सरकार की विकासात्मक एवं कल्याणकारी योजनाओं को धरातल पर उतारना प्रशासन की सर्वोच्च प्राथमिकता : डीएम

दीपक कुमार /जेटी न्यूज

मुजफ्फरपुर। जिले के समाहरणालय सभागार में डीएम की अध्यक्षता में एक दिवसीय बैठक का आयोजन किया। बैठक में कहां की उससे आम-आवाम लाभान्वित हो सके। इसमे प्रशासनिक पदाधिकारियों के साथ स्थानीय जनप्रतिनिधियों की अहम भूमिका है। उक्त बात जिलाधिकारी डॉ० चन्द्रशेखर सिंह ने जिले के सभी प्रखण्डो के मुखिया संघ के अध्यक्षों के साथ आहूत बैठक में कही।

उन्होंने सभी प्रखंड अध्यक्षों को संबोधित करते हुए कहा कि कोरोना रूपी वैश्विक महामारी की रोकथाम एवं बचाव के लिए जन- जागरूकता काफी मायने रखती है उन्होंने कहा कि आपके द्वारा पंचायत स्तर पर लोगों को जागरूक किया जाता रहा है तथा किसी भी तरह की समस्या सामने आने पर उसके त्वरित निष्पादन को लेकर आप आगे आते रहे हैं।

जिलाधिकारी ने अपने संबोधन में इस बात पर बल दिया की यदि पंचायतों में जागरूकता रहेगी तो निस्संदेह हम इस चुनौती का सफलतापूर्वक सामना करने में सक्षम हो सकेंगे। बैठक में विभिन्न प्रखण्डो के मुखिया संघ के अध्यक्षों द्वारा दिये गए सुझावों/मशविरे को उन्होंने गंभीरता से सुना एवं उस पर अमल करने की बात भी कहीं ।

साथ ही कोरोना महामारी से उत्पन्न समस्याओं के समाधान में माननीय मुखिया एवं अन्य स्थानीय जनप्रतिनिधियों के द्वारा किये गए कार्यो की सराहना भी की। बैठक में मीनापुर प्रखंड के मुखिया संघ के अध्यक्ष नीलम कुमारी द्वारा बताया गया कि प्रखंड स्तर पर पंचायत समिति की बैठक का आयोजन ना होना खेद जनक है । विभिन्न प्रखंडों के मुखिया संघ के अध्यक्षों ने राशन- किरासन, मनरेगा, शौचालय के लंबित भुगतान प्रधानमंत्री आवास योजना, इत्यादि के संबंध में मिल रही शिकायतों से जिलाधिकारी को अवगत कराया ।

जिलाधिकारी ने उनकी बातों को गंभीरतापूर्वक सुना तथा उन्होंने निर्देश दिया कि संबंधित विभागों को इससे अवगत कराया जाएगा तथा उन विभागों से अनुपालन प्रतिवेदन भी मांगा जाएगा। उन्होंने कहा कि आगे भी इस तरह की बैठक होती रहेंगी एवं स्थानीय जनप्रतिनिधियों से संबंधित क्षेत्रों का फीडबैक लेते हुए हुए उस आलोक में आवश्यक कार्रवाई की जाएगी ।उन्होंने कहा कि पंचायत स्तरीय सभी कर्मी पंचायत कार्यालय में अपनी उपस्थिति सुनिश्चित करेंगे और उनके पंचायत कार्यालय में उपस्थिति के आधार पर ही उन्हें मानदेय का भुगतान किया जाएगा।

जिलाधिकारी ने बैठक में सभी को संबोधित करते हुए कहा कि कोरोना महामारी को देखते हुए सरकार के निर्देश के आलोक में प्रत्येक घर में चार-चार मास्क एवं एक साबुन का वितरण किया जाना है ।इस आलोक में सभी मुखिया निश्चित रूप से जीविका एवं खादी ग्रामोद्योग से ही मास्क लें एवं उसका वितरण करें।बैठक में माननीय विधान पार्षद दिनेश प्रसाद सिंह ने अपने संबोधन में कहा कि प्रशासनिक पदाधिकारियों और जनप्रतिनिधियों के परस्पर समन्वय से तेज गति से विकास होता है और समाज के अंतिम पायदान पर बैठे हुए लोगों को इन योजनाओं का लाभ भी मिलता है ।

उन्होंने कहा कि समय-समय पर इस तरह के बैठक का आयोजन होना चाहिए। बैठक में सभी अध्यक्षों ने सोशल मीडिया में चले इस खबर का पुरजोर खंडन किया कि मास्क सैनिटाइजर और साबुन वितरण के लिए 9 से 10 लाख रुपए प्राप्त हुए हैं ।उन्होंने कहा है कि ऐसी कोई बात नहीं है बल्कि पंचम वित्त के अंतर्गत नियमित रूप से प्राप्त राशि के द्वारा उक्त व्यय किया जा रहा है। उन्होंने उस खबर का खंडन करते हुए कहा कि यह एक महज अफवाह है। बैठक में मुखिया संघ के अध्यक्ष इंद्र भूषण सिंह “अशोक” उप विकास आयुक्त और जिला पंचायतीराज पदाधिकारी ,जिला जन सम्पर्क पदाधिकारी कमल सिंह उपस्थित थे।

Related Articles

Back to top button