अध्यक्ष सतपाल सती सोनिया गांधी को गाली दे,जब रमेश विधुरी गाली दे,जब आपका प्रवक्ता प्रेम शुक्ला कांग्रेस प्रवक्ता सुरेन्द्र राजपूत की मां को रण्डी कहे,जब गौरव भाटिया राहुल गांधी को गदहा कहे ,जब बिहार विधान सभा में भाजपा विधायक जनक सिंह द्वारा राबड़ी देवी को गाली दिया जाय,जब एक दलित राजद प्रवक्ता सारिका पासवान को एक भाजपा कार्यकर्ता द्वारा सारी ,साया खोलकर सड़क पर घुमाने को कहे और उसे नरेन्द्र मोदी प्रणाम करते दिखें ,तो इसे क्या कहा जाए।

यह सारा देश
ता है कि भारतीय जनता पार्टी झूठ का कारखाना है।प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी तो पूरी दुनिया में झूठ बोलने का सर्वोच्च पुरस्कार से नवाजे जाते हैं।इनका बिहार का अध्यक्ष खुलेआम बोलता है कि मेरे पास गाली का खजाना है।ऐसी वीभत्स संस्कृति से बाहर आवे और देश को विषाक्त बनाने से बाज आवे।
दूसरी तरफ वोटर अधिकार यात्रा जो बिहार के 23 जिलों से गुजरते हुए 1300 किलोमीटर का सफल यात्रा किया। जिसका समापन 1 सितंबर को पटना के ऐतिहासिक गांधी मैदान से एक अभूतपूर्व मार्च निकाल कर डाक बंगला चौराहे पर सभा में तब्दील हो गया ।जिसमें इंडिया गठबंधन के 11 बड़े नेता राहुल गांधी ,तेजस्वी यादव,एम ए बेबी,हेमंत सोरेन,सुप्रिया सुले, डी राजा,दीपांकर भट्टाचार्य,संजय राउत आदि अनेक नेता शामिल हुए।यह वोटर अधिकार यात्रा बिहार की डबल इंजन की सरकार और केंद्र की मोदी सरकार बेनकाब कर दिया है।इस यात्रा से बिहार चुनाव आयोग द्वारा बिहार के दलित,कमजोर वर्ग तथा अल्पसंख्यकों को वोट देने से वंचित करने की नीति का पर्दाफाश हो गया है।इस यात्रा को पूरे बिहार में जबरदस्त सफलता मिली है।जिसे देख भाजपा और मोदी सरकार भयभीत हो गया है।यहीं कारण है कि नरेन्द्र मोदी अपनी मां की गाली को देश की मां का गाली बनाना चाहते हैं। *तुमने हर खेत में इंसानों के सर बोए हैं* *अब जमीं खून उगलेगी तो परेशान न होना*

