मिथिला विश्वविद्यालय जूम वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से अभिषद् की बैठक करने वाला बना बिहार का पहला विश्वविद्यालय…।

विश्वविद्यालय की अभिषद की आनलाइन बैठक आज कुलपति की अध्यक्षता में संपन्न हुई...।

 

जेटी न्यूज़।

दरभंगा::- जिला अंतर्गत ललित नारायण मिथिला विश्वविद्यालय जूम वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से अभिषद् की बैठक करने वाला बिहार का पहला विश्वविद्यालय बना। विश्वविद्यालय की अभिषद की आनलाइन बैठक आज कुलपति प्रो राजेश सिंह की अध्यक्षता में संपन्न हुई।

बैठक के आरंभ में कुलसचिव कर्नल निशीथ कुमार राय ने कुलपति समेत अभिषद के सभी नवनिर्वाचित सदस्यों का स्वागत किया। बैठक का आरंभ करते हुए कुलपति महोदय ने अपने संबोधन में कहा कि बिहार में जूम एप से ऑनलाइन सिंडीकेट की यह पहली बैठक ललित नारायण मिथिला विश्वविद्यालय में हो रही है।

वैसे तो ललित नारायण मिथिला विश्वविद्यालय बिहार में पूर्व से ही कई मायने में नंबर एक पर चल रहा है। हम चाहते हैं कि अभी लॉक डॉन की स्थिति में भी अपने कार्यों से इस विश्वविद्यालय को एक नंबर पर ही‌ रखें। उन्होंने कोविड-19 के कारण लॉक डॉन की स्थिति में विश्वविद्यालय द्वारा अब तक किए गए कार्यों से माननीय अभिषद सदस्यों को अवगत कराते हुए कहा कि विश्वविद्यालय ने कोरोना मॉनिटरिंग एंड एडवाइजरी समिति का गठन कर विश्वविद्यालय से कॉलेज स्तर तक लोगों में जागरूकता पैदा करने का कार्य किया है।

सभी जिला पदाधिकारियों को पत्र लिखकर स्पेस एवं नॉन टेक्निकल सपोर्ट देने के लिए पत्र लिखा। वर्क फ्रॉम होम के तहत यूजीसी डायरेक्टिव के आधार पर छात्र हित में ऑनलाइन कोर्स मैटेरियल को डालने का कार्य करने के लिए एक समिति का गठन किया गया और मुझे बताने में बहुत हर्ष हो रहा है कि अभी तक एल एन एम यू के वेबसाइट पर 15000 पाठ्य सामग्री अपलोड हो चुके हैं।

सी.एम. रिलीफ फंड में सहायता हेतु नोटिफिकेशन किया गया जिसमें सभी शिक्षकों, पदाधिकारियों, कर्मचारियों ने अपने एक दिन का वेतन उसमें डालने का निर्णय लिया है। कुलपति के सम्बोधन के पश्चात कुलसचिव महोदय ने आज के कार्यसूची को एक एक कर सदस्यों के बीच रखा।

दिनांक 13-12-19 के कार्यवृति एवं अनुपालन प्रतिवेदन को कुलपति महोदय के इस आश्वासन के‌ बाद अनुमोदित किया गया कि यदि इस कार्य वृत्ति एवं अनुपालन प्रतिवेदन में कोई निर्णय छूट गया है या किसी निर्णय को लिखे जाने में कोई ट्रूटि हुई होगी तो उसे संशोधित किया जाएगा।

विद्वत परिषद की बैठक दिनांक 18 -02-2020 एवं 04-05- 2020 के प्रस्ताव को सर्वसम्मति अनुमोदित किया गया। दूरस्थ शिक्षा निदेशालय को आई सी टी इनेबल करने हेतु अभिषद के निर्देश पर गठित कमेटी द्वारा समर्पित रिपोर्ट को
अनुमोदित किया गया।

विश्वविश्वविद्यालय मुख्यालय स्थित हेल्थ सेंटर से दिनांक 30-04-2020 को सेवानिवृत्त हुए डॉक्टर गीतेंद्र ठाकुर की सेवा लिए जाने पर सदस्यों ने कुलपति महोदय को अधिकृत किया कि सरकार द्वारा जो दिशानिर्देश इस संबंध में है उसके अधीन उनकी सेवा को बरकरार रखी जाए।

