प्रवासी मजदूरों के बेरोजगारी और भूखमरी से बचाने को लेकर भाकपा की हुई आपात बैठक
प्रवासी मजदूरों के सामने बेरोजगारी एवं भूखमरी से उत्पन्न गंभीर समस्या से कराया गया मुख्यमंत्री को अवगत
जेटी न्यूज
बेगूसराय :- भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी की एक आपातकाल बैठक आयोजित किया गया जिसका अध्यक्षता राज्य परिषद सदस्य राजेंद्र चौधरी ने किए, जिसमें मुख्यमंत्री को प्रवासी मजदूरों के सामने बेरोजगारी एवं भूखमरी से उत्पन्न गंभीर समस्याओं से अवगत कराया गया। बैठक को संबोधित करते हुए पूर्व सांसद बिहार माध्यमिक शिक्षक संघ के राज्य महासचिव शत्रुघ्न प्रसाद सिंह ने तमाम पार्टी कार्यकर्ताओं एवं सभी अंचल तथा शाखा को निर्देश दिया गया l
प्रवासी मजदूरों की कठिनाईयों एवं जन वितरण प्रणाली में व्याप्त भ्रष्टाचार से उत्पन्न गंभीर स्थिति से जिला केंद्र को तुरंत अवगत करा दें और पार्टी की ओर से सख्त निगरानी व्यवस्था सुनिश्चित करें जिससे कोरोना का जंग जीता जा सकता है।पूर्व विधायक सह भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी के जिला मंत्री अवधेश कुमार राय ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को पत्र लिखते हुए अवगत कराया कि आप अपने पदाधिकारी को निर्देश दिया है l
कि एक सप्ताह के अंदर प्रवासी मजदूरों को मंगाने की व्यवस्था की जाए । अभी तक जो भी प्रवासी मजदूर राज्य के विभिन्न गांव में और खासकर बेगूसराय जिलें के गांवों में पहले से रह रहे प्रवासी मजदूरों की कठिनाइयों के संबंध में हमारा निम्नलिखित सुझाव है :-
1. आने वाले मजदूरों का नाम, घर का पता, आधार कार्ड, मोबाईल के द्वारा प्रशासन को प्राप्त होना अनिवार्य है। इसी से पता चलेगा कि किस गांव में कितने मजदूर एक सप्ताह के अंदर आने वाले हैं, जिसकी प्रारंभिक जांच के बाद अथवा उन्हें एकांत में रहने, उन्हें अपने घर में ही एकांतवास करने एवं क्षमता के अनुसार आने-वाले प्रवासी मजदूरों की संख्या के आधार पर महाविद्यालय, विद्यालय, पंचायत सरकार भवन, सामुदायिक भवन एवं शहरों में व्यवस्थित वैवाहिक, समारोह के लिए बने हॉल, धर्मशाला, बंद पड़े सिनेमा हॉल, बिना अनाज के निर्मित गोदाम, इत्यादि में अग्रिम योजना बना लेनी चाहिए।
2. इन स्थानों को चिन्हित कर उसकी सफाई प्रवासियों की संख्या के आधार पर चापाकल और स्थाई शौचालय का पहले से ही प्रबंध कर देना अनिवार्य होगा।
3. प्रवासियों के आने के दो दिन पहले उन चिन्हित स्थानों पर भोजन बनाने का सामान तथा गैस चूल्हा, गैस सिलेंडर, खाद्यान्न, फल इत्यादि की व्यवस्था सुनिश्चित करनी चाहिए।
4. जिला परिषद् से पंचायत स्तर तक एवं नगर निगम, नगर पंचायत तक के निर्वाचित प्रतिनिधियों को अनिवार्यतः रोस्टर बनाकर अलग-अलग केंद्र की जवाबदेही दी जाए।
5. इन दिनों शिकायतें प्राप्त हो रही हैं कि जन वितरण प्रणाली के डीलर, भारत सरकार एवं राज्य सरकार द्वारा निर्धारित निर्देशों का लगातार उल्लंघन कर रहे हैं। अतः आवश्यक है कि भ्रष्टाचार रहित खाद्यान्न वितरण के लिए मान्यता प्राप्त राजनीतिक दलों के प्रतिनिधियों एवं सांसद, विधायक प्रतिनिधियों एवं निर्वाचित जनप्रतिनिधियों की निगरानी समिति की देखरेख में ही उपभोक्ताओं को खाद्यान्न उपलब्ध करवाया जाए तथा वितरण पंजी पर निगरानी समिति सदस्यों से हस्ताक्षर करवाया जाए।
निगरानी समिति के सदस्यों को खाद्यान्न वितरण सरकार द्वारा निर्देश की प्रतियाँ एवं उपलब्ध करवाने वाले सामग्री की सूची भी रहने की गारंटी कर्रवाई जाय। यदि ऐसी व्यवस्था सुनिश्चित नहीं होगी, तो भूखे प्यासे प्रवासी मजदूरों ही नहीं गांव में पूर्व से राशन कार्डधारियों एवं डीलर तथा प्रशासनिक पदाधिकारी के बीच इसमें नापाक गठबंधन करनें वालें भ्रष्ट तत्वों के साथ गृहयुद्ध का खतरा होगा।
जीविका द्वारा पर्याप्त सर्वेक्षण प्रतिवेदनओं के बावजूद वंचित लोगों को राशन नहीं मिल रहा है और जिनका नाम जीविका की सूची में है, उनको भी राशन नहीं मिल रहा है । इतना ही नही 1 हजार रुपए की सहायता राशि तथा जनधन योजना से 5 सौ की राशि अधिकांश लोगों को प्राप्त नहीं हो रही है । उनके सामने भुखमरी की स्थिति पैदा हो रही है।
6. युद्ध स्तर पर प्रत्येक गांव में बेहतर जाँचयंत्र द्वारा प्रत्येक व्यक्ति की कोरोना महामारी से संक्रमित अथवा बेहतर स्वास्थ्य की गारंटी की जाय ।
इस महामारी के जंग में भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी बेगूसराय ने भी अपने कार्यकर्ताओं को जन वितरण प्रणाली एवं प्रवासी मजदूरों के आवास केंद्रों की गड़बड़ी के प्रति सतर्क रहने और पीड़ित मानवता की सेवा में अपनी पूरी शक्ति लगाते रहने का निर्देश दिया। भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी कोरोना जंग में पूरी एकजुटता के साथ जनसेवा में है और रहेगा ।
आपातकालीन बैठक के मौके पर बेगूसराय जिला सचिव मंडल सदस्य अनिल कुमार अंजान, एआईवाईएफ के जिला संयोजक सह भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी के राज्य परिषद सदस्य अमीन हमजा, एआईएसएफ के जिला अध्यक्ष सजग सिंह ताइक्वांडो के अंतर्राष्ट्रीय खिलाड़ी कैसर रेहान इत्यादि नेता मौजूद थें।