*74 छात्र आन्दोलन और मेरी प्रथम गिरफ्तारी* *प्रभुराज नारायण राव*


22 मई 1974 को जब मेरी पहली गिरफ्तारी हुई । उस दिन महंगाई , बेरोजगारी , भ्रष्टाचार और शिक्षा में आमूल परिवर्त्तन के लिये सरकार के खिलाफ चल रहे छात्र आन्दोलन पर दमनात्मक कार्रवाइयों पर रोक लगाने ,केन्द्र तथा राज्य सरकार से इस्तीफे की मांग के लिये छात्र युवा संघर्ष समिति यानी एस एफ आई के नेतृत्व में बेतिया में संध्या 6 बजे घनघोर वर्षा में महारानी जानकी कुंअर अस्पताल के पूर्वी गेट से मशाल जुलूस निकाला गया ।

चारो तरफ सी आर पी एफ की भारी उपस्थिति थी । एस एफ आई के बिहार राज्य मंत्री अख्तर हुसैन भी मशाल जुलूस के बाद होने वाले सभा को सम्बोधित करने के लिये बेतिया आ चुके थे ।

मशाल जुलूस जब चित्रगुप्त मैदान ,बेतिया में पहुंचा । तो चारो तरफ से टाउन इंचार्ज के नेतृत्व में पुलिस द्वारा घेर लिया गया । हल्की चल रही वर्षा के बावजूद मेरी अध्यक्षता में सभा प्रारम्भ हुई । सभा को सुबाष चंद्र गुप्त, विजय नाथ तिवारी के बाद बिहार राज्य सचिव अख्तर हुसैन ने सम्बोधित किया ।

सभा समाप्ति के साथ साथ नारे बाजी चलती रही । इसी बीच अंधेरे का लाभ लेते हुए अख्तर हुसैन को रेनकोट पहनाकर छात्रों की हुजुम में हम सब बाहर निकल गये । अंत में टाउन इंचार्ज बी पी सिंह और सी आई डी डीएसपी बीरेंद्र सिंह द्वारा मेरी गिरफ्तारी कर ली गयी ।

रात्री पुलिस हाजत बेतिया में गुजारने के बाद सुबह 10 बजे पुलिस संरक्षण में बेतिया कोर्ट के लिये चल दिया । ज्योंही मीना बाजार पहुंचे , मानो पहले से हजारों लोग इंतजार कर रहे हों । मजदूरों ,छात्रों एवं अन्य लोगों ने पुलिस की गिरफ्त से मुझे छुड़ा लिया । गाड़ी से साथियो ने उतार लिया ।

पुलिस निरीह बन देखती रही । रिक्शा मजदूर सभा के महासचिव तथा सी पी एम नेता का.कपिलदेव प्रसाद के अथक प्रयास से मैं रिक्शा पर खड़ा हुआ । क्योंकि सबलोग देखना चाहते थे । दोनों हाथों में हथकड़ियां देख आक्रोशपूर्ण भारी आवाज निकली नहीं … ।

हमारा नेता जेल नहीं जायेगा । लोग कुछ भी सुनने को तैयार नहीं । फिर मैं बोलना शुरू किया कि जबतक इस तानाशाही हुकूमत खत्म नहीं हो जाता । तबतक आन्दोलन चलता रहेगा । आप साथी आन्दोलन के मशाल को जलाये रखिये और अधूरे सपनों को पुरा करने के लिये सड़कों पर उतर जाइये ।

कपिलदेव जी के अथक प्रयास से मैं कोर्ट की तरफ बढ़ा । मेरे पहुंचते हीं सी जी एम कोर्ट सी पी एम जिला मंत्री एवं वरिष्ठ अधिवक्ता का. एस एन मित्रा जो 16 मार्च की रात्री में ही 74 छात्र आंदोलन की प्रथम गिरफ्तारी के रुप मे गिरफ्तार किये गये थे । जो अभी अभी जेल से छूटकर आये थे , की अगुआई में वकीलों से खचाखच भर गया । सबके मुंह से एक ही आवाज सर यह पढ़ने वाला छात्र है । निर्दोष है । जज ने कहा मैं सब जनता हूँ । बट नॉट बेल !


प्रभुराज नारायण राव
सदस्य बिहार राज्य सचिवमंडल
सी पी आई (एम)

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