सदस्यों ने यह भी कहा कि इतने बड़े विश्वविद्यालय जहां इतने शिक्षक कर्मचारी और उनके परिवार के लोग निवास करते हैं, इतने छात्र एवं छात्रावास हैं वहां एक हेल्थ सेंटर को बनाए रखना आवश्यक है। दूरस्थ शिक्षा निदेशालय के सलाहकार परिषद की 94वीं बैठक जो दिनांक 04-04-20 20 को हुई थी एवं 95वीं बैठक जो 24-04 -2020 को हुई थी उसके प्रस्तावों को पास किया गया।

कई सदस्यों ने इससे पूर्व की सलाहकार समिति कि निर्णय को सिंडिकेट द्वारा अप्रूवल नहीं मिलने की बात की तो कुलपति महोदय ने कहा कि मुझे बताया गया है कि कुछ मामलों पर विवाद के कारण राजभवन तक मामला गया है इसीलिए उनको देखकर आगे की बैठक में रखा जाएगा। किसी विवादास्पद मामले को इस बैठक में मैंने नहीं रखा है।

कुलपति महोदय ने कहा कि दूरस्थ शिक्षा निदेशालय की मान्यता यूजीसी के द्वारा समाप्त होने पर है। हमें मिलकर इसे वर्किंग स्टेज में लाना है। दूरस्थ शिक्षा निदेशालय में वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग प्रणाली की स्थापना पर सदस्यों ने बताया कि पूर्व से दूरस्थ शिक्षा निदेशालय में वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग स्थापित हैl

तो फिर नए से इस वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग की आवश्यकता नहीं होनी चाहिए इसपर कुलपति महोदय ने सदस्यों से कहा की दूरस्थ शिक्षा निदेशालय के कार्यप्रणाली एवं जिन मुद्दों पर सदस्यों को संशय एवं आपत्ति है, सिंडिकेट की एक सब कमेटी बनाकर दूरस्थ शिक्षा निदेशालय के निदेशक उनके साथ बैठकर सारे संशयों को समाप्त करने का कार्य करेंगे।

10-02-2020 को बायोटेक्नोलॉजी के सलाहकार समिति द्वारा लिए गए निर्णयों को अनुमोदित किया गया। दिनांक 03-05 -2020 के वेतन निर्धारण समिति की बैठक के कार्यवृत्ति को सर्वसम्मति अनुमोदित किया गया। अभिषद् सदस्य मीना झा ने सी. एम. महाविद्यालय में नवनिर्मित डेढ़ सौ फीट का दीवाल गिर जाने का मामला उठाया जिस पर कुलपति महोदय ने कहा कि इसे नोट किया गया है और जांच की जाएगी। प्रधानाचार्य के प्रोन्नति का मामला भी अभिषद के सदस्यों द्वारा उठाया गया। उन्हें आश्वस्त किया गया कि मामले को देख कर निष्पादित किया जाएगा।

अभिषद सदस्य सूजित पाषवान ने छात्रों से सम्बन्धित अधिसूचनाओं की प्रति छात्र संघ कार्यालय को भेजे जाने के प्रस्ताव दिया जिसे विचारार्थ स्वीकार किया गया। अंत में कुलसचिव महोदय द्वारा धन्यवाद ज्ञापन एवं अध्यक्ष महोदय की अनुमति से बैठक समाप्ति की घोषणा की गई। बैठक में संजय सरावगी, प्रो. विनोद कुमार चौधरी, प्रो. दिलीप चौधरी, प्रो. हरि नारायण सिंह, डाॅ. वैद्यनाथ चौधरी, प्रो. जितेंद्र नारायण, डाॅ. डी. एन. पासवान, डाॅ. अमर कुमार, प्रधानाचार्य डाॅ. मीना प्रसाद, प्रधानाचार्य डाॅ. मुकेश कुमार, ईम्बेसात सौकत, प्रो. प्रेम मोहन मिश्रा, डाॅ. अशोक कुमार मेहता, सुजीत पासवान, मीना झा, प्रो. धनेश्वर प्रसाद सिंह, प्रो. रतन कुमार चौधरी, प्रो. अजीत कुमार चौधरी उपस्थित थे।

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